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मिर्जापुर: गो संरक्षण केंद्र बना पालनहार, कुपोषित बच्चों के परिवार को बांटी गई दुधारू गाय - animal husbandry department mirzapur

उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में कुपोषित बच्चों के परिवार को गाय मुहैया कराई है. इसको लेकर पशुपालन विभाग का कहना है कि जो कुपोषित बच्चे हैं, वे गाय का दूध पीकर स्वस्थ हो सकेंगे.

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कुपोषित बच्चों के परिवार को दी गई गाय.
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Published : Oct 4, 2020, 9:57 AM IST

मिर्जापुर: जिले में बच्चों का कुपोषण दूर करने के लिए जिला कार्यक्रम और पशुपालन विभाग की सराहनीय पहल देखने को मिली है. विभाग ने कुपोषण से जूझ रहे बच्चों के परिवार वालों को गाय मुहैया कराई है, ताकि बच्चे गाय का दूध पीकर स्वस्थ हो सकें. मिर्जापुर में सहभागिता योजना के तहत पड़री सिंधोरा गो आश्रय स्थल से मझवां विधायिका सूचि स्मिता मौर्य और मुख्य विकास अधिकारी अविनाश सिंह ने जनपद के विभिन्न ब्लाकों से आए 11 अति कुपोषित बच्चों के परिजनों को 11 दुधारू गाय भेंट किया.

गाय पाकर महिलाओं के खिले चेहरे
बता दें कि इन गायों को पाकर महिलाएं खुश नजर आईं. महिलाओं ने कहा कि अब हमें बाहर से दूध खरीदने की जरूरत नहीं पड़ेगी. गाय की सेवा कर के बच्चों को दूध पिलाकर उन्हें स्वस्थ बनाएंगे. मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि गाय के भरण-पोषण के लिए परिजनों को 900 प्रतिमाह भी दिए जाएंगे, ताकि इन गरीब परिवारों को गाय पालने में कोई परेशानी न हो.

कुपोषित बच्चों के परिवार को मिली गाय
कुपोषित बच्चों को तंदुरुस्त बनाए जाने को लेकर गो संरक्षण केंद्र की गायों को सहभागिता योजना के तहत परिवार को दिया जा रहा है. इस चीज से जहां एक तरफ पशुओं की अच्छी देखभाल होगी, वहीं इन बच्चों को शुद्ध दूध भी मिल सकेगा. साथ ही गरीब कुपोषित बच्चों के माता-पिता को बाहर से दूध भी नहीं खरीदना पड़ेगा. इन दुधारू गायों की देखभाल के लिए सरकार 900 रुपये प्रति महीने अति कुपोषित बच्चों के माता-पिता को खर्च के लिए भी देगी. इस जिले में कुल 19 गोवंश आश्रय स्थल हैं, जिसमें 3000 से ज्यादा पशुओं को रखा गया है.

मुख्य विकास अधिकारी अविनाश सिंह ने बताया कि उत्तम पोषण के लिए अति कुपोषित बच्चों को चिन्हित किया जा रहा है. 11 बच्चों को चिन्हित कर उनके परिजनों के गाय दी जा रही है. इन गायों की सेवा कर अति कुपोषित बच्चों के माता-पिता दूध पिलाकर कुपोषित बच्चे को जल्द स्वस्थ बना सकेंगे. सरकार की इस योजना के तहत सभी अति कुपोषित बच्चों के माता-पिता के पास पहुंचाकर उनको लाभ दिया जा रहा है.

मिर्जापुर: जिले में बच्चों का कुपोषण दूर करने के लिए जिला कार्यक्रम और पशुपालन विभाग की सराहनीय पहल देखने को मिली है. विभाग ने कुपोषण से जूझ रहे बच्चों के परिवार वालों को गाय मुहैया कराई है, ताकि बच्चे गाय का दूध पीकर स्वस्थ हो सकें. मिर्जापुर में सहभागिता योजना के तहत पड़री सिंधोरा गो आश्रय स्थल से मझवां विधायिका सूचि स्मिता मौर्य और मुख्य विकास अधिकारी अविनाश सिंह ने जनपद के विभिन्न ब्लाकों से आए 11 अति कुपोषित बच्चों के परिजनों को 11 दुधारू गाय भेंट किया.

गाय पाकर महिलाओं के खिले चेहरे
बता दें कि इन गायों को पाकर महिलाएं खुश नजर आईं. महिलाओं ने कहा कि अब हमें बाहर से दूध खरीदने की जरूरत नहीं पड़ेगी. गाय की सेवा कर के बच्चों को दूध पिलाकर उन्हें स्वस्थ बनाएंगे. मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि गाय के भरण-पोषण के लिए परिजनों को 900 प्रतिमाह भी दिए जाएंगे, ताकि इन गरीब परिवारों को गाय पालने में कोई परेशानी न हो.

कुपोषित बच्चों के परिवार को मिली गाय
कुपोषित बच्चों को तंदुरुस्त बनाए जाने को लेकर गो संरक्षण केंद्र की गायों को सहभागिता योजना के तहत परिवार को दिया जा रहा है. इस चीज से जहां एक तरफ पशुओं की अच्छी देखभाल होगी, वहीं इन बच्चों को शुद्ध दूध भी मिल सकेगा. साथ ही गरीब कुपोषित बच्चों के माता-पिता को बाहर से दूध भी नहीं खरीदना पड़ेगा. इन दुधारू गायों की देखभाल के लिए सरकार 900 रुपये प्रति महीने अति कुपोषित बच्चों के माता-पिता को खर्च के लिए भी देगी. इस जिले में कुल 19 गोवंश आश्रय स्थल हैं, जिसमें 3000 से ज्यादा पशुओं को रखा गया है.

मुख्य विकास अधिकारी अविनाश सिंह ने बताया कि उत्तम पोषण के लिए अति कुपोषित बच्चों को चिन्हित किया जा रहा है. 11 बच्चों को चिन्हित कर उनके परिजनों के गाय दी जा रही है. इन गायों की सेवा कर अति कुपोषित बच्चों के माता-पिता दूध पिलाकर कुपोषित बच्चे को जल्द स्वस्थ बना सकेंगे. सरकार की इस योजना के तहत सभी अति कुपोषित बच्चों के माता-पिता के पास पहुंचाकर उनको लाभ दिया जा रहा है.

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