मिर्जापुर: जिले में पहला बिजली चोरी निरोधक पुलिस स्टेशन खुल जाने से अब बिजली चोरी करने वाले उपभोक्ताओं के खिलाफ आसानी से मुकदमा दर्ज हो रहा है. इस थाने में सिर्फ बिजली चोरी से संबंधित ही एफआईआर दर्ज की जाएगी. बिजली थाने में काम करने वाले पुलिसकर्मियों को वेतन पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड देगा. अगस्त महीने में यह थाना खोला गया था और अभी तक बिजली चोरी के 83 मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं.
बिजली चोरी रोकने के लिए अलग थाने बने -
- पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड द्वारा एंटी थेफ्ट थाना बनाया गया है.
- इस थाने में 12 लोगों का स्टाफ है. जो विजलेंस टीम के साथ काम करेगा.
- एंटी थेफ्ट थाने में अब तक 83 लोगों के खिलाफ मुकदमे दर्ज किये जा चुके हैं.
- पहले बिजली चोरी के मामले विभिन्न थानों में दर्ज कराए जाते थे.
- बिजली विभाग से संबंधित कोई भी मामला होगा तो इसी थाने में दर्ज किया जाएगा.
बिजली विभाग के मामले जो पहले विभिन्न थानों में मामले दर्ज होते थे. अब वह एक ही थाने में दर्ज किए जाएंगे. बिजली विभाग को अलग-अलग थानों में चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा. इस पुलिस के साथ विजिलेंस टीम भी रहती है जो मामले दर्ज कराते हैं. यहीं से विवेचना की जाती है अब अन्य पुलिस की मदद विवेचना और एफआईआर कराने की जरूरत नहीं है
आर के श्रीवास्तव, मुख्य अभियंता