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खड़ी-खड़ी जंग खा रहीं लघु सिंचाई विभाग की कई मशीनें - मिर्जापुर लघु सिंचाई विभाग

मिर्जापुर में लघु सिंचाई विभाग में लाखों रुपये की कई मशीनें खड़ी-खड़ी जंग खा रही हैं. इन मशीनों को छोड़कर प्राइवेट मशीनों का इस्तेमाल किया जा रहा है.

लाखों रुपये की मशीनें खराब हो रहीं.
लाखों रुपये की मशीनें खराब हो रहीं.
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Published : Feb 6, 2021, 5:33 PM IST

Updated : Feb 6, 2021, 6:50 PM IST

मिर्जापुर: लघु सिंचाई विभाग में बोरिंग के लिए खरीदी गई लाखों रुपये की मशीनें जंग खा रही हैं. हाल यह है कि प्राइवेट मशीनों से काम चलाया जा रहा है. कोई अधिकारी इसकी सुध लेने वाला नहीं है.

जंग खा रही लाखों रुपये की मशीनें

मिर्जापुर लघु सिंचाई विभाग के चंदईपुर और सिरसी गहरवार कार्यालय परिसर में बोरिंग के लिए खरीदी गई लाखों रुपये की मशीनों का इस्तेमाल नहीं हो रहा है. मशीनें खड़ी-खड़ी जंग खा रही हैं. सिंचाई विभाग बोरिंग के लिए प्राइवेट मशीनों का सहारा ले रहा है, लेकिन इसकी ओर किसी का ध्यान नहीं जा रहा है. इस मामले में अधिकारीगण से बात करने की कोशिश की गई तो वो बात करने के लिए तैयार नहीं हैं. लाखों रुपये की खड़ी भारी क्षमता वाली सरकारी मशीनों की मरम्मत करा दी जाए तो इनसे काम लिया जा सकता है.

विभाग का खजाना हो रहा खाली

विभाग में दो भारी क्षमता वाली बोरिंग मशीन, कई गाड़ियां और पत्थर काटने वाले लगभग 17 ट्रैक्टर खड़े-खड़े जंग लगने से खराब हो चुके हैं. मशीनों और गाड़ियों की कीमत करोड़ों रुपये बताई जा रही है. कार्यालय परिसर में तैनात हेल्पर राकेश ने बताया कि मशीनें खराब हो गई हैं. बाहर से मशीनें मंगवाकर बोरिंग कराई जाती है. इस तरह की कई गाड़ियां खड़ी हैं.

मिर्जापुर: लघु सिंचाई विभाग में बोरिंग के लिए खरीदी गई लाखों रुपये की मशीनें जंग खा रही हैं. हाल यह है कि प्राइवेट मशीनों से काम चलाया जा रहा है. कोई अधिकारी इसकी सुध लेने वाला नहीं है.

जंग खा रही लाखों रुपये की मशीनें

मिर्जापुर लघु सिंचाई विभाग के चंदईपुर और सिरसी गहरवार कार्यालय परिसर में बोरिंग के लिए खरीदी गई लाखों रुपये की मशीनों का इस्तेमाल नहीं हो रहा है. मशीनें खड़ी-खड़ी जंग खा रही हैं. सिंचाई विभाग बोरिंग के लिए प्राइवेट मशीनों का सहारा ले रहा है, लेकिन इसकी ओर किसी का ध्यान नहीं जा रहा है. इस मामले में अधिकारीगण से बात करने की कोशिश की गई तो वो बात करने के लिए तैयार नहीं हैं. लाखों रुपये की खड़ी भारी क्षमता वाली सरकारी मशीनों की मरम्मत करा दी जाए तो इनसे काम लिया जा सकता है.

विभाग का खजाना हो रहा खाली

विभाग में दो भारी क्षमता वाली बोरिंग मशीन, कई गाड़ियां और पत्थर काटने वाले लगभग 17 ट्रैक्टर खड़े-खड़े जंग लगने से खराब हो चुके हैं. मशीनों और गाड़ियों की कीमत करोड़ों रुपये बताई जा रही है. कार्यालय परिसर में तैनात हेल्पर राकेश ने बताया कि मशीनें खराब हो गई हैं. बाहर से मशीनें मंगवाकर बोरिंग कराई जाती है. इस तरह की कई गाड़ियां खड़ी हैं.

Last Updated : Feb 6, 2021, 6:50 PM IST
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