मेरठ: पश्चिमी यूपी के मैदानी इलाकों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के आसपास ही चल रहा है. बावजूद इसके लोगों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ रहा है. मौसम विशेषज्ञों की मानें तो इस तरह की गर्मी जुलाई के महीने में शुरू होती है, लेकिन इस बार यह जून के महीने में ही देखने को मिल रही है.
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से दिन का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के आस-पास ही चल रहा है. गर्म हवाएं भी इस समय नहीं है, लेकिन उमस भरी गर्मी परेशानी का कारण बन रही है. उमस भरी गर्मी की वजह से कूलर, पंखे भी हवा फेंकते नहीं दिख रहे हैं. यही कारण है कि शरीर का पसीना भी नहीं सूख रहा है. अभी इस स्थिति से पूरी तरह राहत मिलती हुई भी नहीं दिख रही है.
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. एन सुभाष का कहना है कि इस बार मई में बारिश होती रही, जिस कारण वातावरण में नमी बढ़ गई. नमी बढ़ने की वजह से इस समय उमस अधिक हो रही है. उन्होंने बताया कि दिन में सुबह के समय भी आर्द्रता 60 से 70 प्रतिशत है, जबकि दिन में यह 50 प्रतिशत तक बनी हुई है. यही कारण है कि दिन का अधिकतम तापमान सामान्य रहने के बावजूद उमस भरी गर्मी की वजह से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. उमस की वजह से शरीर में चिपचिपाहट रहती है, जिस कारण पसीना नहीं सूख रहा है.
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डॉ. एन सुभाष ने बताया कि अभी उमस भरी गर्मी का दौर जारी रहेगा. मेरठ और आसपास के इलाकों में सप्ताह के अंत तक कुछ स्थानों पर बूंदाबांदी हो सकती है, लेकिन इस स्थिति में उमस और बढ़ जाएगी. इस उमस भरी गर्मी से राहत मानसूनी बारिश के बाद ही मिलेगी. गुरुवार को मेरठ जिले का दिन का अधिकतम तापमान 39 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.