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मिर्जापुर: 11 सालों से पाकिस्तान में कैद भाई को वापस लाने की बहन लगा रही गुहार

उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले से लगभग 11 वर्ष पहले लापता पुनवासी के पाकिस्तान के जेल में होने की गृह विभाग को सूचना मिली. इसके बाद जिला प्रशासन और पुलिस ने घरवालों की तलाश की. पुनवासी की बहन किरण भाई को पाकिस्तान से भारत लाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गुहार लगा रही है.

घर वापसी की मांग करते परिजन.
घर वापसी की मांग करते परिजन.
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Published : Oct 13, 2020, 2:19 AM IST

मिर्जापुर: जनपद के देहात कोतवाली थाना अंतर्गत भरुहना गांव के रहने वाला पुनवासी लालगंज थाना क्षेत्र के बहुती ग्रामसभा के बरसइता मौजा से 2009 में लापता हो गया था. उसके पाकिस्तान की जेल में कैद होने की सूचना मिली तो 11 सालों से भाई का इंतजार कर रही बहन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपने भाई को भारत वापस लाने के लिए गुहार लगा रही है.

जिले का एक युवक पाकिस्तान के लाहौर जेल में पिछले 11 वर्षों से बंद है. 2019 के फरवरी में गृह विभाग से मिर्जापुर खुफिया विभाग को सूचना दी गई थी. तब से इस युवक का पता लगाया जा रहा था. करीब 20 महीने बाद पुलिस ने युवक के घर पहुंच कर परिजनों को उसके पाकिस्तान में होने की बात बताई. पुनवासी के माता-पिता की पहले ही मौत हो गई थी. उसके 5 भाइयों की मौत भी हो चुकी है. अब सिर्फ 1 बहन बची है. इस वजह से पुनवासी की पहचान होने में काफी वक्त लग गया.

11 साल से पाकिस्तान में बंद युवक अब लौटेगा घर.

बताया जाता है कि पुनवासी बहन के घर बहुती बरसइता से 2009 में निकला था, उसके बाद उसका कहीं पता नहीं चला. पुनवासी की बहन किरण ने उसे खूब तलाश किया. फिर थक-हार कर उसके मिलने की आस ही छोड़ दी. भाई का पता चल जाने पर अब प्रधानमंत्री मोदी से भाई को पाकिस्तान से भारत लाने की गुहार लगा रही है. किरण बताती हैं कि पुनवासी की शादी के बाद माता की भी मौत हो गई. पुनवासी की शादी के तीन महीने बाद वह लापता हो गया. बीवी भी 3 साल इंतजार करती रही. इसके बाद उसके घरवालों ने कहीं और शादी कर दी.

बताया जा रहा है कि मानसिक रूप से विक्षिप्त पुनवासी 2009 में बिना वीजा के भटक कर पाकिस्तान पहुंच गया था. 2009 में उसके ऊपर पाकिस्तान के नौलखा लाहौर में मुकदमा दर्ज है. इसे पकड़ कर पाकिस्तान के लाहौर जेल में बंद कर दिया गया था. उसे कोर्ट ने 7 साल की सजा सुनाई थी. 2017 में सजा पूरी हो गई. मगर पहचान नहीं होने के कारण उसे अभी तक जेल से छोड़ा नहीं गया है. जानकारी होने पर विदेश मंत्रालय की ओर से पुलिस अधीक्षक मिर्जापुर को मामले की जांच कराकर युवक का नाम-पता मांगा था.

कई महीनों की जांच के बाद पता चला कि युवक देहात कोतवाली थाना अंतर्गत भरुहना का रहने वाला पुनवासी है. उसके पिता का नाम कुंदरलाल है, जबकि पाकिस्तान में उसके पिता का नाम कन्हैया लाल लिखा गया है. इसकी वजह से नाम पता नहीं चल पा रहा था. अब पता हो जाने के बाद पुनवासी के जल्द देश आने की उम्मीद है.

मिर्जापुर: जनपद के देहात कोतवाली थाना अंतर्गत भरुहना गांव के रहने वाला पुनवासी लालगंज थाना क्षेत्र के बहुती ग्रामसभा के बरसइता मौजा से 2009 में लापता हो गया था. उसके पाकिस्तान की जेल में कैद होने की सूचना मिली तो 11 सालों से भाई का इंतजार कर रही बहन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपने भाई को भारत वापस लाने के लिए गुहार लगा रही है.

जिले का एक युवक पाकिस्तान के लाहौर जेल में पिछले 11 वर्षों से बंद है. 2019 के फरवरी में गृह विभाग से मिर्जापुर खुफिया विभाग को सूचना दी गई थी. तब से इस युवक का पता लगाया जा रहा था. करीब 20 महीने बाद पुलिस ने युवक के घर पहुंच कर परिजनों को उसके पाकिस्तान में होने की बात बताई. पुनवासी के माता-पिता की पहले ही मौत हो गई थी. उसके 5 भाइयों की मौत भी हो चुकी है. अब सिर्फ 1 बहन बची है. इस वजह से पुनवासी की पहचान होने में काफी वक्त लग गया.

11 साल से पाकिस्तान में बंद युवक अब लौटेगा घर.

बताया जाता है कि पुनवासी बहन के घर बहुती बरसइता से 2009 में निकला था, उसके बाद उसका कहीं पता नहीं चला. पुनवासी की बहन किरण ने उसे खूब तलाश किया. फिर थक-हार कर उसके मिलने की आस ही छोड़ दी. भाई का पता चल जाने पर अब प्रधानमंत्री मोदी से भाई को पाकिस्तान से भारत लाने की गुहार लगा रही है. किरण बताती हैं कि पुनवासी की शादी के बाद माता की भी मौत हो गई. पुनवासी की शादी के तीन महीने बाद वह लापता हो गया. बीवी भी 3 साल इंतजार करती रही. इसके बाद उसके घरवालों ने कहीं और शादी कर दी.

बताया जा रहा है कि मानसिक रूप से विक्षिप्त पुनवासी 2009 में बिना वीजा के भटक कर पाकिस्तान पहुंच गया था. 2009 में उसके ऊपर पाकिस्तान के नौलखा लाहौर में मुकदमा दर्ज है. इसे पकड़ कर पाकिस्तान के लाहौर जेल में बंद कर दिया गया था. उसे कोर्ट ने 7 साल की सजा सुनाई थी. 2017 में सजा पूरी हो गई. मगर पहचान नहीं होने के कारण उसे अभी तक जेल से छोड़ा नहीं गया है. जानकारी होने पर विदेश मंत्रालय की ओर से पुलिस अधीक्षक मिर्जापुर को मामले की जांच कराकर युवक का नाम-पता मांगा था.

कई महीनों की जांच के बाद पता चला कि युवक देहात कोतवाली थाना अंतर्गत भरुहना का रहने वाला पुनवासी है. उसके पिता का नाम कुंदरलाल है, जबकि पाकिस्तान में उसके पिता का नाम कन्हैया लाल लिखा गया है. इसकी वजह से नाम पता नहीं चल पा रहा था. अब पता हो जाने के बाद पुनवासी के जल्द देश आने की उम्मीद है.

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