मिर्जापुर : चुनाव आयोग के लिए चुनौती बन चुके पेड न्यूज और मतदाताओं को लुभाने के लिए दिए जाने वाले उपहारों को हर हाल में रोकने की कोशिश होगी. आयोग ने प्रिंट और विजुअल माध्यम में चुनाव के दौरान प्रकाशित और प्रसारित की जाने वाली पेड न्यूज को रोकने के लिए निर्देश दिए हैं. साथ ही सोशल साइटों पर निगरानी रखने के लिए भी समिति गठित की गई है.
नक्सल प्रभावित जनपद मिर्जापुर में भी मीडिया प्रमाणिकता एवं निगरानी समिति का गठन किया गया है. जिलाधिकारी ने बताया कि यह समिति लोकसभा चुनाव 2019 में आदर्श आचार संहिता के दौरान प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, सोशल मीडिया, केबल नेटवर्क, इंटरनेट मोबाइल नेटवर्क और रेडियो एफएम चैनलों पर प्रकाशित व प्रसारित होने वाले राजनीतिक विज्ञापनों को प्रमाणित करेगी. साथ ही समिति चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों और राजनीतिक दलों की प्रिंट मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में प्रकाशित और प्रसारित होने वाले पेड न्यूज पर भी नजर रखेगी. इसके लिए डीडी न्यूज के पत्रकार और पीटीआई के पत्रकार को लगाया गया है.
साथ ही एक टेक्निकल टीम को सोशल मीडिया पर नजर रखने के लिए एक्टिव किया गया है. यह लोग अखबारों और टीवी चैनलों के साथ ही सोशल मीडिया को देखकर जिला निर्वाचन अधिकारी को रिपोर्ट करेंगे. फिलहाल जिले में अभी तक इस प्रकार की कोई शिकायत प्राप्त नहीं हुई है. इसके अलावा यहां पर 15 उड़न दस्ते और 5 स्टैटिक टीम भी लगाई गई है. पांचों विधानसभा में यह सभी गाड़ियां जीपीएस से लैस करके रवाना कर दी गईं हैं.
यह टीमें सभी विधानसभा में जाकर चेकिंग करेंगे कि कोई इलीगल कार्य तो नहीं कर रहा है. कोई पैसा तो नहीं ले जा रहा है. कोई उपहार तो नहीं देने जा रहा है. मतदाताओं पर नजर बनाकर रखेंगे और पकड़े जाने पर कार्रवाई की जाएगी. यहां पर 5 विधानसभा हैं, हर एक विधान सभा में तीन उड़न दस्ते लगाए गए हैं. साथ ही हर एक विधान सभा में एक स्टेटिक टीम भी लगाई गई है. नक्सल प्रभावित जनपद होने के कारण राजगढ़ मड़िहान का जो क्षेत्र है उसे क्रिटिकल बूथ माना गया है. वहां पर अतिरिक्त फोर्स की व्यवस्था भी की जाएगी.