मेरठः सिविल लाइन क्षेत्र में रेस्टोरेंट की आड़ में चल रहे हुक्का बार पर पुलिस ने रविवार को छापेमारी की है. रेस्टोरेंट में छापेमारी होते ही भगदड़ मच गई. कुछ लोगों ने भागने की कोशिश की, लेकिन मौके पर पुलिस टीम ने उन्हें दबोच लिया. अहम बात यह है कि हुक्का बार में बच्चों को नशा परोसा जा रहा था. इतना ही नहीं रेस्टोरेंट में खुफिया केबिन भी बनाए गए थे.
सिविल लाइन थाना क्षेत्र में फीस्ट रेस्टोरेंट के नाम से हुक्का बार संचालित किया जा रहा था. रेस्टोरेंट की आड़ में बच्चों को नशे के कश लगवाए जा रहे थे. चाइनीज रेस्टोरेंट में अलग-अलग फ्लेवर के हुक्के परोसे जा रहे थे, जिसके नाम पर मोटी वसूली भी चल रही थी और युवा नशे की गर्त में धकेले जा रहे थे. अचानक पुलिस की छापेमारी से हड़कंप मच गया. सीओ सिविल लाइन ने सर्विलांस टीम के साथ छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दिया. इसके बाद मौके पर मौजूद बच्चों और युवाओं से पूछताछ की गई. वहीं, हुक्का बार संचालक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है. बताया जा रहा है कि पुलिस पिछले 7 दिनों से फीस्ट हाउस कैफे के आसपास घात लगाए बैठी थी.
कैफे रिहायशी इलाके में बना है. इलाके में रहने वाले कुछ लोगों ने पुलिस को सूचना दी थी कि कैफे में नए साल पर हुक्का पार्टी की गई है. पुलिस को कैफे में संदिग्ध गतिविधियां संचालित होने की भी सूचना दी गई थी. इसके बाद से पुलिस कैफे पर छापेमारी की तलाश में थी. रविवार को कैफे में भीड़ जुटी, तभी पुलिस ने छापा मार दिया. मौके से कैफे संचालक आयुष शर्मा निवासी शास्त्रीनगर मैनेजर नदीम और फैज सहित 15 युवकों को हिरासत में लिया है. इनसे पुलिस पूछताछ कर रही है. पुलिस को बार में शराब की बोतलों के अलावा फ्लेवर्ड हुक्के भी मिले हैं, जिनसे युवक नशा कर रहे थे.
सिविल लाइन इंस्पेक्टर ने बताया कि टजांच में सामने आया है कि यह रेस्टोरेंट शास्त्रीनगर के रहने वाले आयुश शर्मा का है. आयुश ने मैनेजर नदीम को ठेके पर रेस्टोरेंट चलाने के लिए दे रखा है. नदीम ही वहां हुक्का बार चला रहा था. नदीम के खिलाफ हुक्का बार चलाने का मुकदमा दर्ज किया गया है और जो लड़के वहां मौजूद थे उनके खिलाफ भी पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है.