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ऐसा प्राइमरी स्कूल, जहां बारिश होने पर कर दी जाती है छुट्टी

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Published : Jul 29, 2019, 7:09 PM IST

Updated : Sep 10, 2020, 12:19 PM IST

उत्तर प्रदेश में सर्व शिक्षा अभियान के तहत 'सब-पढ़े, सब-बढ़े' को लेकर जुलाई महीने में प्रदेश भर में स्कूल चलो अभियान चलाया जा रहा है. वही मिर्जापुर में एक ऐसा प्राथमिक विद्यालय है, जहां बारिश होते ही स्कूल बंद कर दिया जाता है.

बारिश में बंद हो जाता है यह प्राइमरी स्कूल.

मिर्जापुर: सर्व शिक्षा अभियान के तहत 'सब-पढ़े, सब-बढ़े' को लेकर जुलाई महीने में प्रदेश भर में स्कूल चलो अभियान चलाया जा रहा है. वहीं जिले में एक ऐसा प्राथमिक विद्यालय है, जहां बारिश होते ही स्कूल बंद कर दिया जाता है.

बारिश में बंद हो जाता है यह प्राइमरी स्कूल.

बारिश की वजह से प्राथमिक विद्यालय बंद-

  • मिर्जापुर में बैरिस्टर इमाम बेसिक प्राइमरी पाठशाला, जो नगर के रामबाग में स्थित है.
  • अगर पढ़ाई के दौरान बारिश शुरू हो जाए तो इस स्कूल में छुट्टी कर दी जाती है.
  • एक रूम होने के कारण टीचर भी इसी में बैठते हैं.
  • रसोईया भी इसी में बैठती हैं और खाना भी बनाया जाता है.
  • पूरा कमरा सामानों से भरा हुआ है.
  • कमरे में बच्चों को बैठने तक की जगह नहीं है.
  • बारिश नहीं होती तो बच्चों को बाहर बैठाकर पढ़ा दिया जाता है.
  • बारिश होते ही बच्चों की छुट्टी कर दी जाती है.
  • बच्चों की संख्या यहां पर लगभग 68 है.
  • एक टीचर, एक शिक्षामित्र और एक रसोईयां यहां तैनात है.

इस विद्यालय के निर्माण के लिए प्रयासरत हैं. नगर पालिका से हमने जगह की मांग की है. जगह न होने से यह दिक्कतें आ रही है. एकल कक्ष के लिए पैसे भी पड़े हैं, लेकिन स्थान न मिलने वजह से हम यहां बनवा नहीं पा रहे हैं.
-प्रवीण कुमार तिवारी,जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी

स्कूल को देखने कई बार अधिकारी आए और देखें भी, लेकिन अभी तक कुछ हुआ नहीं है. हम लोग यहीं पर पढ़ाते हैं. बारिश होने पर छुट्टी कर देते हैं. क्योंकि एक ही कमरा है उसमें भी समान रखा है.
-संगीता,शिक्षा मित्र,अध्यपिका

मिर्जापुर: सर्व शिक्षा अभियान के तहत 'सब-पढ़े, सब-बढ़े' को लेकर जुलाई महीने में प्रदेश भर में स्कूल चलो अभियान चलाया जा रहा है. वहीं जिले में एक ऐसा प्राथमिक विद्यालय है, जहां बारिश होते ही स्कूल बंद कर दिया जाता है.

बारिश में बंद हो जाता है यह प्राइमरी स्कूल.

बारिश की वजह से प्राथमिक विद्यालय बंद-

  • मिर्जापुर में बैरिस्टर इमाम बेसिक प्राइमरी पाठशाला, जो नगर के रामबाग में स्थित है.
  • अगर पढ़ाई के दौरान बारिश शुरू हो जाए तो इस स्कूल में छुट्टी कर दी जाती है.
  • एक रूम होने के कारण टीचर भी इसी में बैठते हैं.
  • रसोईया भी इसी में बैठती हैं और खाना भी बनाया जाता है.
  • पूरा कमरा सामानों से भरा हुआ है.
  • कमरे में बच्चों को बैठने तक की जगह नहीं है.
  • बारिश नहीं होती तो बच्चों को बाहर बैठाकर पढ़ा दिया जाता है.
  • बारिश होते ही बच्चों की छुट्टी कर दी जाती है.
  • बच्चों की संख्या यहां पर लगभग 68 है.
  • एक टीचर, एक शिक्षामित्र और एक रसोईयां यहां तैनात है.

इस विद्यालय के निर्माण के लिए प्रयासरत हैं. नगर पालिका से हमने जगह की मांग की है. जगह न होने से यह दिक्कतें आ रही है. एकल कक्ष के लिए पैसे भी पड़े हैं, लेकिन स्थान न मिलने वजह से हम यहां बनवा नहीं पा रहे हैं.
-प्रवीण कुमार तिवारी,जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी

स्कूल को देखने कई बार अधिकारी आए और देखें भी, लेकिन अभी तक कुछ हुआ नहीं है. हम लोग यहीं पर पढ़ाते हैं. बारिश होने पर छुट्टी कर देते हैं. क्योंकि एक ही कमरा है उसमें भी समान रखा है.
-संगीता,शिक्षा मित्र,अध्यपिका

Intro:सर्व शिक्षा अभियान के तहत सब पढ़े सब बढ़े को लेकर जुलाई महीने में प्रदेश भर में स्कूल चलो अभियान चलाया जा रहा है तो वही मिर्जापुर मैं एक ऐसा प्राथमिक विद्यालय है जहां बारिश होते ही कर दिया जाता है छुट्टी जिले के बैरिस्टर यूसुफ इमाम बेसिक प्राइमरी पाठशाला नगर का सरकारी स्कूल एक कमरे की वजह से बरसात होने पर बच्चों के बैठने तक की जगह नहीं बचती तो मजबूरी में टीचर छुट्टी करना ही मुनासिब समझते हैं और अपना समय पूरा टीचर कमरे में बैठकर काटते हैं।


Body:जुलाई से लेकर जहां जोर शोर से अभिभावक अपने छात्रों को स्कूल भेजते हैं पढ़ने के लिए वहीं मिर्जापुर का एक ऐसा प्राथमिक विद्यालय बैरिस्टर इमाम बेसिक प्राइमरी पाठशाला जो नगर के रामबाग में स्थित है एक कमरे में हो होने को वजह से इस विद्यालय के बरसात में छुट्टी कर दी जाती है बच्चे सुबह पहुंचते हैं पढ़ने के लिए तो बारिश होना जब शुरू हो जाता है तो टीचर छुट्टी कर देते हैं एक रूम होने के कारण उसे रूम में टीचर भी बैठते हैं रसोईया भी बैठती हैं और खाना भी बनाया जाता है सामानों से भरा हुआ है पूरा रूम बच्चों को बैठने तक का जगह नहीं है जब तक बारिश नहीं होता तो बच्चों को बाहर बैठा कर पढ़ा दिया जाता है लेकिन बारिश होते ही बच्चों की छुट्टी कर दी जाती है इस में बात करें बच्चों की संख्या के तो यहां पर बच्चे लगभग 68 बच्चे हैं और एक टीचर एक शिक्षामित्र एक रसोईया तैनात हैं बारिश होने पर बच्चों को छुट्टी कर दी जाती है टीचर अपना पूरा समय यहीं पर स्कूल समय बिताने के बाद जाती हैं।
बेसिक शिक्षा अधिकारी कहना है कि पूर्व जिला अधिकारी और वर्तमान जिला अधिकारी इस विद्यालय के बहुत प्रयासरत हैं नगर पालिका से हमने जगह की मांग की है जगह न होने से यह दिक्कतें आ रही है एकल कक्ष के लिए पैसे भी पड़े हैं लेकिन स्थान न मिलने वजह से हम यहां बनवा नहीं पा रहे हैं हमने कोशिश की है कि उसको कहीं और शिफ्ट करके चलाएं क्योंकि वहां पर कमरों की कमी है और जगह भी नहीं है कि वहां पर हम बनवा पाए उस विद्यालय कहीं और संबंध करके तभी हम संचालित कर पाएंगे।

यहां पर पढ़ा रही शिक्षा में संगीता का कहना है कि यह स्कूल को कई बार अधिकारी आए और देखें लेकिन अभी तक कुछ हुआ नहीं है हम लोग यहीं पर पढ़ाते हैं बारिश होने पर छुट्टी कर देते हैं क्योंकि एक ही कमरा है उसे समान भी रखा है हम लोग भी रहते हैं तो बच्चों को खाना पीना खिलाफ बारिश होते ही छुट्टी कर दी जाती है बारिश नहीं होती है बच्चों को हम लोग बाहर पड़ा लेते हैं किसी तरह सड़क पर बैठाकर लेकिन जब जब बारिश होती है तो हम लोग बच्चों की छुट्टी कर देते हैं कई बार अधिकारियों को अवगत कराया गया है लेकिन जमीन न मिलने के कारण बताया जाता है अभी तक व्यवस्था नहीं हो पाया है।

Bite-संगीता-शिक्षा मित्र(अध्यपिका)
Bite-प्रवीण कुमार तिवारी-जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी


Conclusion:हम आपको बता दें कि यह विद्यालय कई वर्षों से इसी तरह से चल रहा है बच्चे बाहर सड़क पर पढ़ते हैं बारिश होने पर छुट्टी कर दी जाती है इस तरह से टीचर आते हैं इसी रूम में बैठ कर पूरा समय बिताकर बच्चों के मिड डे मील किसी तरह खिलाकर बारिश होने पर छुट्टी कर देते हैं अब आप सोचिए 68 बच्चों का भविष्य का जिम्मेदार कौन है जो बच्चे आते तो है अपने स्कूल पढ़ने के लिए लेकिन बारिश होने पर स्कूल की छुट्टी कर दिया जाता है।

जय प्रकाश सिंह
मिर्ज़ापुर
9453881630
Last Updated : Sep 10, 2020, 12:19 PM IST
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