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Student Suicide In Meerut University : सुसाइड करने वाले छात्र के परिजनों को विश्वविद्यालय ने वापस की फीस - मेरठ विश्वविद्यालय में छात्र के सुसाइड का मामला

मेरठ के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय (Chaudhary Charan Singh University) में हॉस्टल में एक छात्र ने आत्महत्या (Student Suicide In Meerut University) कर ली थी. विश्वविद्यालय ने मृतक छात्र की पूरी फीस उसके परिजनों को आर्थिक सहायता के साथ वापस कर दी.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Sep 27, 2023, 10:42 PM IST

मेरठ विश्वविद्यालय में सुसाइड करने वाले छात्र के परिजनों को विश्वविद्यालय ने वापस की फीस

मेरठ: चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय कैम्पस के हॉस्टल में सुसाइड करने वाले बीटेक थर्ड ईयर के छात्र के परिजनों को विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से उसकी पूरी फीस वापस कर दी गई. साथ ही विश्वविद्यालय की तरफ से भी आर्थिक सहायता दी गई. विश्वविद्यालय ने निर्णय लिया कि वह मृतक छात्र के भाई बहनों को निशुल्क पढ़ाएगा. बता दें कि विश्वविद्यालय कैम्पस में स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय छात्रावास में भदोही निवासी बीटेक थर्ड ईयर के स्टूडेंट ने आत्महत्या कर ली थी.

छात्र प्रशांत द्वारा सुसाइड किए जाने के बाद विश्वविद्यालय की तरफ से जहां एक तरफ स्टूडेंट्स की काउंसलिंग कराई गई. वहीं, अब विश्वविद्यालय प्रशासन ने बड़ा कदम उठाकर मृतक छात्र के परिजनों को आर्थिक मदद दी है. बुधवार को विश्वविद्यालय की कुलपति की मौजूदगी में विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार धीरेन्द्र कुमार ने मृतक के परिजनों को उसकी पढ़ाई में खर्च हुई फ़ीस वापस की.

विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार धीरेंद्र कुमार ने बताया कि विश्वविद्यालय में बेहद दुखद घटना 19 सितंबर को हुई थी. छात्र द्वारा सुसाइड करने से हर कोई आहत था. मानवीय दृष्टि से विश्वविद्यालय द्वारा उनकी दो साल की फीस और जो मेस की सिक्योरिटी फ़ीस थी वह लौटा दी गई. उन्होंने बताया कि फ़ीस के अतिरिक्त विश्वविद्यालय की तरफ से मृतक के परिवारीजनों को एक लाख रुपये की पारिवारिक आर्थिक सहायता के रूप भी दी गई. उन्होंने बताया कि इस तरह से कुल दो लाख 63 हजार 800 रुपये का ड्राफ्ट बनाकर उनके परिजनों को सौंप दिया गया है.

उन्होंने बताया कि इसके साथ ही विश्वविद्यालय ने यह भी निर्णय लिया है कि जो भी उनके भाई बहन में से कोई भी विश्वविद्यालय में पढ़ाई करना चाहते हैं, उनकी पूरी पढ़ाई निशुल्क कराई जाएगी. रजिस्ट्रार धीरेन्द्र कुमार ने कहा कि विश्वविद्यालय में मनोविज्ञान विभाग के माध्यम से एक टीम बनाकर विश्वविद्यालय कैम्पस में स्थापित छात्रावासों में स्टूडेंट्स की काउंसलिंग की जा रही है. उन्होंने कहा कि कोशिश यही है कि विश्वविद्यालय में कोई छात्र किसी भी तरह से परेशान न रहे. विश्वविद्यालय प्रत्येक छात्र एवं छात्रा के पूरी तरह से साथ है.

यह भी पढ़ें: Lucknow News : अब मेरिट के हिसाब से मिलेगी अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति, नियमावली में किया गया संशोधन

मेरठ विश्वविद्यालय में सुसाइड करने वाले छात्र के परिजनों को विश्वविद्यालय ने वापस की फीस

मेरठ: चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय कैम्पस के हॉस्टल में सुसाइड करने वाले बीटेक थर्ड ईयर के छात्र के परिजनों को विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से उसकी पूरी फीस वापस कर दी गई. साथ ही विश्वविद्यालय की तरफ से भी आर्थिक सहायता दी गई. विश्वविद्यालय ने निर्णय लिया कि वह मृतक छात्र के भाई बहनों को निशुल्क पढ़ाएगा. बता दें कि विश्वविद्यालय कैम्पस में स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय छात्रावास में भदोही निवासी बीटेक थर्ड ईयर के स्टूडेंट ने आत्महत्या कर ली थी.

छात्र प्रशांत द्वारा सुसाइड किए जाने के बाद विश्वविद्यालय की तरफ से जहां एक तरफ स्टूडेंट्स की काउंसलिंग कराई गई. वहीं, अब विश्वविद्यालय प्रशासन ने बड़ा कदम उठाकर मृतक छात्र के परिजनों को आर्थिक मदद दी है. बुधवार को विश्वविद्यालय की कुलपति की मौजूदगी में विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार धीरेन्द्र कुमार ने मृतक के परिजनों को उसकी पढ़ाई में खर्च हुई फ़ीस वापस की.

विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार धीरेंद्र कुमार ने बताया कि विश्वविद्यालय में बेहद दुखद घटना 19 सितंबर को हुई थी. छात्र द्वारा सुसाइड करने से हर कोई आहत था. मानवीय दृष्टि से विश्वविद्यालय द्वारा उनकी दो साल की फीस और जो मेस की सिक्योरिटी फ़ीस थी वह लौटा दी गई. उन्होंने बताया कि फ़ीस के अतिरिक्त विश्वविद्यालय की तरफ से मृतक के परिवारीजनों को एक लाख रुपये की पारिवारिक आर्थिक सहायता के रूप भी दी गई. उन्होंने बताया कि इस तरह से कुल दो लाख 63 हजार 800 रुपये का ड्राफ्ट बनाकर उनके परिजनों को सौंप दिया गया है.

उन्होंने बताया कि इसके साथ ही विश्वविद्यालय ने यह भी निर्णय लिया है कि जो भी उनके भाई बहन में से कोई भी विश्वविद्यालय में पढ़ाई करना चाहते हैं, उनकी पूरी पढ़ाई निशुल्क कराई जाएगी. रजिस्ट्रार धीरेन्द्र कुमार ने कहा कि विश्वविद्यालय में मनोविज्ञान विभाग के माध्यम से एक टीम बनाकर विश्वविद्यालय कैम्पस में स्थापित छात्रावासों में स्टूडेंट्स की काउंसलिंग की जा रही है. उन्होंने कहा कि कोशिश यही है कि विश्वविद्यालय में कोई छात्र किसी भी तरह से परेशान न रहे. विश्वविद्यालय प्रत्येक छात्र एवं छात्रा के पूरी तरह से साथ है.

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