मिर्जापुर: बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं में हो रही मौतों को कम करने के लिए सरकार ने सकारात्मक पहल शुरू की है. दुर्घटना में घायलों को समय से नजदीकी अस्पताल पहुंचा कर जान बचाने वाले को मुख्य चिकित्साधिकारी की तरफ से 2,000 रुपये का इनाम मिलेगा, जबकि घायल की सहायता करने वाले व्यक्ति का नाम और पता गोपनीय रखा जाएगा. वहीं सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी रविकांत शुक्ला ने बताया कि सड़क दुर्घटना में घायलों की मदद करने पर पुलिस परेशान नहीं करेगी, बल्कि अस्पताल पहुंचाने पर सहायक को 2,000 रुपये की पुरस्कार दी जाएगी. समय से किसी घायल को अस्पताल पहुंचाया जाता है तो उसकी जान बचाई जा सकती है.
प्रदेश में किसी प्रकार के हादसे में घायल हुए लोगों को अस्पताल पहुंचाने वालों को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा, बल्कि अब सरकार उन्हें इनाम देकर सम्मानित करेगी. घायलों को अस्पताल पहुंचाने वाले मददगार को प्रोत्साहन के रूप में परिवहन विभाग द्वारा सड़क सुरक्षा कोष से 2,000 रुपये का इनाम दिया जाएगा. अक्सर देखा जाता है कि सड़क दुर्घटना होने पर घायलों के लिए लोग या तो एम्बुलेंस को फोन कर देते हैं या पुलिस को फोन कर देते हैं या फिर दरकिनार करके निकल जाते हैं, जिसके चलते घायलों को तुरंत उपचार मिलना संभव नहीं हो पाता है, जिससे घायल की मौत की संभावना बढ़ जाती है.
सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी रवि कांत शुक्ला ने बताया कि उच्चतम न्यायालय ने सड़क दुर्घटना में घायलों की मदद करने वालों को बढ़ावा देने के लिए पुलिस को किसी तरह की पूछताछ न किए जाने का आदेश दिया गया है. लिहाजा नवंबर 2019 में शासन की तरफ से निर्देश दिए गए हैं कि जो भी व्यक्ति किसी भी घायल को तुरंत नजदीकी अस्पताल पहुंचा कर उसकी जान बचाने में अपना योगदान देगा तो उसे मुख्य चिकित्साधिकारी पुरस्कार राशि देकर सम्मानित करेंगे.