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मिर्जापुर: बारामूला में शहीद रवि सिंह के पिता को बेटे पर गर्व - soldier ravi singh

उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले के रहने वाले जवान रवि सिंह मंगलवार को बारामूला में शहीद हो गए थे. वहीं वीर की शहादत पर उनके पिता ने गर्व जताया है. उन्होंने कहा कि मेरा बेटा शेर है और उसकी शहादत पर हमें गर्व है.

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पिता को बेटे की शहादत पर गर्व.
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Published : Aug 19, 2020, 12:33 PM IST

Updated : Sep 10, 2020, 12:19 PM IST

मिर्जापुर: जिले के जिगना थाना क्षेत्र के गौरा गांव में रहने वाले रवि सिंह जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हो गए हैं. बुधवार को शहीद रवि का पार्थिक शरीर उनके घर पहुंचेगा. घर पर परिजन और गांव के लोग शहीद के शव के आने का इंतजार कर रहे हैं. हर कोई शहीद रवि कुमार सिंह के जज्बे को सलाम कर रहा है. वहीं माता-पिता और पत्नी को शहीद होने पर गर्व है. पिता का कहना है कि हमारा लाल रवि सिंह ने देश के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए हैं.

बारामूला में हुए थे शहीद
आपको बता दें कि जम्मू कश्मीर के बारामूला के पाटन सेक्टर में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में मिर्जापुर का एक लाल मंगलवार को शहीद हो गया था. सदर तहसील के जिगना थाना अंतर्गत गौरा गांव के रहने वाले रवि सिंह सेना में राष्ट्रीय राइफल के जवान में तैयार थे. उनकी तैनाती इन दिनों जम्मू कश्मीर में थी.

परिवार को बेटे की शहादत पर गर्व.

17 अगस्त को कश्मीर के बारामुला पाटन सेक्टर में हुई आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में वह शहीद हो गए थे. घर के इकलौते चिराग के शहीद होने का समाचार सुनने के बाद घर में मातम का माहौल है. मगर हर कोई रवि सिंह के हौसले और पराक्रम पर फक्र महसूस कर रहा है.

पिता को शहादत पर गर्व
रवि के माता-पिता का कहना है कि एक बेटा और होता तो मैं उसे भी सेना में भेज देते. रवि एकलौता था और अब सेना में किसे भेजें. रवि के पिता को गले का कैंसर है. रवि ही पूरा इलाज कराते थे. पिता संजय सिंह से वादा किया था कि नवंबर में आएंगे, दीपावली आपके साथ मनाएंगे. मम्मी से वादा किया था कि घर आएंगे और छोटी बहन की अच्छी जगह शादी देखेंगे. पत्नी प्रियंका से भी कहा था जल्द आएंगे. मगर किसी को यह नहीं पता था कि वह तिरंगे में लिपट कर आएंगे.

मिर्जापुर: जिले के जिगना थाना क्षेत्र के गौरा गांव में रहने वाले रवि सिंह जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हो गए हैं. बुधवार को शहीद रवि का पार्थिक शरीर उनके घर पहुंचेगा. घर पर परिजन और गांव के लोग शहीद के शव के आने का इंतजार कर रहे हैं. हर कोई शहीद रवि कुमार सिंह के जज्बे को सलाम कर रहा है. वहीं माता-पिता और पत्नी को शहीद होने पर गर्व है. पिता का कहना है कि हमारा लाल रवि सिंह ने देश के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए हैं.

बारामूला में हुए थे शहीद
आपको बता दें कि जम्मू कश्मीर के बारामूला के पाटन सेक्टर में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में मिर्जापुर का एक लाल मंगलवार को शहीद हो गया था. सदर तहसील के जिगना थाना अंतर्गत गौरा गांव के रहने वाले रवि सिंह सेना में राष्ट्रीय राइफल के जवान में तैयार थे. उनकी तैनाती इन दिनों जम्मू कश्मीर में थी.

परिवार को बेटे की शहादत पर गर्व.

17 अगस्त को कश्मीर के बारामुला पाटन सेक्टर में हुई आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में वह शहीद हो गए थे. घर के इकलौते चिराग के शहीद होने का समाचार सुनने के बाद घर में मातम का माहौल है. मगर हर कोई रवि सिंह के हौसले और पराक्रम पर फक्र महसूस कर रहा है.

पिता को शहादत पर गर्व
रवि के माता-पिता का कहना है कि एक बेटा और होता तो मैं उसे भी सेना में भेज देते. रवि एकलौता था और अब सेना में किसे भेजें. रवि के पिता को गले का कैंसर है. रवि ही पूरा इलाज कराते थे. पिता संजय सिंह से वादा किया था कि नवंबर में आएंगे, दीपावली आपके साथ मनाएंगे. मम्मी से वादा किया था कि घर आएंगे और छोटी बहन की अच्छी जगह शादी देखेंगे. पत्नी प्रियंका से भी कहा था जल्द आएंगे. मगर किसी को यह नहीं पता था कि वह तिरंगे में लिपट कर आएंगे.

Last Updated : Sep 10, 2020, 12:19 PM IST
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