मेरठ : यूपी सरकार के दिशा-निर्देश पर पंचायती राज विभाग गांव के प्रधानों के लिए एक परीक्षा आयोजित कराने जा रहा है. अगस्त माह तक ग्राम प्रधान इसके लिए आवेदन कर सकते हैं. इस परीक्षा में प्रत्येक जिले में जो प्रथम आएगा उसे 12 लाख की धनराशि दी जाएगी. इसके अलावा दूसरा, तीसरा, चौथा और पांचवां स्थान पाने वालों को भी पुरस्कार राशि मिलेगी.
ईटीवी भारत से बातचीत में जिला पंचायत राज अधिकारी रेणु श्रीवास्तव ने बताया कि देश में मुख्यमंत्री पंचायत प्रोत्साहन योजना संचालित है. इस योजना में गांव में विकास कार्यों को लेकर एक परीक्षा आयोजित की जाती है. इसमें ग्राम प्रधान को परीक्षा देनी होती है. जिन ग्राम प्रधानों ने अपने गांवों में खूब विकास कार्य करा रखे हैं. उन्हें पुरस्कार राशि देकर प्रोत्साहित किया जाता है.
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा ग्राम पंचायतों के लिए मुख्यमंत्री प्रोत्साहन राशि के लिए इच्छुक ग्राम प्रधान ऑनलाइन परीक्षा में बैठते हैं. इसमें कुल 9 थीम पर आधारित प्रश्न होते हैं. ये परीक्षा 100 अंक की होती है. उन्होंने बताया कि इसमें जो भी आवेदक होते हैं उनकी जिला स्तर पर समीक्षा की जाती है.
डीपीआरओ ने बताया कि परीक्षा में 9 अलग-अलग बिंदुओं से जुड़े प्रश्न पूछे जाते हैं. इनमें गरीबी मुक्त गांव, गांव के समृद्ध विकास को लेकर किए गए कार्य, बालमैत्री गांव, पर्याप्त जल युक्त गांव, आत्मनिर्भर ढांचे वाला गांव, सुशासन वाला गांव, स्वच्छ हरित गांव, गांव में बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के लिए किए गए प्रयास, शत प्रतिशत शिक्षा समेत गांव में पुस्तकालय से लेकर स्वच्छता आदि विषय पर जानकारी देनी होती है. टीकाकरण को लेकर क्या हुआ है, हॉस्पिटल कैसे हैं आदि भी इसमें शामिल हैं. सभी 9 बिंदुओं में 100 में से सर्वाधिक नम्बर लाने वाले ऐसे 5 गांवों के प्रधानों को पुरस्कृत किया जाएगा. 1 जून से ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है.
प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली ग्राम पंचायत को 12 लाख रुपये, द्वितीय स्थान पाने वाली ग्राम पंचायत को 10 लाख, तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले को 8 लाख, चौथा स्थान प्राप्त करने वाले को 7 लाख और पांचवां स्थान प्राप्त करने वाले को 5 लाख लाख रुपये की पुरस्कार राशि दी जाएगी. जो भी प्रधान इस परीक्षा में सम्मिलित होना चाहते हैं उन्हें 'हमारी पंचायत' ऑनलाइन पोर्टल पर जाकर उपलब्ध प्रश्नावलियों को भरना होगा.
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