मेरठ: CAA को लेकर हुई हिंसा मामले की जांच अब एसआईटी करेगी. थाने में दर्ज मुकदमे भी SIT को ट्रांसफर किए जाएंगे. हिंसा भड़काने दिल्ली से आए युवकों की भी जांच जारी है. वहीं मृतक के परिजनों ने भी उच्चस्तरीय जांच की मांग की है.
CAA के विरोध की आग ने मेरठ को भी अपनी चपेट में ले लिया था. सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए प्रशासन ने जिले की इंटरनेट सेवा बंद कर दी थी. शुक्रवार को अचानक प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर आए. प्रदर्शनकारियों ने शहर की सड़कों पर तांडव करते हुए जमकर पथराव, आगजनी और फायरिंग की. प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के वाहन छीनकर तोड़ दिए. इसके अलावा कई पब्लिक वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया.
बवाल मामले में 13 मुकदमे दर्ज हुए हैं. 180 को नामजद किया गया है. वहीं अब तक 52 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. दबिश का दौर अभी भी जारी है. रात को 22 लोग पकड़े गए हैं. काफी घरों में ताले लगे हुए हैं. दंगा फैलाने वालों की फोटो जारी की गयी है. कई लोगों को चिन्हित कर फोटो निकाले गए हैं. पंफलेट साइज पोस्टर में कई दंगाइयों के फोटो निकाले गए हैं, जिसे जगह-जगह चस्पा किया जाएगा. पोस्टर में दिख रहे दंगाइयों की सूचना पुलिस के सीयूजी नंबर पर देनी होगी. सूचना देने वाले को इनाम दिया जाएगा और उस शख्स की पहचान गुप्त रखी जाएगी.
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मेरठ में सीएए के विरोध में हुए हिंसक प्रदर्शन को लेकर एसआईटी दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करेगी. किसी निर्दोष पर कार्रवाई न हो इसलिए एसआईटी जांच करेगी. हिंसा में अब तक मेरठ में 5 लोगों की मौत हुई है. हिंसा में हुई मौत के आरोपियों पर 302 के तहत कार्रवाई होगी. एडीजी प्रशांत कुमार ने एक बयान जारी किया है, जिसमें ये सारी बातें कही गई हैं. एडीजी ने बताया है कि मेरठ में 12 कंपनी फोर्स तैनात किए गए हैं. सेक्टर और जोनल स्कीम लागू किए गए हैं. संवेदनशील इलाकों में पुलिस पिकेट बनाई गई हैं. मेरठ में अब हालात सामान्य हैं.