मेरठ: रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी का मेरठ पुलिस ने पर्दाफाश किया है. मुखबिर की सूचना के बाद पुलिस टीम ने तीमारदार बनकर वार्ड बॉय से 25 हजार रुपये में इंजेक्शन खरीदा. इसके बाद वार्ड बॉय ने तीन और इंजेक्शन देने का वादा किया. इतना ही नहीं, जब पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार करने की कोशिश की तो उन्होंने पुलिस टीम पर ही हमला कर दिया. इस घटना में पुलिस ने 2 वार्ड बॉय और 4 बाउंसर समेत कुल 6 लोगों को गिरफ्तार किया है.
मुखबिर से मिली सूचना
मामला मेरठ के सुभारती मेडिकल कॉलेज का है. जहां कोविड वार्ड में रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी का खेल चल रहा था. मरीजों की मजबूरी का फायदा उठाकर तीमारदारों को मुंह मांगी कीमत पर इंजेक्शन बेचा जा रहा था. इतना ही नहीं, कोविड वार्ड में जिन मरीजों को यह इंजेक्शन जरूरत के हिसाब से दिया गया था, उन्हें यह इंजेक्शन न लगाकर इसकी कालाबाजारी की जा रही थी. इस बात की शिकायत थाना जानी पुलिस को मिली. जिसके बाद एसएसपी अजय साहनी ने एक गोपनीय टीम लगाकर आरोपियों की गिरफ्तारी करने का आदेश दिया. पुलिस टीम एक मरीज के तीमारदार बनकर वार्ड बॉय के पास इंजेक्शन खरीदने पहुंची.
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वार्ड बॉय ने रेमडेसिविर इंजेक्शन को 25 हजार रुपये में बेचा. इस दौरान कुल 4 इंजेक्शन का सौदा हुआ. तीन और इंजेक्शन बाद में देने का वादा किया गया. मेरठ पुलिस की सर्विलांस और थाना जानी पुलिस ने इस मामले में 2 वार्ड बाय को गिरफ्तार कर लिया. बता दें कि जैसे ही टीम ने उन्हें गिरफ्तार करने की कोशिश की, चार बाउंसर ने टीम पर हमला कर दिया. मामले में पुलिस ने कुल 6 लोगों को गिरफ्तार किया है.