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परीक्षाओं में नकल कराने वाले गैंग का पर्दाफाश, पुलिस ने 12 आरोपियों को दबोचा - मिर्जापुर की खबरें

मिर्जापुर जिले में पुलिस ने परीक्षाओं में नकल कराने वाले गैंग का पर्दाफाश करते हुए 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने इनके कब्जे से इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस समेत अन्य सामान बरामद किया है.

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कटरा थाना क्षेत्र
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Published : Aug 22, 2022, 9:17 PM IST

मिर्जापुर: कटरा थाना क्षेत्र में पुलिस ने सोमवार को परीक्षाओं में नकल कराने वाले संगठित गिरोह का किया पर्दाफाश किया. पुलिस ने गैंग में शामिल 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार सभी लोग इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का इस्तेमाल कर परीक्षार्थियों को नकल कराते थे और उनसे लाखों की वसूली करते थे. परीक्षा केंद्रों में गार्डिंग करने वाले और परीक्षा कराने वाले संस्था के कर्मचारियों के माध्यम से डिवाइस अंदर पहुंचता था. आरोपी सेंटर से कुछ दूर बैठकर नकल कराते थे. कटरा कोतवाली इलाके से सभी को गिरफ्तार किया गया है.

पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्रा ने बताया कि वन रक्षक एवं वन्य जीव रक्षक भर्ती परीक्षा-2019 की परीक्षा के दौरान मिर्जापुर के राजस्थान इंटर कॉलेज में परीक्षा दे रहे अनिल यादव को इलेक्ट्रानिक डिवाइस एवं ब्लूटूथ से परीक्षा देते हुए पकड़ा गया था. इसके संबंध में प्रिंसिपल अजय त्रिपाठी की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया. पुलिस अधीक्षक घटना को गंभीरता से लेते हुए अपर पुलिस अधीक्षक नगर के नेतृत्व में टीमों को गठन किया.

पुलिस ने इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों का विश्लेषण करते हुए भर्ती परीक्षा में सेंधमारी करने वाले 12 अभियुक्तों को थाना कोतवाली कटरा क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया. इनके पास से 5 इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, 3 ब्लूटूथ 14 मोबाइल , 36 हजार 750 नगद रुपये, 4 मोटरसाइकिल, 2 मोबाइल चार्जर व 5 यूएसबी बरामद किया है.

पढ़ेंः चप्पल में डिवाइस लगाकर UPSSSC की परीक्षा दे रहा था अभ्यर्थी, धरा गया

गिरफ्तार गिरोह के सदस्यों ने पूछताछ के दौरान बताया है एक संगठित गिरोह है, जो उत्तर प्रदेश के कई जिलो में इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस व ब्लूटूथ इत्यादि के माध्यम से नकल कराने का ठेका लेते हैं. इसके लिए प्रति अभ्यर्थी से परीक्षा में नकल कराने के लिए 3-5 लाख रुपये वसूल करते हैं तथा प्रत्येक अभ्यर्थी को एक डिवाइस देते हैं, जो क्रेडिट व डेबिट कार्ड जैसा दिखता है. इसमें सिम कार्ड लगाने की व्यवस्था रहती है. परीक्षा से एक दिन पहले अभ्यर्थी को किसी स्थान या होटल पर बुलाकर कहां एवं कैसे यह डिवाइस मिलेगी उसके बारें में बताया जाता है.

आरोपियों ने बताया कि परीक्षा केंद्रों पर उनके गैंग में परीक्षा केंद्रों पर गार्डी करने वाले एवं परीक्षा का संचालन कराने वाले संस्था के कर्मचारी भी शामिल रहते हैं. परीक्षा में लगे कर्मचारियों द्वारा अभ्यर्थियों को यह डिवाइस और एक चिप परीक्षा केंद्र के अंदर बाथरूम में बुलाकर उपलब्ध कराते है. अभ्यर्थी सिम कार्ड व चिप को बताये गए तरीके से लगाता है और ब्लूटूथ टेक्नोलॉजी के माध्यम से दूर बैठे सॉल्वर गैंग के सदस्यों से प्रश्नों का उत्तर पूछकर ओएमआर शीट पर अंकित करता है.

पढ़ेंः APO भर्ती परीक्षा में आरक्षण को लेकर यूपी लोक सेवा आयोग पर उठे सवाल

पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्रा ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त वाराणसी जौनपुर के ज्यादा हैं. एक सोनभद्र का रहने वाला है. शनिवार को परीक्षा के दौरान एक पकड़ा गया था, तभी से पुलिस इनके तलाश में जुटी थी. यह ग्रुप पूरे उत्तर प्रदेश में सक्रिय है, उनको गिरफ्तार किया गया है. इनके और साथियों की तलाश की जा रही है. पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.

पढ़ेंः लखनऊ विश्वविद्यालय में मची दाखिले की होड़, एक सीट पर 10 दावेदार

मिर्जापुर: कटरा थाना क्षेत्र में पुलिस ने सोमवार को परीक्षाओं में नकल कराने वाले संगठित गिरोह का किया पर्दाफाश किया. पुलिस ने गैंग में शामिल 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार सभी लोग इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का इस्तेमाल कर परीक्षार्थियों को नकल कराते थे और उनसे लाखों की वसूली करते थे. परीक्षा केंद्रों में गार्डिंग करने वाले और परीक्षा कराने वाले संस्था के कर्मचारियों के माध्यम से डिवाइस अंदर पहुंचता था. आरोपी सेंटर से कुछ दूर बैठकर नकल कराते थे. कटरा कोतवाली इलाके से सभी को गिरफ्तार किया गया है.

पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्रा ने बताया कि वन रक्षक एवं वन्य जीव रक्षक भर्ती परीक्षा-2019 की परीक्षा के दौरान मिर्जापुर के राजस्थान इंटर कॉलेज में परीक्षा दे रहे अनिल यादव को इलेक्ट्रानिक डिवाइस एवं ब्लूटूथ से परीक्षा देते हुए पकड़ा गया था. इसके संबंध में प्रिंसिपल अजय त्रिपाठी की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया. पुलिस अधीक्षक घटना को गंभीरता से लेते हुए अपर पुलिस अधीक्षक नगर के नेतृत्व में टीमों को गठन किया.

पुलिस ने इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों का विश्लेषण करते हुए भर्ती परीक्षा में सेंधमारी करने वाले 12 अभियुक्तों को थाना कोतवाली कटरा क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया. इनके पास से 5 इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, 3 ब्लूटूथ 14 मोबाइल , 36 हजार 750 नगद रुपये, 4 मोटरसाइकिल, 2 मोबाइल चार्जर व 5 यूएसबी बरामद किया है.

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गिरफ्तार गिरोह के सदस्यों ने पूछताछ के दौरान बताया है एक संगठित गिरोह है, जो उत्तर प्रदेश के कई जिलो में इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस व ब्लूटूथ इत्यादि के माध्यम से नकल कराने का ठेका लेते हैं. इसके लिए प्रति अभ्यर्थी से परीक्षा में नकल कराने के लिए 3-5 लाख रुपये वसूल करते हैं तथा प्रत्येक अभ्यर्थी को एक डिवाइस देते हैं, जो क्रेडिट व डेबिट कार्ड जैसा दिखता है. इसमें सिम कार्ड लगाने की व्यवस्था रहती है. परीक्षा से एक दिन पहले अभ्यर्थी को किसी स्थान या होटल पर बुलाकर कहां एवं कैसे यह डिवाइस मिलेगी उसके बारें में बताया जाता है.

आरोपियों ने बताया कि परीक्षा केंद्रों पर उनके गैंग में परीक्षा केंद्रों पर गार्डी करने वाले एवं परीक्षा का संचालन कराने वाले संस्था के कर्मचारी भी शामिल रहते हैं. परीक्षा में लगे कर्मचारियों द्वारा अभ्यर्थियों को यह डिवाइस और एक चिप परीक्षा केंद्र के अंदर बाथरूम में बुलाकर उपलब्ध कराते है. अभ्यर्थी सिम कार्ड व चिप को बताये गए तरीके से लगाता है और ब्लूटूथ टेक्नोलॉजी के माध्यम से दूर बैठे सॉल्वर गैंग के सदस्यों से प्रश्नों का उत्तर पूछकर ओएमआर शीट पर अंकित करता है.

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पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्रा ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त वाराणसी जौनपुर के ज्यादा हैं. एक सोनभद्र का रहने वाला है. शनिवार को परीक्षा के दौरान एक पकड़ा गया था, तभी से पुलिस इनके तलाश में जुटी थी. यह ग्रुप पूरे उत्तर प्रदेश में सक्रिय है, उनको गिरफ्तार किया गया है. इनके और साथियों की तलाश की जा रही है. पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.

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