मेरठ : जिले में तीन दिन पहले स्ट्रीट डॉग की छत से गिरकर मौत हो गई थी. इस मामले को लेकर शनिवार को लोगों ने नाराजगी जताई. सोसायटी के कुछ लोगों ने नगर निगम के कर्मचारियों को कुत्ते की मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया. जिलाधिकारी कार्यालय पर एनिमल केयर संस्था के लोगों ने प्रदर्शन कर कार्रवाई की मांग की है.
एनिमल केयर संस्था के सचिव अंशुमाली वशिष्ठ ने बताया कि मामला कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र की वैष्णो धाम कालोनी से जुड़ा है. कॉलोनी के रहने वाले पुलिसकर्मी सुधीर मलिक की करीब 10 साल की बच्ची पर 29 मई को पड़ोसी के पालतू पिटबुल कुत्ते ने अचानक हमला बोल दिया था. इससे बच्ची गंभीर रूप से घायल हो गई थी. जिस वक्त पिटबुल ने हमला किया उस वक्त बच्ची साइकिल चला रही थी. इस घटना के बाद कॉलोनी वासियों ने नाराजगी जताते हुए नगर निगम में शिकायत दर्ज कराई थी. घटना के बाद से पिटबुल और उसका मालिक फरार है.
31 मई को नगर निगम की टीम स्ट्रीट डॉग्स को पकड़ने के लिए पहुंची थी. आरोप है कि कुछ स्थानीय लोगों की मदद से नगर निगम की टीम एक भूरा नामक कुत्ते के पीछे दौड़ रही थी. भागते भागते कुत्ता एक घर में घुस गया. स्थानीय लोग और नगर निगम की टीम भी उस घर में घुस गई थी. कुत्ता घर की दूसरी मंजिल पर पहुंच गया. इसके बाद खुद को घिरा देखकर भूरा ने छत से छलांग लगा दी. इसमें उसकी जान चली गई.
इस घटना के बाद से एनिमल केयर संस्था से जुड़े लोग नगर निगम की टीम को कुत्ते की मौत के लिए जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. संस्था के पदाधिकारी शनिवार को जिलाधिकारी कार्यालय पर पहुंचे. संस्था की तरफ से डीएम को दिए गए ज्ञापन में कहा गया है कि वैष्णो धाम कॉलोनी में चल रहे पिटबुल प्रकरण के कारण एक कुत्ते की जान चली गई. दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए.
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