मेरठ : पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी के चलते पारा गिरने के साथ ही प्रदेश में शीत लहर शुरू हो गई है. गलन ने लोगों को घरों में दुपकने को मजबूर कर दिया है. ऐसे में गरीब और बेसहारा लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. फुटपाथ पर गुजर-बसर करने वाले लोग खुले आसमान के नीचे रात गुजारने पर मजबूर हैं.
शीतलहर में फुटपाथ पर गुजर बसर करने वालों के लिए मेरठ पुलिस मसीहा बनकर आई. मेरठ पुलिस ड्यूटी के फर्ज के साथ इंसानियत का फर्ज भी बखूबी निभा रही है. कोरोना के बाद फुटपाथ पर रह रहे लोगों को ठंड से बचाने के लिए, मेरठ पुलिस लोगों में कंबल बांटने का काम कर रही है. ताकि रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड जैसे जगहों पर रह रहे लोगों को राहत मिल सके.
इस काम के लिए कोई सरकारी आर्डर जारी नहीं हुआ है. बल्कि सड़क किनारे सर्दी की मार झेल रहे लोगों को ठंड से बचाने के लिए पुलिसकर्मी खुद कंबल बांट रहे हैं. ताकि सर्दी से उन लोगों को थोड़ी राहत मिल सके. मेरठ पुलिस के इस कार्य से पूरे विभाग समेत पूरे प्रदेश में सराहना हो रही है.
खुले आसमान के नीचे और मामूली आग के सहारे रात बिता रहे ये वो लोग हैं जो आधी रात तक सवारी का इंतजार करते हैं, ताकि कुछ पैसा कमा सकें. किसी को अपने दो वक्त की रोटी के लिए पैसों का जुगाड़ करना है तो किसी को अपनी बेटी की शादी के लिए कुछ पैसा इकट्ठा करना है. अलग-अलग मजबूरियां इन लोगों को सर्दी से जंग लड़ने के लिए हौसला देती हैं. ऐसे में लॉकडाउन के दौरान मजदूरों और रिक्शा चालकों को खाना खिलाने वाली पुलिस, अब सर्दी के सितम में भी इनकी सहायता कर रही है.