मिर्जापुर: जिले में कोहरे के कारण ट्रक की टक्कर से पचास साल पुराना भरत मिलाप मंच धराशाई हो गया. चुनार के टेकौर के पास रात में भरत मिलाप का मंच टूट जाने से नाराज राम भक्त और रामलीला कमेटी के सदस्यों ने स्टेशन बाजार के मुख्य मार्ग को जाम कर धरने पर बैठ गए. नाराज लोगों ने पुलिस पर आरोप लगाया कि रोक के बाद भी भारी वाहनों को पास कराया जाता है. सूचना पर पहुंचे एसडीएम के आश्वासन के बाद जाम को समाप्त कराया गया.
कोहरे के कहर से भरत मिलाप मंच ध्वस्त
दो दिन से जनपद में घने कोहरे के वजह से कहीं सड़क पर एक दूसरे से वाहन टकरा जा रहे हैं, तो कहीं सड़क के पास बने मकानों को ट्रक धराशाई कर दे रहे हैं. ताजा मामला चुनार थाना क्षेत्र के स्टेशन रोड पर स्थित भरत मिलाप मंच का है, जिसे रात में अज्ञात ट्रक ने जमींदोज कर दिया. धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर के रूप में पहचान बना चुके इस भरत मिलाप मंच के ध्वस्त होने की सूचना स्थानीय लोगों को मिलने पर आक्रोशित लोगों ने स्टेशन - चुनार बाजार मार्ग को जाम कर दिया. सड़क जामकर राम भक्तों और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने क्षतिग्रस्त भरत मिलाप मंच को बनवाने और यहां से भारी वाहनों पर प्रतिबंध लगाने को लेकर विरोध प्रदर्शन किया.
स्थानीय लोगों ने प्रशासन पर लगाया आरोप
स्थानीय लोगों ने प्रशासन पर आरोप लगाया कि रोक लगाए जाने के बाद भी भारी वाहनों का परिवहन पुलिस संरक्षण में हो रहा है, जबकि नगर की सड़कें भारी वाहन की क्षमता के अनुरूप नहीं है. भारी वाहनों के आवागमन से सड़क के साथ ही नगर पालिका की ओर से पेयजल आपूर्ति के लिए बिछाई गई पाइप लाइन क्षतिग्रस्त हो जा रही है, जिससे पेयजल आपूर्ति बाधित हो जाती है. आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं. साथ ही भरत मिलाप मंच का र्निर्माण कराया जाए, क्षतिग्रस्त सड़क की मरम्मत व नगर में भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगाने की मांग की.
1977 से हो रहा था भरत मिलाप
चुनार टेकौर इलाके में स्थित प्रसिद्ध भरत मिलाप मंच पर 1977 से लगातार आयोजन किया जाता रहा है. बताया जाता है कि चुनार नगर के सभासद कुंवर प्रताप सिंह के पिता स्वर्गीय त्रिलोकनाथ सिंह ने अपने पिता गोकुल प्रसाद सिंह की याद में चुनार किले के नीचे भरत मिलाप मंच का निर्माण कराया था. यहां पर पिछले 42 सालों से लगातार राघवेंद्र रामलीला समिति द्वारा राम- भरत मिलाप की लीला होती आ रही है.