मेरठः शहर के मेडिकल थाना क्षेत्र में स्थित जिला जेल में मिलाई के लिए आई ग्राम प्रधान महिला पर युवकों ने पिस्टल से हमला कर दिया. इस दौरान वह मुस्तैद पुलिसकर्मियों ने दिलेरी दिखाते हुए तीन युवकों को दबोच लिया. उनके पास से पिस्टल बरामद की गई है. पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गुई है. पकड़े गए आरोपियों में एक बदमाश पर 12 और दूसरे पर 13 मुकदमे दर्ज हैं.
मेरठ सिविल लाइन के क्षेत्राधिकारी अरविंद चौरसिया के मुताबिक चार लोग जिला कारागार के पास कार से पहुंचे थे. थाना भावनपुर क्षेत्र की ग्राम प्रधान शबनम और उसके देवर के साथ उन लोगों की कहासुनी हो गई. उस दौरान चारों आरोपी जान से मारने की धमकी देकर चले गए. झगड़ा जेल में जाने के लिए बने पंजीकरण काउंटर पर लाइन में लगने को लेकर हुआ था. इसके बाद वे युवक फिर पहुंचे और जान से मारने की नीयत से ग्राम प्रधान शबनम पर पिस्टल से फायर कर दिया. महिला ने किसी तरह खुद को बचाया. गोली चलने की आवाज सुनकर चेक पोस्ट पर मुस्तैद पुलिसकर्मी पहुंच गए और हमलावरों को दौड़ाकर दबोच लिया. पुलिस कर्मियों न ने तीन आरोपियों को दबोचा. साथ ही पिस्टल भी बरामद कर दी.
सीओ अरविंद चौरसिया ने बताया कि पकड़े गए युवक शोकेन्द्र के खिलाफ 12 और विपिन के खिलाफ 13 मुकदमे हस्तिनापुर में दर्ज हैं. तीसरा आरोपी शुभम चौधरी है. चौथा फरार शख्स पुनीत है. ये चारों जेल में किसी से मिलाई करने आए थे. ग्राम शबनम की तहरीर पर अभियुक्तों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर वैधानिक कार्रवाई की जा रही है. पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है.
वहीं, ग्राम प्रधान शबनम का कहना है कि वह अपने पति से मिलाई करने जेल आईं थीं. पुरानी रंजिश में पति जेल में बंद हैं. इस दौरान इन लोगों ने जान से मारने की नीयत से हमला कर दिया. इन्हें वह पहचानती नहीं हैं.
हिम्मती सिपाही को हर कोई सराह रहा
तीनों बदमाशों को पकड़ने वाले दिलेर सिपाही राजकुमार चाहर को हर कोई सराह रहा है. 2020 में पुलिस में भर्ती हुए राजकुमार मूलरूप से आगरा के रहने वाले हैं. राजकुमार ने बताया कि वह तो अपनी ड्यूटी कर रहे थे लेकिन जब उन्होंने विवाद बढ़ता देखा तो उन्होंने पिस्टल लेकर हंगामा कर रहे युवक और उसके साथियों का पीछा किया. सबसे पहले मशक्कत के बाद पिस्टल छीन ली और फिर उसे दबोच लिया था. उसके बाद पुलिस को सूचना देकर तीनों को थाने भिजवाया.
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