मेरठः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 700 करोड़ की लागत से 91.38 एकड़ में बनने वाला उत्तर प्रदेश का प्रथम खेल विश्वविद्यालय मेजर ध्यानचंद खेल विश्वविद्यालय का शिलान्यास किया. इससे पहले प्रधानमंत्री ने मेरठ में पहुंचकर सबसे पहले काली पाटन मंदिर में पूजा-अर्चना की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी न इसके साथ ही बाबा औघर्णनाथ मंदिर के भी दर्शन किए. इस दौरान उनके साथ राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी मौजूद रहे. प्रधानमंत्री ने शहीद स्मारक में सरकारी स्वतंत्रता संग्राम संग्रहालय और खेल प्रदर्शनी का जायजा लेने के बाद प्रधानमंत्री सरधना क्षेत्र में सलावा गांव पहुंच कर महान हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद के नाम पर खेल यूनिवर्सिटी के शिलान्यास किया.
खेल विश्वविद्यालय के शिलान्यास के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि भारत के इतिहास में मेरठ का एक स्थान, सिर्फ एक शहर का नहीं बल्कि मेरठ हमारी संस्कृति और हमारे सामर्थ्य का भी महत्वपूर्ण केंद्र है. सिंधु घाटी के सभ्यता से लेकर देश के पहले स्वतंत्रता संग्राम तक इस क्षेत्र ने दुनिया को दिखाया है कि भारत का सामर्थ्य क्या होता है. प्रधानमंत्री ने कहा कि अब क्रांतिवीरों की नगरी, खेल वीरों की नगरी के रूप में भी एक नई पहचान स्थापित करेगी.
पीएम मोदी ने कहा कि मेरठ के इस क्षेत्र ने स्वतंत्र भारत को भी नई दिशा देने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. राष्ट्र रक्षा के लिए सीमा पर बलिदान हो या फिर खेल के मैदान में राष्ट्र के लिए सम्मान, राष्ट्र भक्ति की अलख को इस क्षेत्र ने सदा सर्वदा प्रज्ज्वलित रखा है. पहले यहां अपराधी अपना खेल खेलते थे, पहले यहां अपराध के टूर्नामेंट होते थे। मेरठ और आस-पास के लोग कभी नहीं भूल सकते थे कि उनके घरों को जला दिया गया था. पहले की सरकारें अपने ही खेल में लगी रहती थीं.
उन्होंने कहा कि पहले क्या-क्या खेल खेले जाते थे, अब योगी सरकार ऐसे अपराधियों के साथ जेल-जेल खेल रही है. पहले यहां बेटियां शाम होने के बाद घरों से निकलने में डरती थी, आज यहां की बेटियां पूरे देश का नाम रौशन कर रही हैं. अब यूपी में असली खेल को बढ़ावा मिल रहा है. यूपी के युवाओं को खेल की दुनियां में छा जाने का मौका मिल रहा है. युवा नए भारत का कर्णणार भी है, युवा नए भारत का नेतृत्वकर्ता भी है, जिधर युवा चलेगा, उधर भारत चलेगा. अब जिधर भारत चलेगा, उधर दुनिया चलने वाली है.
पीएम मोदी ने कहा कि खिलाड़ियों के सामर्थ्य को बढ़ाने के लिए हमारी सरकार ने अपने खिलाड़ियों को 4 शस्त्र दिए हैं. संसाधन, ट्रेनिंग की आधुनिक सुविधा, अंतरराष्ट्रीय एक्सपोजर, चयन में परदर्शिता.खेल की दुनिया में आने वाले हमारे युवा पहले भी सामर्थ्यवान थे, उनकी मेहनत में पहले भी कोई कमी नहीं थी. यहां मेरठ के सोतीगंज बाजार में गाड़ियों के साथ होने वाले खेल का भी अब The End हो रहा है. अब UP में असली खेल में बढ़ावा मिल रहा है. UP के युवाओं को खेल की दुनिया में छा जाने का मौका मिल रहा है.
देश में खेलों के लिए जरूरी है कि हमारे युवाओं में खेलों को लेकर विश्वास पैदा हो, खेल को अपना प्रॉफ़ेशन बनाने का हौसला बढ़े. यही मेरा संकल्प भी है, और सपना भी.खेल की दुनिया से जुड़ी एक और बात हमें याद रखनी है. खेल से जुड़ी सर्विस और सामान का बाजार लाखों करोड़ रुपये का है. मेरठ से ही अभी 100 से अधिक देशों को स्पोर्ट्स का सामान निर्यात होता है. मेरठ लोकल के लिए वोकल तो है ही, लोकल को ग्लोबल भी बना रहा है.
पीएम मोदी ने कहा कि अब जो नई नेशनल एजुकेशन पॉलिसी लागू हो रही है, उसमें भी खेल को प्राथमिकता दी गई है. पहले खेल को एक्स्ट्रा एक्टिविटी माना जाता था, लेकिन अब स्पोर्ट्स स्कूल में बाकायदा एक विषय होगा. उन्होंने कहा कि सरकारों की भूमिका अभिभावक की तरह होती है. योग्यता होने पर बढ़ावा भी दे और गलती होने पर ये कहकर ना टाल दे कि लड़कों से गलती हो जाती है.