मेरठः कोरोना संकट के बीच मेडिकल कॉलेज में इंसानियत को शर्मसार करने वाली एक घटना सामने आयी है. मेडिकल कॉलेज में कोरोना संक्रमित असिस्टेंट प्रोफेसर के शव से सोने की चेन-अंगूठी चोरी हो गई. परिजनों ने मेडिकल कॉलेज के स्टाफ पर चोरी करने का आरोप लगाते हुए थाने में तहरीर दी है. पीड़ित परिजनों की तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है.
असिस्टेंट प्रोफेसर हुए थे कोरोना पॉजिटिव
आपको बता दें कि मेरठ शहर के तेजगढ़ी निवासी डॉ. पवन कुमार पुत्र गिरिराज सिंह चौ. चरण सिंह विश्वविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर थे. डॉ. पवन कुमार ने करीब दो सप्ताह पहले ही कोरोना वैक्सीन लगवाई थी. वैक्सीन लेने के तीन दिन बाद ही उनको तेज बुखार हुआ. जिसके चलते उन्होंने कोरोना की जांच कराई तो रिपोर्ट पॉजिटिव आई. इसके बाद डॉ. पवन कुमार ने खुद को घर में आइसोलेट कर लिया.
होम आइसोलेशन में उन्हें सांस लेने में तकलीफ हुई, तो परिजन उन्हें गढ़ रोड के अजय हॉस्पिटल ले गए. लेकिन, ऑक्सीजन लेवल कम होने की वजह से हॉस्पिटल ने उन्हें भर्ती करने से मना कर दिया. इसके बाद जैसे-तैसे परिजनों ने उनको मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया. जहां गुरुवार की सुबह उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई. परिजनों ने बताया कि भर्ती होने के समय डॉ. पवन ने गले मे सोने की चेन और उंगली में अंगूठी पहनी हुई थी. सांस लेने में हो रही दिक्कत के चलते जल्दबाजी में चेन और अंगूठी निकालना भूल गए थे.
सोने की चेन और अंगूठी गायब
इसके बाद कोविड प्रोटोकॉल के अनुसार डॉक्टरों ने मरीज से परिजनों को मिलने नहीं दिया था. प्रोफेसर की मौत के बाद परिजन एंबुलेंस में शव रख कर सूरजकुंड श्मशान घाट ले गए. जहां अंतिम दर्शन के समय चेहरा देखा तो सबके होश उड़ गए. गले से सोने की चेन गायब मिली. आनन-फानन में परिजनों ने पीपीई किट को चेक किया तो उनके हाथ से अंगूठी भी चोरी हो चुकी थी. रोते बिलखते परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया.
परिजनों ने कराया मुकदमा दर्ज
अंतिम संस्कार करने के बाद परिजन थाना मेडिकल पहुंचे, जहां उन्होंने मेडिकल कॉलेज स्टॉफ पर मरणोपरांत मरीज के गले से सोने की चेन और अंगूठी चुराने का आरोप लगाया है. पुलिस ने परिजनों की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है. शव से जेवर चोरी का ये पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी कई बार ऐसे मामले सामने आ चुके हैं. जिनको लेकर परिजनों ने हंगामा भी किया. लेकिन, आज तक चोर को पकड़ पाना तो दूर जेवर भी बरामद नहीं हुए हैं. ऐसे में मेडिकल कॉलेज प्रशासन और स्टाफ पर सवाल उठना लाजमी है.
वहीं मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार का कहना है कि अभी तक उनकी जानकारी में ऐसा कोई मामला नही आया है. अगर किसी स्टाफ ने ऐसी हरकत की है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. मृतक के परिजन मिलकर उनसे शिकायत कर सकते हैं. मामले की जांच कराई जाएगी.