मेरठ: पश्चिम उत्तर प्रदेश के मेरठ में पलायन का मुद्दा राजनीतिक तूल पकड़ता जा रहा है. इस मामले को भी सियासी मुद्दा बनाने की कोशिश की जा रही है. आए दिन यहां राजनैतिक लोग भ्रमण करने आ रहे हैं. रविवार को बीजेपी नेता साध्वी प्राची मेरठ के प्रहलाद नगर पहुंचीं और वहां की जनता से बातचीत की.
मीडिया से रूबरू होते हुए साध्वी प्राची ने कहा-
- मेरठ जैसी क्रांतिधारा भूमि से हिंदुओं का पलायन होना बहुत ही अफसोस की बात है.
- पहले यहां 4000 परिवार रहते थे, अब केवल 400 परिवार ही रह गए हैं.
- प्रशासन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को गलत रिपोर्ट भेजी है.
- मैं खुद मुख्यमंत्री से मिलकर इस मामले में बात करूंगी.
- प्रहलाद नगर में महिला और बहन-बेटी सही में सुरक्षित नहीं है.
क्या है पूरा मामला
- लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र के प्रहलाद नगर में बहुसंख्यक वर्ग के 200 परिवार अपना मकान बेचकर पलायन कर चुके हैं
- इस आरोप के बाद शासन प्रशासन हरकत में आया था.
- इलाके में जगह-जगह कई मकानों और प्लॉट्स पर बिकाऊ लिखा हुआ था.
- आरोप है कि प्रहलाद नगर में बहुसंख्यक समाज की महिलाओं से छेड़छाड़ और कीमती सामान की लूटपाट होती है.
- महिलाओं और बेटियों की तरफ से विरोध करने पर मारपीट की नौबत आ जाती है.
- इसी वजह से कई परिवार यहां से घर बेचकर जाने को मजबूर है.
- भाजपा के वार्ड 56 से पार्षद जितेंद्र पाहवा ने पुलिस प्रशासनिक अफसरों को प्रार्थना पत्र देकर शरारती तत्वों पर लगाम लगाने की मांग की थी.
हालांकि, जब पलायन के मुद्दे ने तूल पकड़ा तो एडीजी जोन प्रशांत कुमार, जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पूरे मामले की छानबीन करने खुद मौके पर पहुंचे थे. इसी के साथ दूसरे समुदाय के लोगों का कहना है कि मामला पलायन का नहीं, बल्कि गेट लगाने को लेकर चल रहे विवाद का है..