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इस अस्पताल में नहीं है रैबीज का इंजेक्शन, बेड पर सोते हैं कुत्ते - बाथरूम के सामने लेटे मरीज

उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में मंडलीय अस्पताल का एक वीडियो वायरल हो रहा है. इस वीडियो में सर्जिकल वार्ड में बेड पर कुत्ता सोता हुआ दिख रहा है.

mirzapur divisional hospital viral video
मिर्जापुर के मंडलीय अस्पताल में बेड पर लेटे कुत्ते.
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Published : Jan 10, 2021, 4:04 AM IST

मिर्जापुर : मंडलीय अस्पताल के सर्जिकल वार्ड में मरीज के बेड के पास दूसरे बेड पर कुत्ते के लेटे होने का वीडियो सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहा है. शुक्रवार को जिलाधिकारी के निरीक्षण के दौरान जब उनसे इस पर सवाल किया गया तो वे खामोश रहे.

बेड पर सोता मिला कुत्ता.

अस्पताल के बेड पर कुत्ते

प्रदेश में करोड़ों रुपये की लागत से बने सरकारी अस्पतालों में बदइंतजामी का हाल यह है कि अस्पताल के सर्जिकल वार्ड में मरीज के बेड के पास तक जानवर पहुंच जा रहे है. मंडलीय अस्पताल में मौजूद सर्जिकल वार्ड में भर्ती मरीज के बेड के पास एक कुत्ते के सोने का वीडियो सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहा है. सर्जिकल वार्ड के बेड नम्बर 31 पर बीमार इंसान पड़ा था तो 32 नम्बर के बेड पर आवारा कुत्ता आराम फरमा रहा है. यह वीडियो एक दिन पहले का है. यह व्यवस्था जिले के सबसे बड़े अस्पताल की है. अस्पताल में व्याप्त गंदगी और कर्मचारियों की मनमानी जिलाधिकारी ने अपने पहले ही निरीक्षण में भांप लिया और खुल कर न बोल पाने की प्रशासनिक बंदिश के बावजूद कह ही दिया कि सफाई की और गुंजाइश है.

तीन जिलों के मरीजों का होता है इलाज

जिले का बैरिस्टर यूसुफ इमाम मण्डलीय अस्पताल बहुत बड़ा अस्पताल है. यहां पर तीन जिले भदोही, सोनभद्र और मिर्जापुर के लोग दूर-दूर से अस्पताल में इलाज के लिए आते हैं. मंडलीय अस्पताल में सुविधाएं बहुत हैं, लेकिन जन सुविधाओं का धरातल पर दिखना मुश्किल हो गया है. जिले के नवागत डीएम प्रवीण कुमार लक्षकार भी मण्डलीय अस्पताल निरीक्षण करने पहुंचे थे, लेकिन यहां पर खामियां देख वे बैरंग लौट गए.

नहीं है रैबीज का इंजेक्शन

अस्पताल में रैबीज का इंजेक्शन उपलब्ध नहीं है. जनता सरकार से बड़ी उम्मीद लगा कर बैठी है. वह जरूरत पड़ने पर अस्पताल में फ्री में समय से इंजेक्शन मिलने का सपना संजोए बैठी है, लेकिन उसकी उम्मीदों और सपनों पर पानी फिर रहा है. अस्पताल में रैबीज का इंजेक्शन नहीं है. तीन जिलों से मरीज अपने इलाज के लिए यहां आते हैं. जब जिले के मण्डलीय अस्पताल में रैबीज का इंजेक्शन नहीं है तो क्या है? इसके बाबत जब डीएम से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि रैबीज का इंजेक्शन नहीं है. सप्लाई बन्द है. बाहर से इंजेक्शन मंगाए जाने को कहा गया है.

बाथरूम के सामने लेटे मरीज

बाथरूम के सामने बदबूदार जगह में सर्जिकल वार्ड के पीछे की तरफ दो मरीजों को इलाज के लिए लिटाया गया है. जबकि सर्जिकल वार्ड में चार बेड खाली भी पड़े हैं. लेकिन जिस बदइंतजामी के तहत मरीजों की देखभाल की जा रही है, उसको देखकर ऐसा लगता है कि सरकार पैसे लुटा रही है. जनता को उससे कोई लाभ होता नहीं दिख रहा है. सर्जिकल वार्ड के बाथरूम के सामने मरीजों को लिटाने के लिए अस्पताल प्रशासन क्यों मजबूर है. कुत्ते घूम रहे हैं और बेड पर लेटे हैं, जब यह सवाल किया गया तो जिलाधिकारी ने कहा कि यह मामला संज्ञान में नहीं है. इसको दिखवा लिया जाएगा.

मिर्जापुर : मंडलीय अस्पताल के सर्जिकल वार्ड में मरीज के बेड के पास दूसरे बेड पर कुत्ते के लेटे होने का वीडियो सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहा है. शुक्रवार को जिलाधिकारी के निरीक्षण के दौरान जब उनसे इस पर सवाल किया गया तो वे खामोश रहे.

बेड पर सोता मिला कुत्ता.

अस्पताल के बेड पर कुत्ते

प्रदेश में करोड़ों रुपये की लागत से बने सरकारी अस्पतालों में बदइंतजामी का हाल यह है कि अस्पताल के सर्जिकल वार्ड में मरीज के बेड के पास तक जानवर पहुंच जा रहे है. मंडलीय अस्पताल में मौजूद सर्जिकल वार्ड में भर्ती मरीज के बेड के पास एक कुत्ते के सोने का वीडियो सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहा है. सर्जिकल वार्ड के बेड नम्बर 31 पर बीमार इंसान पड़ा था तो 32 नम्बर के बेड पर आवारा कुत्ता आराम फरमा रहा है. यह वीडियो एक दिन पहले का है. यह व्यवस्था जिले के सबसे बड़े अस्पताल की है. अस्पताल में व्याप्त गंदगी और कर्मचारियों की मनमानी जिलाधिकारी ने अपने पहले ही निरीक्षण में भांप लिया और खुल कर न बोल पाने की प्रशासनिक बंदिश के बावजूद कह ही दिया कि सफाई की और गुंजाइश है.

तीन जिलों के मरीजों का होता है इलाज

जिले का बैरिस्टर यूसुफ इमाम मण्डलीय अस्पताल बहुत बड़ा अस्पताल है. यहां पर तीन जिले भदोही, सोनभद्र और मिर्जापुर के लोग दूर-दूर से अस्पताल में इलाज के लिए आते हैं. मंडलीय अस्पताल में सुविधाएं बहुत हैं, लेकिन जन सुविधाओं का धरातल पर दिखना मुश्किल हो गया है. जिले के नवागत डीएम प्रवीण कुमार लक्षकार भी मण्डलीय अस्पताल निरीक्षण करने पहुंचे थे, लेकिन यहां पर खामियां देख वे बैरंग लौट गए.

नहीं है रैबीज का इंजेक्शन

अस्पताल में रैबीज का इंजेक्शन उपलब्ध नहीं है. जनता सरकार से बड़ी उम्मीद लगा कर बैठी है. वह जरूरत पड़ने पर अस्पताल में फ्री में समय से इंजेक्शन मिलने का सपना संजोए बैठी है, लेकिन उसकी उम्मीदों और सपनों पर पानी फिर रहा है. अस्पताल में रैबीज का इंजेक्शन नहीं है. तीन जिलों से मरीज अपने इलाज के लिए यहां आते हैं. जब जिले के मण्डलीय अस्पताल में रैबीज का इंजेक्शन नहीं है तो क्या है? इसके बाबत जब डीएम से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि रैबीज का इंजेक्शन नहीं है. सप्लाई बन्द है. बाहर से इंजेक्शन मंगाए जाने को कहा गया है.

बाथरूम के सामने लेटे मरीज

बाथरूम के सामने बदबूदार जगह में सर्जिकल वार्ड के पीछे की तरफ दो मरीजों को इलाज के लिए लिटाया गया है. जबकि सर्जिकल वार्ड में चार बेड खाली भी पड़े हैं. लेकिन जिस बदइंतजामी के तहत मरीजों की देखभाल की जा रही है, उसको देखकर ऐसा लगता है कि सरकार पैसे लुटा रही है. जनता को उससे कोई लाभ होता नहीं दिख रहा है. सर्जिकल वार्ड के बाथरूम के सामने मरीजों को लिटाने के लिए अस्पताल प्रशासन क्यों मजबूर है. कुत्ते घूम रहे हैं और बेड पर लेटे हैं, जब यह सवाल किया गया तो जिलाधिकारी ने कहा कि यह मामला संज्ञान में नहीं है. इसको दिखवा लिया जाएगा.

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