मेरठः देश का आम बजट एक फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पेश करेंगी. इस बार बजट पर देश की जनता की खास नजर बनी हुई है. मंदी के दौर से गुजर रहे बाजार को इस बजट से काफी उम्मीद है. व्यापारी और नौकरीपेशा लोग बजट में टैक्स की छूट होने की आस लगाए बैठे हैं. मेरठ के दवा कारोबारियों की मांग है कि दवा पर जीएसटी घटाकर 5 प्रतिशत किया जाना चाहिए.
व्यापारियों को आम बजट से आस
- मेरठ में दवाईयों का थोक बाजार भी बजट की आस लगाए बैठा है. मेरठ में दवाईयों का थोक कारोबार 15 से 20 रुपये करोड़ प्रति दिन है.
- दवाईयों के कारोबारियों का कहना है कि जब से ऑनलाइन दवा का कारोबार शुरू हुआ है तब से मेरठ के थोक बाजार पर काफी असर हुआ है.
- इस समय दवाईयों पर जीएसटी 18प्रतिशत है जिस कारण दवा महंगी हो रही है.
- यदि केंद्र सरकार दवा पर जीएसटी घटाकर 5 प्रतिशत कर दे तो इसका लाभ दवा कारोबारी और मरीज दोनों को मिलेगा.
- जीएसटी कम होने से दवाईयों के दामों में कमी आएगी.
दवाईयों के कारोबारी राजेश अग्रवाल का कहना है कि दवाईयों के ऊपर लगा टैक्स कम करते हुए उसे 5 प्रतिशत किया जाना चाहिए.
दवाइयों पर यदि जीएसटी 18 प्रतिशत से कम कर 5 प्रतिशत कर दी जाए तो इससे न केवल मरीजों को कम दामों में दवाई मिलेगी बल्कि कारोबारियों को भी इसका लाभ होगा.
रजनीश कौशल, महामंत्री, केमिस्ट एंड ड्रग एसोसिएशन