मेरठ: सर्दी के मौसम में जहां बढ़ते कोरोना वायरस ने स्वास्थ्य विभाग की मुश्किलें बढ़ाई हुई हैं, वहीं, कोरोना पॉजिटिव मिले मरीजों ने भी स्वास्थ्य विभाग की टीम पर हमला करना शुरू कर दिया है. ताजा मामला मेरठ के थाना परतापुर इलाके के मोहद्दीनपुर का है. यहां कोरोना पॉजिटिव आए युवक को लेने और आस-पास के ग्रामीणों का कोरोना टेस्ट करने गई टीम पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया. ग्रामीणों ने स्वास्थ्य कर्मियों के साथ मारपीट कर उन्हें गांव से भगा दिया. मारपीट में कई स्वास्थ्यकर्मी घायल हो गए. विभागीय अधिकारियों ने थाने में तहरीर देकर ग्रामीणों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
सैंपल लेने गई थी टीम
तीन दिन पहले थाना परतापुर इलाके के गांव मोहद्दीनपुर में कोरोना संक्रमण के चलते एक महिला की मौत हो गई थी. स्वास्थ्य विभाग ने महिला के परिजनों का टेस्ट कराया तो उसका बेटा रोहित भी कोरोना संक्रमित पाया गया. शनिवार को स्वास्थ्यकर्मी 108 एबुलेंस के साथ कोरोना संक्रमित रोहित को कोविड स्पेशल वार्ड में शिफ्ट करने पहुंची थी. इसके साथ अन्य परिजनों और आस-पास रहने वाले ग्रामीणों का कोरोना सैंपल भी लेने की तैयारी थी. जब स्वास्थ्यकर्मियों ने गांव पहुंचकर अपनी बात रखी तो ग्रामीणों ने उनका विरोध शुरू कर दिया.
परिजनों और ग्रामीणों ने किया हमला
डॉक्टर और वार्ड बॉय ने ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की तो ग्रामीणों ने उन पर हमला कर मारपीट शुरू कर दी. ग्रामीणों की पिटाई से डॉ. मनीश कुमार सिंह, ईएमओ डॉ. अंतेश वर्मा, डॉ ओमकार, पुष्पेंद्र एलटी, राजू वार्ड बॉय, सुधीर आदि चोटिल हो गए. जैसे-तैसे सभी ने गांव से भागकर जान बचाई.
थाने में तहरीर देकर लिखाया मुकदमा
स्वस्थ्यकर्मियों ने एएसपी कृष्ण कुमार को तहरीर देकर आरोपी ग्रामीणों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. स्वास्थ्य विभाग की टीम का आरोप है कि ग्रामीणों ने न सिर्फ सरकारी काम में बाधा डाली है, बल्कि उनके साथ मारपीट कर चोट पहुंचाई है. वहीं, एएसपी कृष्ण कुमार ने बताया कि तहरीर के आधार पर ग्रामीणों के खिलाफ मारपीट, सरकारी काम में बाधा डालने और महामारी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया जा रहा है. जांच उपरांत आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.