मिर्ज़ापुर: जिले में मछली उत्पादन अब महिलाओं का भी रोजगार का जरिया बनेगा. मत्स्य विभाग राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की सहायता समूह की महिलाओं को मनरेगा योजना के जरिए मछली उत्पादन से जोड़ेगा.
मनरेगा कन्वर्जेंस से मछली पालन के लिए लालगंज ब्लाक के धसरा गांव में तालाब बनाया जा रहा है और मत्स्य विभाग महिलाओं को मछली उपलब्ध कराएगा, जिससे महिलाओं की आजीविका में बढ़ोतरी हो सकेगी और आर्थिक मजबूती मिलेगी.
महिलाओं को रोजगार देने के लिए मिर्जापुर जनपद में अच्छी पहल की जा रही है. यहां अब महिलाएं भी मत्स्य पालन कर सकती हैं. इसके लिए मनरेगा योजना के तहत तालाब बनाया जा रहा है.
मिर्जापुर में लालगंज ब्लाक के धसड़ा गांव में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़े स्वयं सहायता समूह की महिला ने आवेदन किया था, जिसमें उसको चयनित किया गया है. अब इस तालाब की मनरेगा के कन्वर्जेंस से निजी जमीन पर खुदाई की जा रही है, जिसकी लागत 2 लाख 10 हजार रूपये आएगी. 30 मीटर लंबे 40 मीटर चौड़ाई का यह तालाब अनुदान से बनाया जाएगा.
तालाब की खुदाई हो जाने के बाद तालाब में पानी भरा जाएगा. इसके बाद मत्स्य विभाग अच्छे क्वालिटी का मछली उपलब्ध कराएगा. मिर्जापुर की पांच महिलाओं ने इसके लिए आवेदन किया था.
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महिलाओं की अजीविका में बढ़ोतरी के लिए उनको मत्स्य पालन से जोड़ा जा रहा है. मनरेगा कन्वर्जेंस से तालाब की खुदाई कराई जा रही है. स्वयं सहायता की जो महिलाएं हैं , उन्हें लाभ मिलेगा.
अविनाश सिंह, मुख्य विकास अधिकारीपहले से ही हम आजीविका मिशन से जुड़े हुए हैं, अब मुझे मत्स्य पालन के लिए जोड़ा जा रहा है. मुझे पूरा अनुदान मिल रहा है. मैं बिजनेस करूंगी और इससे मेरी जीविकापार्जन में बढ़ोतरी होगी. इस ग्रुप में लगभग 16 महिलाएं होती हैं. सभी को जोड़कर मत्स्य पालन करेंगे.
रीता, महिला स्वयं सहायता समूह की सदस्य