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मेरठ: कांवड़ मार्ग पर पुलिस के अतिरिक्त RAF और PAC रहेगी तैनात, भूलकर भी ना करें ये गलतियां - डीएम पंकज मीणा

कांवड़ यात्रा और शिवरात्रि पर्व को लेकर मेरठ में पुलिस और प्रशासन की तरफ से वृहद स्तर पर तैयारी की गई है. कांवड़ यात्रा को लेकर मेरठ जिले को 62 सेक्टर और 22 जोन में बांटा गया है. सभी जोन में मजिस्ट्रेट तैनात कर दिए गए हैं. शिवभक्तों की यात्रा को सुलभ और आसान बनाने के उद्देश्य से जगह-जगह शिविर लगाए गए हैं. सीसीटीवी से लेकर अतिरिक्त फोर्स भी तैनात की गई है. जानिए किन रास्तों से गुजरेंगे शिवभक्त कांवड़िए और क्या हैं इंतजाम.

मेरठ.
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Published : Jul 21, 2022, 1:28 PM IST

मेरठ: कांवड़ मेला 2022 और शिवरात्रि पर्व को लेकर मेरठ में प्रशासन बड़े स्तर पर तैयारियों में लगा हुआ है. अब तो शिवभक्त कांवडियों की टोलियां हरिद्वार और गौमुख से अपने गंतव्यों को रवाना होनी भी शुरू हो गई है. ऐसे में तमाम अधिकारी दिन-रात कांवड़ मार्गों पर पहुंचकर व्यवस्थाओं का जायजा ले रहे हैं. गौरतलब है कि पश्चिम यूपी के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन के तौर पर कांवड़ यात्रा को जाना जाता है.

जानकारी देते डीएम और एसएसपी.

कांवडियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अधिकारियों ने बताया कि असामाजिक तत्वों पर नजर रखी जा रही है. जो भी खुरापाती किस्म के लोग हैं. उन सबका ब्यौरा पुलिस के पास है. सौहार्दपूर्ण माहौल में त्योहार संपन्न हो ये प्राथमिकता है.

26 जुलाई को शिवरात्रि का पर्व है. इससे पूर्व शिवभक्त कांवड़ियों को अपने-अपने गन्तव्यों पर पहुंचना है और नियत समय पर शिवरात्रि के मौके पर भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक करना है. गौरतलब है कि दो साल के बाद इस बार कांवड़ यात्रा को प्रदेश सरकार की तरफ से अनुमति मिली है. ऐसे में शिवभक्तों में उत्साह है. वहीं प्रदेश सरकार की तरफ से तो अधिकारियों को आदेश दिए गए हैं कि इस बार कांवड़ यात्रा धूमधाम से मने. गौरतलब है कि कांवड़ की व्यवस्था में जिला प्रशासन, पुलिस और सभी विभाग मजबूती से और उत्साह के साथ जुटे हुए हैं.

विशेष तौर पर बागपत जिले के पुरा महादेव को जाने वाले कांवड़ियों को सरधना तहसील और मेरठ से होकर गुजरना पड़ता है उनकी तादाद लाखों में होती है. जबकि मेरठ शहर के सबसे प्रसिद्ध औघड़नाथ मंदिर में भी लाखों कांवड़ियों के द्वारा जलाभिषेक किया जाता है. प्रशासन की तरफ से ट्रैफिक प्लान तैयार है जिससे जिले में कहीं भी अव्यवस्था न हो.

डीएम पंकज मीणा ने बताया कि कानून व्यवस्था, पेयजल और प्रकाश व्यवस्था की समुचित व्यवस्था की गई है ताकि कांवड़ियों को रात्रि में भी अपनी यात्रा में कोई व्यवधान न हो. भारी वाहनों की एंट्री शिवरात्रि पर्व तक बैन कर दी गई है.

एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने बताया कि कांवड़ मार्ग पर पुलिस की तरफ से सभी व्यवस्थाएं पूरी हो गई है. पुलिस की ड्यूटी के अलावा आरएएफ पीएसी भी कांवड़ियों की सुरक्षा में लगी हुई है. जितने भी संवेदनशील स्थान हैं वहां पर उनकी ड्यूटी लगाई गई है. कांवड़ शिविर मुख्यत: बाएं साईड पर ही लगे हुए हैं. ताकि आवाजाही में किसी तरह का व्यवधान न हो. एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने बताया कि जैसे-जैसे कांवड़ यात्रियों की संख्या बढ़ेगी वैसे ही ड्रोन कैमरों से भी सुरक्षा की दृष्टि से निगरानी की जाएगी.

इन मार्गों से गुजरेंगे कांवड़िए

हरिद्वार से जल लेकर आने वाले शिव भक्त कांवड़िये मुजफ्फरनगर के बाद सकौती से जिले की सीमा में प्रवेश करेंगे. जो कि दौराला, मोदीपुरम, शोभापुर चौपला, परतापुर बाईपास होते हुए दिल्ली की ओर निकल जाएंगे.

वहीं कुछ कांवड़िये मोदीपुरम चेकपोस्ट से मेरठ शहर में प्रवेश करते हुए छठी वाहिनी पीएसी के सामने टैंक चौपला होते हुए बेगमपुल पहुंचेंगे. उसके बाद बेगमपुल से वाया दिल्ली होते हुए कांवड़िये दिल्ली की ओर निकल जाएंगे.

जबकि वहीं कुछ कांवड़िये बेगमपुल से भैंसाली रोडवेज बस स्टैंड, रेलवे रोड चौराहा, मोहकमपुर होकर गाजियाबाद और दिल्ली की तरफ जाएंगे. तो वहीं कुछ कांवड़िये बेगमपुल, हापुड़ रोड से होते हुए बिजली बंबा चौकी, खरखौदा होते हुए हापुड़ जनपद और बुलंदशहर की तरफ निकलेंगे. इसी तरह गढ़मुक्तेश्वर, किठौर, शाहजहांपुर जाने वाले कांवड़िये टैंक चौपला से माल रोड उसके बाद चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी उसके बाद गढ़ रोड मऊखास चौकी के सामने से होकर अपने-अपने गन्तव्यों को जाएंगे. इसके अतिरिक्त गंगनहर की पटरी से भी लाखों कांवड़िए गुजरेंगे.

इसे भी पढे़ं- काशी का प्राचीन शिव मंदिर, जहां भगवान राम को मिली थी ब्रह्महत्या दोष से मुक्ति

मेरठ: कांवड़ मेला 2022 और शिवरात्रि पर्व को लेकर मेरठ में प्रशासन बड़े स्तर पर तैयारियों में लगा हुआ है. अब तो शिवभक्त कांवडियों की टोलियां हरिद्वार और गौमुख से अपने गंतव्यों को रवाना होनी भी शुरू हो गई है. ऐसे में तमाम अधिकारी दिन-रात कांवड़ मार्गों पर पहुंचकर व्यवस्थाओं का जायजा ले रहे हैं. गौरतलब है कि पश्चिम यूपी के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन के तौर पर कांवड़ यात्रा को जाना जाता है.

जानकारी देते डीएम और एसएसपी.

कांवडियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अधिकारियों ने बताया कि असामाजिक तत्वों पर नजर रखी जा रही है. जो भी खुरापाती किस्म के लोग हैं. उन सबका ब्यौरा पुलिस के पास है. सौहार्दपूर्ण माहौल में त्योहार संपन्न हो ये प्राथमिकता है.

26 जुलाई को शिवरात्रि का पर्व है. इससे पूर्व शिवभक्त कांवड़ियों को अपने-अपने गन्तव्यों पर पहुंचना है और नियत समय पर शिवरात्रि के मौके पर भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक करना है. गौरतलब है कि दो साल के बाद इस बार कांवड़ यात्रा को प्रदेश सरकार की तरफ से अनुमति मिली है. ऐसे में शिवभक्तों में उत्साह है. वहीं प्रदेश सरकार की तरफ से तो अधिकारियों को आदेश दिए गए हैं कि इस बार कांवड़ यात्रा धूमधाम से मने. गौरतलब है कि कांवड़ की व्यवस्था में जिला प्रशासन, पुलिस और सभी विभाग मजबूती से और उत्साह के साथ जुटे हुए हैं.

विशेष तौर पर बागपत जिले के पुरा महादेव को जाने वाले कांवड़ियों को सरधना तहसील और मेरठ से होकर गुजरना पड़ता है उनकी तादाद लाखों में होती है. जबकि मेरठ शहर के सबसे प्रसिद्ध औघड़नाथ मंदिर में भी लाखों कांवड़ियों के द्वारा जलाभिषेक किया जाता है. प्रशासन की तरफ से ट्रैफिक प्लान तैयार है जिससे जिले में कहीं भी अव्यवस्था न हो.

डीएम पंकज मीणा ने बताया कि कानून व्यवस्था, पेयजल और प्रकाश व्यवस्था की समुचित व्यवस्था की गई है ताकि कांवड़ियों को रात्रि में भी अपनी यात्रा में कोई व्यवधान न हो. भारी वाहनों की एंट्री शिवरात्रि पर्व तक बैन कर दी गई है.

एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने बताया कि कांवड़ मार्ग पर पुलिस की तरफ से सभी व्यवस्थाएं पूरी हो गई है. पुलिस की ड्यूटी के अलावा आरएएफ पीएसी भी कांवड़ियों की सुरक्षा में लगी हुई है. जितने भी संवेदनशील स्थान हैं वहां पर उनकी ड्यूटी लगाई गई है. कांवड़ शिविर मुख्यत: बाएं साईड पर ही लगे हुए हैं. ताकि आवाजाही में किसी तरह का व्यवधान न हो. एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने बताया कि जैसे-जैसे कांवड़ यात्रियों की संख्या बढ़ेगी वैसे ही ड्रोन कैमरों से भी सुरक्षा की दृष्टि से निगरानी की जाएगी.

इन मार्गों से गुजरेंगे कांवड़िए

हरिद्वार से जल लेकर आने वाले शिव भक्त कांवड़िये मुजफ्फरनगर के बाद सकौती से जिले की सीमा में प्रवेश करेंगे. जो कि दौराला, मोदीपुरम, शोभापुर चौपला, परतापुर बाईपास होते हुए दिल्ली की ओर निकल जाएंगे.

वहीं कुछ कांवड़िये मोदीपुरम चेकपोस्ट से मेरठ शहर में प्रवेश करते हुए छठी वाहिनी पीएसी के सामने टैंक चौपला होते हुए बेगमपुल पहुंचेंगे. उसके बाद बेगमपुल से वाया दिल्ली होते हुए कांवड़िये दिल्ली की ओर निकल जाएंगे.

जबकि वहीं कुछ कांवड़िये बेगमपुल से भैंसाली रोडवेज बस स्टैंड, रेलवे रोड चौराहा, मोहकमपुर होकर गाजियाबाद और दिल्ली की तरफ जाएंगे. तो वहीं कुछ कांवड़िये बेगमपुल, हापुड़ रोड से होते हुए बिजली बंबा चौकी, खरखौदा होते हुए हापुड़ जनपद और बुलंदशहर की तरफ निकलेंगे. इसी तरह गढ़मुक्तेश्वर, किठौर, शाहजहांपुर जाने वाले कांवड़िये टैंक चौपला से माल रोड उसके बाद चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी उसके बाद गढ़ रोड मऊखास चौकी के सामने से होकर अपने-अपने गन्तव्यों को जाएंगे. इसके अतिरिक्त गंगनहर की पटरी से भी लाखों कांवड़िए गुजरेंगे.

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