मेरठ. यूपी में सीएम योगी के नेतृत्व वाली सरकार का करीब साढ़े 4 साल का कार्यकाल हो चुका है. इसके बावजूद पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसान प्रदेश सरकार से ज्यादा खुश नजर नहीं आ रहे हैं.
किसान सरकार को लगातार उसके कई वायदों की याद दिलाते हैं जिन्हें अब तक पूरा नहीं किया गया है. खासकर गन्ना बेल्ट के लिए मशहूर मेरठ जिले का किसान सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगा रहे हैं. वहीं, सरकार को किसानों के लिए कदम उठाने का सुझाव भी दे रहे हैं.
बता दें कि संयुक्त किसान मोर्चा ने हाल ही में मुजफ्फरनगर में तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर महापंचायत की थी. महापंचायत में किसानों की भीड़ से गदगद होकर तब मंचासीन किसान नेताओं ने किसानों की समस्याओं का निराकरण न करने का आरोप भी सरकार पर लगाया था.
किसानों ने कहा वादा निभाए सरकार
गन्ना बेल्ट के लिए मशहूर पश्चिमी यूपी के किसानों की लगातार सरकार से मूल्य वृद्धि को लेकर मांग उठ रही है. ईटीवी भारत ने मेरठ के अलग अलग इलाकों के किसानों से बात की.
किसानों का कहना है कि सरकार ने सत्ता में आने से पहले जो वायदे किसानों से किए, उन पर अमल नहीं किया. किसान कहते हैं कि महंगाई पर सरकार काबू नहीं रख सकी. साथ ही खेती किसानी करने में उन्हें जो दिक्कतें आ रही हैं, उनका भी किसानों ने जिक्र किया.
युवा किसान सुमित खारी ने कहा कि अब वर्तमान सरकार चाहे जो सोचे लेकिन अगर यही हाल रहा तो बीजेपी को आगामी 2022 के चुनावों में किसानों की नाराजगी झेलनी पड़ेगी.
किसान कृपाल ने कहा कि सरकार किसान को अगर सब्सिडी दे और किसान के लिए गंभीरता से निर्णय ले तो शायद किसान का मन बदल जाए. किसान मांगेराम ने कहा कि सरकार ने किसान की आय दोगुनी करने का वादा किया था लेकिन कोई बदलाव नहीं आया. कृषि कानूनों को लेकर किसान मांगेराम कहते हैं कि सरकार के खिलाफ कृषि कानूनों को लेकर लड़ाई जारी रहेगी.