मेरठः शहर में कावड़ यात्रा की तैयारियों को लेकर सोमवार को महत्वपूर्ण बैठक हुई. इस बैठक में प्रदेश के प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद और DGP विजय कुमार ने पांच प्रदेशों के अधिकारियों समेत 5 मण्डलों के अधिकारियों संग बैठक की. कांवड़ यात्रा को लेकर प्रमुख सचिव ने पड़ोसी राज्यों से बेहतर समन्वय स्थापित करने के निर्देश दिए. इसके साथ ही ट्रैफिक डायवर्जन, पार्किंग, कांवड़ शिविर व स्वास्थ्य के लिए प्लान तैयार करने और कावड़ यात्रा को एक्सीडेंट फ्री बनाने पर जोर दिया.
प्रमुख सचिव संजय प्रसाद ने कहा कि इस बैठक को समीक्षा बैठक और समन्वय बैठक कह सकते हैं. कांवड़ यात्रा को सकुशल सम्पन्न कराने और उसकी तैयारियों की समीक्षा के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर वह और डीजीपी मेरठ आए हैं. आज की बैठक में अपर पुलिस महानिरीक्षक कानून व्यवस्था उत्तराखंड, अपर पुलिस महानिदेशक हरियाणा इसके अलावा आईजी पूर्वी दिल्ली ,एडिशनल सीपी ट्रैफिक दिल्ली और उसके अलावा राजस्थान के पुलिस अधिकारी शामिल हुए. साथ ही एडीजी मेरठ के अलावा, एडीजी बरेली, एडीजी आगरा इसके अलावा मेरठ रेंज,सहारनपुर रेंज,मुरादाबाद रेंज और अलीगढ़ रेंज शमिल हुए. प्रमुख सचिव संजय प्रसाद ने कहा कि कांवड़ यात्रा के आयोजन को लेकर विस्तृत चर्चा हुई है. उन्होंने कहा कि कांवड़ यात्रा को सुरक्षित वातावरण में कैसे सम्पन्न कराना है इस पर चर्चा हुई है.
उन्होंने बताया कि पड़ोसी राज्यों से जो समन्वय को लेकर मुद्दे हैं उन पर चर्चा हुई है. इस दौरान पड़ोसी राज्यों के जो प्रतिनिधि पहुंचे थे, उन्होंने जरूरी विषयों पर बात की. प्रमुख सचिव उत्तराखंड के अधिकारियों ने अपनी व्यवस्थाओं के बारे में भी बताया है. प्रमुख सचिव ने कहा कि कांवड़ यात्रा को सौहार्द्रपूर्ण माहौल में संपन्न कराने पर चर्चा हुई. प्रमुख सचिव ने बताया कि कांवड़ यात्रा को लेकर ट्रैफिक डायवर्ट का प्लान, मोबाइल टॉयलेट ,उनके लिए चिकित्सा शिविर से लेकर सड़कों की मरम्मत ,अग्निशमन की व्यवस्था, शौचालयों की व्यवस्था समेत तमाम जरूरी निर्देश दिए गए हैं. आयोजन को लेकर पुराने अधिकारियों के अनुभवों से भी उन्हें लाभ मिला है. उनकी पूरी मदद ली जा रही है.
डीजीपी बोले, हमारी पूरी तैयारी है
डीजीपी विजय कुमार ने कहा कि कानून व्यवस्था को लेकर किसी भी तरह की कोई समस्या नहीं आने दी जाएगी. इसके लिए आवश्यक निर्देश दिए गए हैं. इस दौरान आईबी से लेकर रेलवे के भी वरिष्ठ अधिकारियों की भी मौजूदगी रही.
लाखों शिवभक्त हर साल गुजरते हैं मेरठ से
बता दें कि मेरठ जिले की सीमा से लाखों की संख्या में शिवभक्त कांवड़िए जल लेकर अपने अपने गंतव्यों को गुजरते हैं. उत्तराखंड से लाखों की संख्या में हर वर्ष शिवभक्त जल लेकर और कांवड़ लेकर जब निकलते हैं तो मेरठ जिले की सीमा से होकर ही यूपी के कई इलाकों के अलावा दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान के लिए यहीं से गुजरते हैं. इस वजह से मेरठ काफी महत्वपूर्ण प्वाइंट माना जाता है. बीते वर्ष शिवभक्तों पर पुष्प वर्षा भी हुई थी. शिवभक्तों की सुरक्षा के लिए पुलिस ने व्यापक इंतजाम किए थे.
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