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मेरठ कॉलेज में रक्षा अध्ययन विभाग से जुड़े ये कोर्स हैं खास, भविष्य के लिए हैं अपार संभावनाएं - मेरठ कॉलेज मेरठ

चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय का मेरठ कॉलेज रक्षा अध्ययन विभाग में स्नातक व परास्नातक कोर्स कराता है. इसके साथ ही पीएचडी भी कराता है. आइए जानते हैं क्या है रक्षा अध्ययन विभाग में पढ़ाई के बाद संभावनाएं.

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रक्षा अध्ययन विभाग
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Published : Jun 11, 2023, 7:41 PM IST

Updated : Jun 12, 2023, 9:47 PM IST

इस विषय को पढ़ने के बाद उन्हें बहुत मदद मिलती है.

मेरठः रक्षा अध्ययन विभाग से संबंधित कोर्स करके युवा अपना भविष्य संवार सकते हैं. वेस्टर्न यूपी का मेरठ कॉलेज रक्षा अध्ययन विभाग से बैचलर डिग्री और पीजी कराता है. साथ ही यहां से रक्षा अध्ययन विभाग में ही पीएचडी करके युवा अपना भविष्य संवार सकते हैं. खासतौर से जो देश सेवा में जाना चाहते हैं, उनके लिए मेरठ कॉलेज सही ठिकाना है. युवा रक्षा अध्ययन विभाग में पढ़ाई करके अपना करियर बना सकते हैं. मेरठ कॉलेज मेरठ वो जगह है, जहां से सैन्य अफसरों से लेकर सेना से जुड़े जवान भी रेगुलर या प्राइवेट पढ़ाई करते हैं.

रक्षा अध्ययन विभाग की पढ़ाई के लिए बेहतर केंद्र
ईटीवी भारत से बातचीत में रक्षा अध्ययन विभाग के प्रोफेसर डॉ. संजय कुमार ने बताया कि मेरठ कॉलेज में हमारा सब्जेक्ट बीए, एमए और रिसर्च लेवल पर है. वह कहते हैं कि अगर कोई बच्चा अपनी उच्च शिक्षा लेना चाहता है तो बीए में डिफेंस स्ट्डीज पढ़कर एमए में पढ़कर नेट या जेआरएफ क्वालीफाई कर सकता है या जो पीएचडी का टेस्ट होता है उसे पास करके यहां से रिसर्च भी कर सकता है. प्रोफेसर संजय कुमार कहते हैं कि संपूर्ण शिक्षा के लिए मेरठ कॉलेज मेरठ एक बेहतर केंद्र है.

यहां है अवसर
प्रोफेसर डॉक्टर संजय ने बताया कि अगर स्कोप की बात करें तो टीचिंग के साथ-साथ रिसर्च में भी भविष्य देख सकते हैं. साथ ही साथ जो युवा सीडीएस के माध्यम से सेना में जाना चाहतें हैं. इस विषय को पढ़ने के बाद उन्हें बहुत मदद मिलती है. हर साल एक होनहार छात्र आईडीएसए में इंटर्नशिप के लिए जाता है.

इन लोगों ने मेरठ कॉलेज से रक्षा अध्ययन विभाग से ली है शिक्षा
सेना के जनरल रहे वीके सिंह, पूर्व सीडीएस विपिन रावत, डिप्टी वाइस चीफ लेफ्टीनेंट जनरल शान्तनु दयाल, डायरेक्ट जनरल मित्री इंटेलिजेंस रहे लेफ्टीनेंट जनरल आरएन सिंह, कमांडर इन चीफ रहे और न्यूक्लियर प्लानइंग डिपार्टमेंट में रहे लेफ्टिनेंट जनरल जे एस नेगी, डीजी एनसीसी रहे लेफ्टिनेंट जनरल बीएस अहरावत, डीजी ऑर्डिनेंस रहे हैं लेफ्टीनेंट जनरल अमित शरीन समेत लगभग 70 से 75 बड़े अधिकारियों ने मेरठ कॉलेज से पीएचडी की है. प्रोफेसर संजय बताते हैं कि निरंतर सभी कॉलेज से जुड़े भी रहे हैं. महाविद्यालय में रक्षा अध्ययन विभाग को हमेशा सहयोग भी अधिकारियों का मिलता है.

ऐसे कर सकते हैं आवेदन
रक्षा अध्ययन विभाग में मेरठ कॉलेज में यूजी में 80 सीटें हैं, जबकि पीजी में है 60 सीट हैं. इस वक्त यूजी के लिए रजिस्ट्रेशन कराया जा सकता, जबकि शीघ्र ही पीजी के लिए भी पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू होने जा रही है. आवेदन करने के लिए चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय की मुख्य वेबसाइट https://www.ccsuniversity.ac.in/ccsum/ पर जाकर स्टूडेंट एडमिशन के लिए रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं. उसके बाद मेरिट के अनुसार एडमिशन किए जाते हैं. यहां बेहद ही न्यूनतम शुल्क में स्टूडेंट दाखिला लेकर पढ़ाई कर सकते हैं. प्राइवेट पढ़ाई भी कर सकते हैं. नॉन सब्जेक्ट वाले अभ्यर्थी भी आवेदन कर सकते हैं.

सेना के अधिकारी भी समय-समय पर आकर करते हैं मार्गदर्शन
मेरठ कॉलेज की प्रिंसिपल अंजलि मित्तल के मुताबिक, अब तक सेना के लगभग 75 अधिकारी पीएचडी भी कर चुके हैं. इसके अलावा अन्य अधिकारी भी रिसर्च कर रहे हैं. रक्षा अध्ययन विभाग के प्रमुख डॉक्टर हेमंत पांडेय बताते हैं कि समय-समय पर राष्ट्रीय स्तर की कार्यशाला और सेमिनार का भी आयोजन मेरठ कॉलेज में किया जाता है, इन अवसरों पर आर्मी के वरिष्ठ अधिकारी यहां आकर छात्र छात्राओं से न सिर्फ मिलते हैं बल्कि उनका मार्गदर्शन करते हैं.

मेरठ कॉलेज में छात्र-छात्राओं को जागरूक करने के लिए मौजूद हैं दो टैंक
विजयंत टैंक मेरठ कॉलेज में हैं, जो कि स्टूडेंट्स के लिए अध्ययन में सहायक होता है. साथ ही हाल ही में एक दूसरा टैंक T-55 भी मेरठ कॉलेज में पहुंचा है. भारत-पाक युद्ध में टी-55 टैंक ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. सेना से रिटायरमेंट होने के बाद इस टैंक को पुणे में रखा गया था, जिसके बाद अब मेरठ काॅलेज में दो टैंक भी हो गए हैं.

पढ़ेंः 1971 युद्ध में पाकिस्तानी टैंकों को ध्वस्त करने वाला T 55 टैंक का नया ठिकाना मेरठ कॉलेज, जानिए खूबी

इस विषय को पढ़ने के बाद उन्हें बहुत मदद मिलती है.

मेरठः रक्षा अध्ययन विभाग से संबंधित कोर्स करके युवा अपना भविष्य संवार सकते हैं. वेस्टर्न यूपी का मेरठ कॉलेज रक्षा अध्ययन विभाग से बैचलर डिग्री और पीजी कराता है. साथ ही यहां से रक्षा अध्ययन विभाग में ही पीएचडी करके युवा अपना भविष्य संवार सकते हैं. खासतौर से जो देश सेवा में जाना चाहते हैं, उनके लिए मेरठ कॉलेज सही ठिकाना है. युवा रक्षा अध्ययन विभाग में पढ़ाई करके अपना करियर बना सकते हैं. मेरठ कॉलेज मेरठ वो जगह है, जहां से सैन्य अफसरों से लेकर सेना से जुड़े जवान भी रेगुलर या प्राइवेट पढ़ाई करते हैं.

रक्षा अध्ययन विभाग की पढ़ाई के लिए बेहतर केंद्र
ईटीवी भारत से बातचीत में रक्षा अध्ययन विभाग के प्रोफेसर डॉ. संजय कुमार ने बताया कि मेरठ कॉलेज में हमारा सब्जेक्ट बीए, एमए और रिसर्च लेवल पर है. वह कहते हैं कि अगर कोई बच्चा अपनी उच्च शिक्षा लेना चाहता है तो बीए में डिफेंस स्ट्डीज पढ़कर एमए में पढ़कर नेट या जेआरएफ क्वालीफाई कर सकता है या जो पीएचडी का टेस्ट होता है उसे पास करके यहां से रिसर्च भी कर सकता है. प्रोफेसर संजय कुमार कहते हैं कि संपूर्ण शिक्षा के लिए मेरठ कॉलेज मेरठ एक बेहतर केंद्र है.

यहां है अवसर
प्रोफेसर डॉक्टर संजय ने बताया कि अगर स्कोप की बात करें तो टीचिंग के साथ-साथ रिसर्च में भी भविष्य देख सकते हैं. साथ ही साथ जो युवा सीडीएस के माध्यम से सेना में जाना चाहतें हैं. इस विषय को पढ़ने के बाद उन्हें बहुत मदद मिलती है. हर साल एक होनहार छात्र आईडीएसए में इंटर्नशिप के लिए जाता है.

इन लोगों ने मेरठ कॉलेज से रक्षा अध्ययन विभाग से ली है शिक्षा
सेना के जनरल रहे वीके सिंह, पूर्व सीडीएस विपिन रावत, डिप्टी वाइस चीफ लेफ्टीनेंट जनरल शान्तनु दयाल, डायरेक्ट जनरल मित्री इंटेलिजेंस रहे लेफ्टीनेंट जनरल आरएन सिंह, कमांडर इन चीफ रहे और न्यूक्लियर प्लानइंग डिपार्टमेंट में रहे लेफ्टिनेंट जनरल जे एस नेगी, डीजी एनसीसी रहे लेफ्टिनेंट जनरल बीएस अहरावत, डीजी ऑर्डिनेंस रहे हैं लेफ्टीनेंट जनरल अमित शरीन समेत लगभग 70 से 75 बड़े अधिकारियों ने मेरठ कॉलेज से पीएचडी की है. प्रोफेसर संजय बताते हैं कि निरंतर सभी कॉलेज से जुड़े भी रहे हैं. महाविद्यालय में रक्षा अध्ययन विभाग को हमेशा सहयोग भी अधिकारियों का मिलता है.

ऐसे कर सकते हैं आवेदन
रक्षा अध्ययन विभाग में मेरठ कॉलेज में यूजी में 80 सीटें हैं, जबकि पीजी में है 60 सीट हैं. इस वक्त यूजी के लिए रजिस्ट्रेशन कराया जा सकता, जबकि शीघ्र ही पीजी के लिए भी पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू होने जा रही है. आवेदन करने के लिए चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय की मुख्य वेबसाइट https://www.ccsuniversity.ac.in/ccsum/ पर जाकर स्टूडेंट एडमिशन के लिए रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं. उसके बाद मेरिट के अनुसार एडमिशन किए जाते हैं. यहां बेहद ही न्यूनतम शुल्क में स्टूडेंट दाखिला लेकर पढ़ाई कर सकते हैं. प्राइवेट पढ़ाई भी कर सकते हैं. नॉन सब्जेक्ट वाले अभ्यर्थी भी आवेदन कर सकते हैं.

सेना के अधिकारी भी समय-समय पर आकर करते हैं मार्गदर्शन
मेरठ कॉलेज की प्रिंसिपल अंजलि मित्तल के मुताबिक, अब तक सेना के लगभग 75 अधिकारी पीएचडी भी कर चुके हैं. इसके अलावा अन्य अधिकारी भी रिसर्च कर रहे हैं. रक्षा अध्ययन विभाग के प्रमुख डॉक्टर हेमंत पांडेय बताते हैं कि समय-समय पर राष्ट्रीय स्तर की कार्यशाला और सेमिनार का भी आयोजन मेरठ कॉलेज में किया जाता है, इन अवसरों पर आर्मी के वरिष्ठ अधिकारी यहां आकर छात्र छात्राओं से न सिर्फ मिलते हैं बल्कि उनका मार्गदर्शन करते हैं.

मेरठ कॉलेज में छात्र-छात्राओं को जागरूक करने के लिए मौजूद हैं दो टैंक
विजयंत टैंक मेरठ कॉलेज में हैं, जो कि स्टूडेंट्स के लिए अध्ययन में सहायक होता है. साथ ही हाल ही में एक दूसरा टैंक T-55 भी मेरठ कॉलेज में पहुंचा है. भारत-पाक युद्ध में टी-55 टैंक ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. सेना से रिटायरमेंट होने के बाद इस टैंक को पुणे में रखा गया था, जिसके बाद अब मेरठ काॅलेज में दो टैंक भी हो गए हैं.

पढ़ेंः 1971 युद्ध में पाकिस्तानी टैंकों को ध्वस्त करने वाला T 55 टैंक का नया ठिकाना मेरठ कॉलेज, जानिए खूबी

Last Updated : Jun 12, 2023, 9:47 PM IST
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