मिर्जापुर: नेशनल हाईवे 7 वाराणसी से मध्य प्रदेश हनुमना बॉर्डर तक चौड़ीकरण में किसानों की जमीन अधिग्रहित की गई. अधिग्रहित भूमि का उचित मुआवजा नहीं दिए जाने को लेकर किसान आंदोलन पर कर रहे हैं. वहीं कांग्रेस ने आंदोलित किसानों का समर्थन किया है. कांग्रेस ने किसानों की समस्या को लेकर सत्याग्रह पदयात्रा निकाली. यह सत्याग्रह पदयात्रा कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष ललितेश पति त्रिपाठी के नेतृत्व में ड्रमंडगंज से शुरू होकर वाराणसी तक जाएगी.
जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा
सत्याग्रह पदयात्रा के पांचवें दिन जिला मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों और कांग्रेसियों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा था. पुलिस ने उन्हें डंकिनीगंज में रोक लिया. इससे नाराज कांग्रेसी सड़क पर बैठकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. वहीं नगर मजिस्ट्रेट के पहुंचने पर ज्ञापन सौंपकर आगे के लिए सत्याग्रह पदयात्रा दोबारा शुरू की. यह पदयात्रा 28 दिसंबर को वाराणसी मिनी पीएमओ पर ज्ञापन सौंपकर समाप्त की जाएगी.
किसानों को न्याय दिलाने मैदान में कांग्रेस
कांग्रेसियों का कहना है कि 2013 में भूमि अधिग्रहण कानून बना था. उसमें उचित मुआवजा देने का प्रावधान है. उसे वर्तमान सरकार दरकिनार कर किसानों के साथ अन्याय कर रही है. किसानों को न्याय दिलाने के बाद ही कांग्रेस पार्टी शांत बैठेगी.
झारखंड में किसानों ने सरकार बदल कर दिखाया है. उसी तरह से यदि सरकार यहां ध्यान नहीं देती है तो सरकार का ऐसा ही हश्र होगा.
-ललितेश पति त्रिपाठी, उपाध्यक्ष, कांग्रेस कमेटी