मेरठ: उत्तर प्रदेश में बाहुबली और बड़े अपराधियों पर योगी सरकार की कार्रवाई का हंटर जारी है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश के वाहन चोरों के कुख्यात सरगना नईम उर्फ गल्ला की अपराध से अर्जित की गई करोड़ों की संपत्ति को शनिवार को पुलिस ने जब्त कर लिया है. समाजवादी सरकार में गल्ला का खासा रसूख माना जाता था लेकिन, योगी सरकार में उसी गल्ला को सलाखों के पीछे जाना पड़ा है.
कुख्यात वाहन चोर नईम उर्फ गल्ला पिछले दो दशकों से वाहन चोरी करा के स्पेयर पार्ट्स बेचने का गोरखधंधा चला रहा था. दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश समेत अन्य कई राज्यों में गल्ला के खिलाफ करीब 32 मुकदमे दर्ज हुए लेकिन, इस सबके बावजूद भी गल्ला का गोरखधंधा बदस्तूर जारी रहा. योगी सरकार में पश्चिम उत्तर प्रदेश के वाहन चोरों के खिलाफ कार्रवाई का हंटर चल रहा है, जिसमें अब तक कई आपराधी मन्नू कबाड़ी, इकबाल, राहुल काला समेत कई बड़े वाहन चोरों पर गैंगस्टर और कुर्की तक की कार्रवाई कर ली गई है. जिसके बाद अब वाहन चोरों के सरगना गल्ला के खिलाफ पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की है. इससे पहले गल्ला और उसके चार बेटों की गिरफ्तारी भी की जा चुकी है. पुलिस ने गल्ला के आलीशान बंगले के अलावा दो बंगले और चिन्हित किए हैं, जिनको अगले एक हफ्ते में किया जब्त कर लिया जाएगा.
पुलिस अधिकारियों के अनुसार गल्ला और उसके गुर्गे ऑन डिमांड गाड़ी चोरी करवाते थे. इसके बाद गाड़ियों को या फिर उनके स्पेयर पार्ट्स को बेचा जाता था. मेरठ का सोतीगंज बाजार चोरी के वाहन पार्ट्स के लिए पश्चिम उत्तर प्रदेश में ही नहीं कई राज्यों में कुख्यात था लेकिन, अब तस्वीर बदल चुकी है. वाहन चोरों पर कार्रवाई का दौर जारी है. पुलिस ने 20 से भी ज्यादा वाहन चोरों को चिन्हित कर लिया है, जिनके खिलाफ कार्रवाई का ताना-बाना बुना जा रहा है. सबसे पहले कार्रवाई की चोट उन वाहन चोरों पर है जिन्होंने, इस काले कारोबार से करोड़ों की संपत्ति अर्जित की है. मेरठ पुलिस द्वारा गल्ला के बंगले की कीमत करीब 4 करोड़ रुपये आंकी जा रही है.