मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ में वाहन माफियाओं के खिलाफ पुलिस कार्रवाई का हंटर अभी भी जारी है. पुलिस की इस कार्रवाई के दौरान एक बड़ा खुलासा हुआ है. वाहन माफिया, सेना की जमीन पर अवैध कब्जा करके चोरी के वाहनों को ठिकाने लगा रहा था. इस मामले में रक्षा संपदा अधिकारी ने वाहन माफिया और उसके बेटों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है.
मेरठ के थाना सदर बाजार क्षेत्र के सोतीगंज इलाके में इन दिनों पुलिस कार्रवाई का दौर जारी है. जहां कुख्यात वाहन माफिया पिछले तीन दशकों से वाहन चोरी कर स्पेयर पार्ट्स बेचने का धंधा चला रहा था. चोरी के वाहनों के काले कारोबार में सबसे बड़ा नाम गल्ला का है. गल्ला को पुलिस पहले ही गैंगस्टर की धाराओं में बंद करके जेल भेज चुकी है. वहीं इसके बेटों ने भी पुलिस के आगे सरेंडर कर दिया है.
यह भी पढ़ें- यूपी में दो करोड़ से ज्यादा लोगों को लगेगी कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज
मेरठ के पुलिस अधिकारी लगातार गल्ला समेत अन्य वाहन माफियाओं पर शिकंजा कसने के लिए कागजात खंगाल रहे थे. पुलिस ने गल्ला की कई करोड़ की संपत्ति कुर्क भी कर दी है. अब इस मामले में एक और बड़ा खुलासा सामने आया है. जिसके बाद पता लगा कि वह सेना की जमीन पर अवैध कब्जा किया हुआ है.
इस मामले में रक्षा संपदा अधिकारियों ने बताया कि गल्ला और उसके बेटे के खिलाफ अवैध कब्जे के आरोप में मुकदमा दर्ज कर दिया गया है. मेरठ थाना सदर बाजार में मुकदमा दर्ज किया गया है. जिसके बाद अब सेना की करोड़ों की जमीन पर से वाहन माफिया का कब्जा हटाया जाएगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मेरठ के सोतीगंज पर पुलिस कार्रवाई को लेकर योगी सरकार की पीठ थपथपाई थी. जिसके बाद से मेरठ पुलिस को कार्रवाई के लिए बूस्टर डोज मिल गया है. मेरठ पुलिस ने चोरी के वाहनों को ठिकाने लगाने वालों को जेल के अंदर करने व मेरठ की तस्वीर बदलने की ठान ली है.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप