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मेरठ के सोतीगंज में पुलिस अनुमति के बाद खुले नए पार्ट्स के दुकान, गोदाम अभी भी बंद - दुकान मालिकों को नोटिस

मेरठ के मशहूर सोतीगंज के कबाड़ियों के गोदाम पर आज दूसरे दिन भी ताले लटके रहे, लेकिन नए पार्ट्स बेचने वाले व्यापारियों ने सोमवार देर रात तक शपथ पत्र और जीएसटी के कागजात पुलिस को दिखा दिए. जिसके बाद करीब 43 दुकानों को खोलने दिया गया.

पुलिस अनुमति के बाद खुले नए पार्ट्स के दुकान
पुलिस अनुमति के बाद खुले नए पार्ट्स के दुकान
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Published : Dec 14, 2021, 12:46 PM IST

मेरठ: मेरठ के मशहूर सोतीगंज के कबाड़ियों के गोदाम पर आज दूसरे दिन भी ताले लटके रहे, लेकिन नए पार्ट्स बेचने वाले व्यापारियों ने सोमवार देर रात तक शपथ पत्र और जीएसटी के कागजात पुलिस को दिखा दिए. जिसके बाद करीब 43 दुकानों को खोलने दिया गया. हालांकि कुछ नए पार्ट्स के दुकानदारों ने अभी भी कागजात नहीं दिखाए हैं, जिसके चलते उनकी दुकानें फिलहाल बंद हैं. दरअसल, मेरठ के सोतीगंज बाजार को छावनी में तब्दील कर दिया गया है, जहां पुलिस ने बाजार पहुंचकर दुकानदारों से बाजार बंद करने का फरमान सुनाया था. अगला आदेश आने तक दुकानें बंद रखने के लिए कहा गया था. साथ ही रविवार को व्यवस्था बनाने के लिए भारी फोर्स की तैनाती कर दी गई थी.

इस बीच लोगों को बताया गया कि पुलिस की ओर से सभी दुकान मालिकों को नोटिस दिया जा रहा है. वहीं, दुकानों के सामानों के बाबत अब पुलिस के समक्ष रिकार्ड जमा कराने होंगे. इसके बाद अनुमति लेकर कोई दुकानदार अपनी दुकानें खोल सकेगा. इस कार्रवाई से बाजार के व्यापारी खासा नाराज हैं और उन्होंने कहा कि वो डीएम को इस कार्रवाई के विरोध में अर्जी लगाएंगे. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि वाहन चोरी के कई मामलों में विवेचनाओं के दौरान यह बात सामने आई है कि सोतीगंज बाजार में स्पेयर पार्ट्स का काम करने वाले लोग चोरी की गाड़ियों के पार्ट्स खरीदकर अपनी दुकानों पर बेचते हैं. एसपी सिटी ने बताया कि ये कार्रवाई विवेचना के क्रम में गई है.

पुलिस अनुमति के बाद खुले नए पार्ट्स के दुकान
पुलिस अनुमति के बाद खुले नए पार्ट्स के दुकान

इसे भी पढ़ें - अवैध नावों पर छापेमारी करने गई वन विभाग की टीम पर फायरिंग, दो नावें की नष्ट

करीब सौ व्यापारियों को धारा 91 के तहत नोटिस जारी की गई थी. इन सभी को जीएसटी के माध्यम से नोटिस दिया गया था और सभी की जांच जारी है. कई लोगों के नाम सामने आए हैं. इसलिए फिलहाल इन दुकानों को बंद करने के लिए कार्रवाई शुरू की गई है. बता दें कि पिछले 3 दशकों से मेरठ के इसी सोतीगंज बाजार में पश्चिम उत्तर प्रदेश से ही नहीं, बल्कि अलग-अलग राज्यों से चोरी के वाहन लाए जाते रहे हैं. यहां लाकर उन्हें डिस्मेंटल कर दिया जाता है, जिसके बाद चोरी के पार्ट्स को मुंह मांगे दामों पर बेच दिया जाता है.

पुलिस अनुमति के बाद खुले नए पार्ट्स के दुकान
पुलिस अनुमति के बाद खुले नए पार्ट्स के दुकान

मेरठ पुलिस की आंखों के सामने पिछले 30 सालों से यह चोर बाजार इसी तरह चल रहा है. लेकिन अब योगी सरकार में मेरठ पुलिस ने इस पर अंकुश लगाना शुरू किया है. अब तक 5 से ज्यादा वाहन माफियाओं के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई की जा चुकी है. इसके अलावा 30 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति को पुलिस ने कुर्क कर लिया है और अभी भी कार्रवाई का शिकंजा वाहन चोर और वाहन माफियाओं पर कसा जा रहा है. जिसके बाद मेरठ में चोरी के वाहनों का करोड़ों का अवैध कारोबार पुलिस ने बंद करवा दिया है.

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मेरठ: मेरठ के मशहूर सोतीगंज के कबाड़ियों के गोदाम पर आज दूसरे दिन भी ताले लटके रहे, लेकिन नए पार्ट्स बेचने वाले व्यापारियों ने सोमवार देर रात तक शपथ पत्र और जीएसटी के कागजात पुलिस को दिखा दिए. जिसके बाद करीब 43 दुकानों को खोलने दिया गया. हालांकि कुछ नए पार्ट्स के दुकानदारों ने अभी भी कागजात नहीं दिखाए हैं, जिसके चलते उनकी दुकानें फिलहाल बंद हैं. दरअसल, मेरठ के सोतीगंज बाजार को छावनी में तब्दील कर दिया गया है, जहां पुलिस ने बाजार पहुंचकर दुकानदारों से बाजार बंद करने का फरमान सुनाया था. अगला आदेश आने तक दुकानें बंद रखने के लिए कहा गया था. साथ ही रविवार को व्यवस्था बनाने के लिए भारी फोर्स की तैनाती कर दी गई थी.

इस बीच लोगों को बताया गया कि पुलिस की ओर से सभी दुकान मालिकों को नोटिस दिया जा रहा है. वहीं, दुकानों के सामानों के बाबत अब पुलिस के समक्ष रिकार्ड जमा कराने होंगे. इसके बाद अनुमति लेकर कोई दुकानदार अपनी दुकानें खोल सकेगा. इस कार्रवाई से बाजार के व्यापारी खासा नाराज हैं और उन्होंने कहा कि वो डीएम को इस कार्रवाई के विरोध में अर्जी लगाएंगे. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि वाहन चोरी के कई मामलों में विवेचनाओं के दौरान यह बात सामने आई है कि सोतीगंज बाजार में स्पेयर पार्ट्स का काम करने वाले लोग चोरी की गाड़ियों के पार्ट्स खरीदकर अपनी दुकानों पर बेचते हैं. एसपी सिटी ने बताया कि ये कार्रवाई विवेचना के क्रम में गई है.

पुलिस अनुमति के बाद खुले नए पार्ट्स के दुकान
पुलिस अनुमति के बाद खुले नए पार्ट्स के दुकान

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करीब सौ व्यापारियों को धारा 91 के तहत नोटिस जारी की गई थी. इन सभी को जीएसटी के माध्यम से नोटिस दिया गया था और सभी की जांच जारी है. कई लोगों के नाम सामने आए हैं. इसलिए फिलहाल इन दुकानों को बंद करने के लिए कार्रवाई शुरू की गई है. बता दें कि पिछले 3 दशकों से मेरठ के इसी सोतीगंज बाजार में पश्चिम उत्तर प्रदेश से ही नहीं, बल्कि अलग-अलग राज्यों से चोरी के वाहन लाए जाते रहे हैं. यहां लाकर उन्हें डिस्मेंटल कर दिया जाता है, जिसके बाद चोरी के पार्ट्स को मुंह मांगे दामों पर बेच दिया जाता है.

पुलिस अनुमति के बाद खुले नए पार्ट्स के दुकान
पुलिस अनुमति के बाद खुले नए पार्ट्स के दुकान

मेरठ पुलिस की आंखों के सामने पिछले 30 सालों से यह चोर बाजार इसी तरह चल रहा है. लेकिन अब योगी सरकार में मेरठ पुलिस ने इस पर अंकुश लगाना शुरू किया है. अब तक 5 से ज्यादा वाहन माफियाओं के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई की जा चुकी है. इसके अलावा 30 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति को पुलिस ने कुर्क कर लिया है और अभी भी कार्रवाई का शिकंजा वाहन चोर और वाहन माफियाओं पर कसा जा रहा है. जिसके बाद मेरठ में चोरी के वाहनों का करोड़ों का अवैध कारोबार पुलिस ने बंद करवा दिया है.

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