मिर्जापुर: जिले में हो रही आग की घटनाओं से निपटने के लिए अग्निशमन विभाग के पास पर्याप्त स्टाफ और संसाधन नहीं हैं. इसके चलते जिले के कई हिस्सों में आग लगने पर फायर बिग्रेड की गाड़ियां बहुत लेट पहुंचती हैं और हर साल 25 से 30 बड़ी घटनाएं होती हैं.
क्या है पूरा मामला
- प्रदेश सरकार द्वारा किए गए विकास के तमाम वादों के बावजूद मिर्जापुर फायर स्टेशन स्टाफ और संसाधनों की कमी से जूझ रहा है.
- इसके चलते यहां आग लगने पर समय से फायर बिग्रेड की गाड़ियां नहीं पहुंच पाती हैं और हर साल 25 से 30 बड़ी घटनाएं होती हैं.
- जिले में चार तहसील हैं और फायर स्टेशन केवल एक है. इसीलिए आग लगने पर फायर बिग्रेड की गाड़ी समय से नहीं पहुंच पाती.
- केंद्र में जहां 25 फायरमैन के पद स्वीकृत हैं, वहीं मात्र 16 की ही नियुक्ति हुई है.
- हालात यह हैं कि एक साथ दो जगह आग लग जाए तो दोनों जगह पर फायर कर्मी नहीं पहुंच सकते.
- जनपद में तीन और केंद्र खोलने और पर्याप्त मात्रा में संसाधन उपलब्ध कराने की मांग की जा रही है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई है.