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मेरठ की शिक्षिका डॉ. मृदुला शर्मा को मिलेगा राज्य शिक्षक पुरस्कार, जानिए क्या है इनकी उपलब्धियां

शिक्षक दिवस के मौके पर मेरठ की इस्माइल गर्ल्स नेशनल इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्य डॉ. मृदुला शर्मा को राज्य शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा. यह सम्मान शिक्षा के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट योगदान और उनके कुशल प्रशासनिक कौशल के लिए दिया जा रहा है.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Sep 4, 2023, 4:20 PM IST

मेरठ: इस्माइल गर्ल्स नेशनल इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्य डॉ. मृदुला शर्मा का चयन राज्य शिक्षक पुरस्कार के लिए किया गया है. शिक्षक दिवस पर 5 सितंबर को लखनऊ के लोक भवन में एक सार्वजनिक अभिनंदन समारोह के दौरान राज्य की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल की उपस्थिति में प्रदेश के विभिन्न शिक्षकों के साथ डॉ. मृदुला को सीएम योगी सम्मानित करेंगे. यह सम्मान शिक्षा के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट योगदान और कुशल प्रशासनिक कौशल के लिए दिया जा रहा है.


प्रदेश में सिर्फ दो प्रधानाचार्यों को मिलेगा सम्मानः गौरतलब है कि डॉ. मृदुला शर्मा ने राज्य के 75 जिलों के शिक्षकों के बीच जिला, संभागीय, निदेशालय और राज्य स्तर पर लगातार उल्लेखनीय स्थान हासिल किया है. विशेष रूप से राज्य शिक्षक पुरस्कार पूरे राज्य में केवल दो प्रधानाचार्यों को प्रदान किया जाता है. जिनमें से एक मेरठ के एल ब्लॉक, शास्त्री नगर में इस्माइल गर्ल्स नेशनल इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्य डॉ. मृदुला शर्मा हैं. वहीं, दूसरे स्थान पर गोरखपुर के महात्मा गांधी इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य श्री ओम प्रकाश सिंह हैं.


7 किताबें लिख चुकी हैं डॉक्टर मृर्दुला: डॉ. मृदुला शर्मा ने मेरठ विश्वविद्यालय से हिंदी में एम.ए. और पीएच.डी. की है. वहीं, उन्होंने सात किताबें भी लिखी हैं. जिनमें "कोरोना काल प्रकृति का प्रकोप," "हम और हमारे बच्चे," "जीवन प्रेरक कहानियां," "नारी शिक्षा एवं रोजगार" जैसे शीर्षक शामिल हैं. उन्होंने यूपी बोर्ड पाठ्यक्रम के लिए नैतिक शिक्षा, खेल और शारीरिक शिक्षा पर भी दो किताबें लिखी हैं. डॉ. मृदुला शर्मा के कार्यकाल के दौरान विद्यालय में लगातार परीक्षा परिणाम 63% से निरंतर 100% तक बेहतर हुआ है. स्कूल ने रसायन विज्ञान, भौतिकी और जीव विज्ञान के लिए तीन अच्छी तरह से सुसज्जित विज्ञान प्रयोगशालाओं के साथ-साथ दो कंप्यूटर प्रयोगशालाएं भी स्थापित की हैं. जिस पर मृदुला शर्मा ने बताया कि स्टूडेंट्स के लिए भारतीय कलाओं में रुचि बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय त्योहारों, शिक्षक दिवस और भारतीय समारोहों के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम, रंगोली प्रतियोगिताएं और पोस्टर प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं.

हाईस्कूल में सौ और बारहवीं में 94 फीसद आता है परिणामः डॉ. मृदुला भारतीय विकास परिषद, मेरठ की सांस्कृतिक शाखा के पूर्व अध्यक्ष के रूप में भी काम कर चुकी हैं और साहित्य लोक संस्था, मेरठ की सदस्य हैं. आईएमसीटीएफ के प्रभारी के रूप में उन्होंने युवा लड़कों और लड़कियों को ज्ञान और सुरक्षा प्रदान करने की दिशा में काम किया है. जो अपरिभाषित आधुनिकता के व्यापक प्रभाव, परंपराओं, पारिवारिक मूल्यों को कमजोर करने के कारण अक्सर हमारी समृद्ध भारतीय संस्कृति और सामाजिक मूल्य से दूर हो जाते हैं. वहीं, स्कूल बालिका दिवस, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, महिला सुरक्षा और सम्मान और अनिवार्य बालिका शिक्षा जैसे राष्ट्रीय अभियानों में सक्रिय रूप से भाग लेता है. प्लास्टिक और पॉलिथीन प्रदूषण, जल संरक्षण, ऊर्जा संरक्षण और प्राकृतिक आपदाओं जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चाएं आयोजित की जाती हैं. साथ ही छात्रों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए हीरे के आभूषण बनाने और अन्य निशुल्क पाठ्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं. मर्दुला बताती हैं कि उनके स्कूल में हाइस्कूल स्कूल में 100% और इंटरमीडिएट परीक्षाओं में 94% से 100% के बीच परीक्षा परिणाम रहता है.


पुरस्कार तमाम शिक्षकों और छात्रों को समर्पित ः2021 में डॉ. मृदुला शर्मा को शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए मेरठ के जिला शिक्षा निरीक्षक एवं मेरठ मंडल के संयुक्त शिक्षा निदेशक द्वारा प्रशस्ति प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया था. अब शिक्षा में उनके असाधारण योगदान के लिए प्रतिष्ठित उत्तर प्रदेश राज्य शिक्षक पुरस्कार मिलेगा. इटीवी भारत से बातचीत में वह कहती हैं कि शिक्षा विभाग और उत्तर प्रदेश सरकार के निर्णय का वे स्वागत करती हैं. वह कहती हैं मेरा यह पुरस्कार तमाम शिक्षकों और छात्रों को समर्पित है, जोकि मेहनत करके निरंतर आगे बढ़ रहे हैं.

यह भी पढे़ं: शिक्षक पुरस्कार के लिए 75 जनपदों के शिक्षकों की सूची जारी, पांच सितंबर को होंगे सम्मानित

यह भी पढे़ं: सरकारी स्कूल को आधुनिक सुविधाओं से लैस करने वाले सीपी अग्रवाल को राष्ट्रपति करेंगी सम्मानित

मेरठ: इस्माइल गर्ल्स नेशनल इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्य डॉ. मृदुला शर्मा का चयन राज्य शिक्षक पुरस्कार के लिए किया गया है. शिक्षक दिवस पर 5 सितंबर को लखनऊ के लोक भवन में एक सार्वजनिक अभिनंदन समारोह के दौरान राज्य की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल की उपस्थिति में प्रदेश के विभिन्न शिक्षकों के साथ डॉ. मृदुला को सीएम योगी सम्मानित करेंगे. यह सम्मान शिक्षा के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट योगदान और कुशल प्रशासनिक कौशल के लिए दिया जा रहा है.


प्रदेश में सिर्फ दो प्रधानाचार्यों को मिलेगा सम्मानः गौरतलब है कि डॉ. मृदुला शर्मा ने राज्य के 75 जिलों के शिक्षकों के बीच जिला, संभागीय, निदेशालय और राज्य स्तर पर लगातार उल्लेखनीय स्थान हासिल किया है. विशेष रूप से राज्य शिक्षक पुरस्कार पूरे राज्य में केवल दो प्रधानाचार्यों को प्रदान किया जाता है. जिनमें से एक मेरठ के एल ब्लॉक, शास्त्री नगर में इस्माइल गर्ल्स नेशनल इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्य डॉ. मृदुला शर्मा हैं. वहीं, दूसरे स्थान पर गोरखपुर के महात्मा गांधी इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य श्री ओम प्रकाश सिंह हैं.


7 किताबें लिख चुकी हैं डॉक्टर मृर्दुला: डॉ. मृदुला शर्मा ने मेरठ विश्वविद्यालय से हिंदी में एम.ए. और पीएच.डी. की है. वहीं, उन्होंने सात किताबें भी लिखी हैं. जिनमें "कोरोना काल प्रकृति का प्रकोप," "हम और हमारे बच्चे," "जीवन प्रेरक कहानियां," "नारी शिक्षा एवं रोजगार" जैसे शीर्षक शामिल हैं. उन्होंने यूपी बोर्ड पाठ्यक्रम के लिए नैतिक शिक्षा, खेल और शारीरिक शिक्षा पर भी दो किताबें लिखी हैं. डॉ. मृदुला शर्मा के कार्यकाल के दौरान विद्यालय में लगातार परीक्षा परिणाम 63% से निरंतर 100% तक बेहतर हुआ है. स्कूल ने रसायन विज्ञान, भौतिकी और जीव विज्ञान के लिए तीन अच्छी तरह से सुसज्जित विज्ञान प्रयोगशालाओं के साथ-साथ दो कंप्यूटर प्रयोगशालाएं भी स्थापित की हैं. जिस पर मृदुला शर्मा ने बताया कि स्टूडेंट्स के लिए भारतीय कलाओं में रुचि बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय त्योहारों, शिक्षक दिवस और भारतीय समारोहों के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम, रंगोली प्रतियोगिताएं और पोस्टर प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं.

हाईस्कूल में सौ और बारहवीं में 94 फीसद आता है परिणामः डॉ. मृदुला भारतीय विकास परिषद, मेरठ की सांस्कृतिक शाखा के पूर्व अध्यक्ष के रूप में भी काम कर चुकी हैं और साहित्य लोक संस्था, मेरठ की सदस्य हैं. आईएमसीटीएफ के प्रभारी के रूप में उन्होंने युवा लड़कों और लड़कियों को ज्ञान और सुरक्षा प्रदान करने की दिशा में काम किया है. जो अपरिभाषित आधुनिकता के व्यापक प्रभाव, परंपराओं, पारिवारिक मूल्यों को कमजोर करने के कारण अक्सर हमारी समृद्ध भारतीय संस्कृति और सामाजिक मूल्य से दूर हो जाते हैं. वहीं, स्कूल बालिका दिवस, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, महिला सुरक्षा और सम्मान और अनिवार्य बालिका शिक्षा जैसे राष्ट्रीय अभियानों में सक्रिय रूप से भाग लेता है. प्लास्टिक और पॉलिथीन प्रदूषण, जल संरक्षण, ऊर्जा संरक्षण और प्राकृतिक आपदाओं जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चाएं आयोजित की जाती हैं. साथ ही छात्रों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए हीरे के आभूषण बनाने और अन्य निशुल्क पाठ्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं. मर्दुला बताती हैं कि उनके स्कूल में हाइस्कूल स्कूल में 100% और इंटरमीडिएट परीक्षाओं में 94% से 100% के बीच परीक्षा परिणाम रहता है.


पुरस्कार तमाम शिक्षकों और छात्रों को समर्पित ः2021 में डॉ. मृदुला शर्मा को शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए मेरठ के जिला शिक्षा निरीक्षक एवं मेरठ मंडल के संयुक्त शिक्षा निदेशक द्वारा प्रशस्ति प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया था. अब शिक्षा में उनके असाधारण योगदान के लिए प्रतिष्ठित उत्तर प्रदेश राज्य शिक्षक पुरस्कार मिलेगा. इटीवी भारत से बातचीत में वह कहती हैं कि शिक्षा विभाग और उत्तर प्रदेश सरकार के निर्णय का वे स्वागत करती हैं. वह कहती हैं मेरा यह पुरस्कार तमाम शिक्षकों और छात्रों को समर्पित है, जोकि मेहनत करके निरंतर आगे बढ़ रहे हैं.

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