मेरठः सूरज आज (3 जनवरी) को पृथ्वी के बेहद करीब हैं. सूरज गुरुवार को पृथ्वी से महज 147.099 मिलियन किलोमिटर की दूरी पर है. लेकिन फिर भी धरती पर ठंड बहुत जायदा है. राष्ट्रीय विज्ञान शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित मेरठ के विज्ञान शिक्षक दीपक शर्मा ने बताया कि आखिर पृथ्वी के इतने करीब होने के बावजूद धरती पर इतनी ठंड क्यों है?
विज्ञान शिक्षक दीपक शर्मा ने बताया कि सूरज के 38.7 अंश पर होने के कारण सूरज की किरणें धरती पर सीधे नहीं पड़ पा रही हैं, जिसके चलते वातावरण में बेहद ठंडा है. वहीं, इसके उलट देखें तो जून के माह में सूरज कर्क रेख पर होता है और हमसे बहुत दूर भी. लेकिन तब सूरज की किरणें धरती पर सीधे पड़ रही होती हैं, जिससे हमें तेज गर्म लू सहन करना पड़ती है.
दीपक शर्मा ने बताया कि 22 दिसम्बर को जब सूरज मकर रेखा पर था, तब उत्तरी गोलार्ध में सबसे छोटा दिन 10 घन्टे 17 मिनट और 33 सेकण्ड था. जबकि आज उसमें 3 मिनट 21 सेंकड ज्यादा दिन बढ़ गया है. उन्होंने बताया कि गुरुवार को भी इसी तरह सर्दी रहने वाली है.
गौरतलब है कि मेरठ के एनएएस स्कूल के विज्ञान शिक्षक दीपक शर्मा को दो बार राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किये जा चुके हैं. राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के उपलक्ष्य में नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित सम्मान समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने दीपक शर्मा को बच्चों में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी लोकप्रियकरण के उत्कृष्ट प्रयास के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया था. दीपक शर्मा को 'साइंस मीडिया एवं जर्नलिज्म में उत्कृष्ट कार्य' के लिए भी विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान कर चुके हैं.
ये भी पढ़ेंः नीरी टीम पहुंची आगरा, ताजमहल की बाउंड्रीवॉल से 500 मीटर की परिधि का सर्वे कर सुप्रीम कोर्ट को देगी रिपोर्ट