मेरठ: मणिपुर में हो रही हिंसा को उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की नीतियों और भाजपा की वोट बैंक की राजनीति का नतीजा बताया है. मेरठ पहुंचे अखिलेश यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि भाजपा अगर मणिपुर पर बात नहीं करती है तो उससे यह साफ होता है कि ये उसकी रणनीति थी कि वहां पर पूरा का पूरा जहर घोल दें.
अखिलेश ने कहा कि मणिपुर आरएसएस की विभाजनकारी नीति और भाजपा की वोट की राजनीति की वजह से जल रहा है. इस बार भाजपा को घबराहट इस बात की है कि एक तरफ तो वो लोग हैं जो भारत और संविधान को बचाना चाहते हैं और दूसरी तरफ वे लोग हैं जो भारत के संविधान को खत्म करना चाहते हैं. जो लोग संविधान को खत्म करना चाहते हैं वो लोग डरे हुए हैं. डरे और खिसियाए लोगों की भाषा बदल जाती है. ये लोग नफरत की राजनीति करते आए हैं. नफरत की राजनीति का उदाहरण मणिपुर है, जो जल रहा है.
क्या सीएम योगी गूगल पर कुछ सर्च कर पाएंगेः अखिलेश ने कहा कि इंडिया (विपक्ष के गठबंधन का नाम) पर बोलने से पहले भाजपा को मणिपुर में जो बेटियों के साथ हो रहा है उस पर बोलना चाहिए. भाजपा के लोगों को काम नहीं करना है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए अखिलेश यादव ने कहा कि सीएम को कुछ नहीं आता है. वह कुछ नहीं जानते. मुख्यमंत्री गूगल से शायद ही कुछ सर्च कर पाएं. अखिलेश यादव ने कहा कि हमने मेरठ करनाल रोड पर सीएम योगी की नई व्यवस्था देखी है. सड़कों पर सांडों के झुंड देखे. वे यह बता रहे थे कि ज्यादा स्पीड मत करो.
भाजपा नहीं कर पाएगी इंडिया का मुकाबलाः अखिलेश यादव ने कहा कि 2024 में भारतीय जनता पार्टी का प्रदेश और देश से इंडिया सफाया करेगा. इंडिया का मकसद यह है कि मिलीजुली संस्कृति, भाईचारे का संदेश फैले. हम सभी को साथ लेकर चलेंगे. 24 में एक ही मुद्दा रहेगा, बीजेपी को हटाओ इंडिया को जिताओ. अखिलेश ने कहा कि यूसीसी से भी बड़ा मुद्दा है PDA का. पिछड़े दलित अल्पसंख्यक मुस्लिम भाइयों को कोई नहीं पूछ रहा. भाजपा न पीडीए का मुकाबला कर सकती है और न india का.
भाजपा सरकार पर सीएचसी और डेयरियां बेचने का आरोपः पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने एक भी जिला अस्पताल नहीं बनाया जहां गरीबों का इलाज हो सके. सीएचसी सरकार बेच रही है, डेयरियां बेच रही है. इतनी निरंकुश पुलिस पहले कभी नहीं हुई होगी जितनी आज देखने को मिल रही है. पुलिस या अन्य विभागों में इतना करप्शन कभी नहीं हुआ, जितना इस सरकार में हो रहा है. प्रदेश सरकार ने यह जानने का प्रयास किया कि सबसे ज्यादा कौन सा विभाग करप्ट है तो पता चला कि पुलिस विभाग ही सबसे ज्यादा करप्ट है.
पुलिस सबसे ज्यादा भ्रष्टः पुलिस को जो काम करना चाहिए वही नहीं कर रही है, बाकी सभी काम कर रही है. जिन कांवड़ियों पर योगी ने पुष्प बरसाए क्या योगी उन कांवड़ियों को एक करोड़ रुपये की आर्थिक मदद और नौकरी नहीं दे सकते. कांवड़ियों की जान गई है वह सरकार की लापरवाही थी. बिजली विभाग की लापरवाही थी. उनके परिवार को एक करोड़ रुपए और सरकारी नौकरी देनी चाहिए.