मिर्जापुर: जिले के लालगंज तहसील के ग्राम गजरिया में प्रदेश का पहला गो अभ्यारण्य बनने जा रहा है. इसका शिलान्यास सीएम योगी आदित्यनाथ ने 29 जनवरी को गंगा यात्रा के दौरान किया था. एक तरफ पहाड़ और नदी से घिरे 27 बीघे भूमि पर बनने वाले इस गो अभ्यारण्य में पांच हजार गायों के रहने के इंतजाम किए जाएंगे. चयनित स्थान पर क्षेत्रीय विधायक राहुल प्रकाश कोल और डीएम सुशील कुमार पटेल ने सोमवार को शिलान्यास का पट्ट लगाकर मूर्त रूप देने की शुरुआत की.
यह गो अभ्यारण्य चार महीने में शुरू हो जाएगा. गो अभ्यारण्य बन जाने से किसानों को छुट्टा पशुओं द्वारा फसल नुकसान करने की समस्या से निजात मिल जाएगी. इस गो अभ्यारण में विभिन्न प्रकार के गोवंश की नस्लों के संरक्षण संवर्धन के व्यापक इंतजाम किए जाएंगे. आगे चलकर पर्यटन के रूप में विकसित करने की बात की जा रही है. प्रदेश सरकार ने जिले के हलिया ब्लॉक अंतर्गत गजरिया गांव में गो अभ्यारण्य बनाने का फैसला किया है.
सीएम योगी ने किया था शिलान्यास
गंगा यात्रा के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने 29 जनवरी को महुवरिया जीआईसी मैदान जनसभा में गो अभ्यारण्य का शिलान्यास किया था. क्षेत्रीय विधायक राहुल प्रकाश कोल और डीएम सुशील कुमार पटेल ने मुख्यमंत्री द्वारा शिलान्यास किए गए पट्ट को गजरिया ग्राम सभा में लगाकर कार्य शुरू किया. इस गो अभ्यारण्य में चार महीने के अंदर पशु आना शुरू हो जाएंगे. 27 बीघे के इस भूमि पर बाउंड्री कराई जाएगी. पशुओं को खाने के लिए चन्नी और पीने के पानी की व्यवस्था की जाएगी.
पशुओं के लिए किए जाएंगे कई इंतजाम
पहाड़ और नदी होने से पशुओं को पीने का पानी और पहाड़ जंगल में चरने की भी व्यवस्था भी पर्याप्त रहेगी. इस गो अभ्यारण्य में लावारिस और दान में प्राप्त और पुलिस द्वारा जप्त गायों को रखा जाएगा. इसमें पांच हजार गायों की रहने की क्षमता होगी. जंगल, पहाड़ और नदी होने के कारण यह प्राकृतिक और स्वाभाविक वातावरण वाला अभ्यारण होगा. इस पर वन विभाग और वृक्षारोपण करेगा. गायों के लिए बनाए जाने वाले शेड्स और सोलर पैनल स्थापित किए जाएंगे, जिसके माध्यम से अभ्यारण में प्रकाश की व्यवस्था रहेगी.
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मुख्यमंत्री ने गंगा यात्रा के दौरान हमारे क्षेत्र वासियों के लिए एक सराहनीय सौगात दी है. आवारा पशु किसानों की फसल बर्बाद कर देते थे. अब यह गो अभ्यारण्य बन जाने से आवारा और छुट्टा पशु यहां पर रहेंगे. इससे किसानों की फसल बर्बाद नहीं होगी.
-राहुल प्रकाश कोल, विधायक
यह प्रदेश उनका पहला गो अभ्यारण्य है. मुख्यमंत्री द्वारा शिलान्यास किए गए शिलान्यास पट को लगा दिया गया है. अब कार्य शुरू करा दिया गया है. चार महीने के अंदर बाउंड्री वॉल तैयार कराकर पशुओं का आना शुरू हो जाएगा. नदी, जंगल और पहाड़ होने से पशुओं को चरने और पीने के पानी का पर्याप्त इंतजाम रहेगा.
-सुशील कुमार पटेल, डीएम