मिर्जापुर: वाराणसी से सोनभद्र जा रहीं प्रियंका गांधी को मिर्जापुर जिला प्रशासन ने रोक लिया था. प्रियंका गांधी पूरी रात चुनार गेस्ट हाउस में रुकी रहीं. एडीजी जोन वाराणसी, कमिश्नर वाराणसी, कमिश्नर मिर्जापुर, डीआइजी मिर्जापुर देर रात प्रियंका को मनाने के लिए पहुंचे. सभी लोगों की प्रियंका गांधी के साथ चली वार्ता विफल रही. इस दौरान प्रियंका गांधी पीड़ितों से मुलाकात को लेकर अड़ी रहीं. उनका कहना है कि हमें पीड़ितों से मिलवाओ या जेल में डाल दो.
क्या है मामला
- सोनभद्र गोलीकांड पीड़ितों से मिलने जा रही प्रियंका गांधी को मिर्जापुर में रोक दिया गया.
- इसके बाद प्रियंका गांधी पूरी रात गेस्ट हाउस में रुकी रहीं.
- प्रशासन के तमाम आला अधिकारी प्रियंका को मनाने में जुटे रहे, लेकिन प्रियंका पीड़ितों से मुलाकात को लेकर अड़ी रहीं.
- प्रियंका का कहना है कि उन्हें पीड़ितों से मिलवाया जाए या जेल में डाल दिया जाए.
अधिकारी आए थे कि मैडम आप मान जाइए, वापस चले जाइए, लेकिन प्रियंका गांधी बस एक ही बात पर कर रही थीं. मुझे पीड़ितों से मिलवा दीजिए, मैं वापस चली जाऊंगी. जब तक पीड़ितों से नहीं मिलुंगी, तब तक वापस नहीं जाऊंगी. मैं पीड़ितों से मिलने के लिए आई हूं, मैं पीड़ितों से मिलकर ही जाऊंगी, चाहे जो हो जाए. मुझे जेल जाना पड़ जाए तो जेल में जाने के लिए तैयार हूं.
- अजय कुमार लल्लू, कांग्रेस नेता