मेरठ: स्पोर्ट्स सिटी के नाम से जाना जाने वाला मेरठ की अन्नू रानी आज 3 अगस्त मंगलवार को टोक्यो ओलंपिक में देश का प्रतिनिधित्व करेंगी. अन्नू रानी से देश को मेडल की उम्मीद है. आज अन्नू रानी भाला फेंक प्रतिस्पर्धा में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए क्वालीफाई के इरादे से मैदान में उतरेंगी. मेरठ से कुल 5 खिलाड़ी टोक्यो ओलंपिक के लिए चयनित हुआ था, जिसमें जिले के सरधना थाना क्षेत्र के बहादरपुर गांव निवासी अन्नू रानी भी शामिल हैं. वर्ल्ड रैंकिंग में 13वें पायदान पर होने की वजह से उन्हें ओलंपिक का टिकट मिल गया है.
मेरठ के बहादरपुर गांव की चकरोड से निकलकर अन्नू रानी 12 साल के खेल करियर में आर्थिक समस्याओं को दरकिनार कर अन्नू ने लाजवाब प्रदर्शन किया. मेरठ की अन्नू रानी ने पंजाब के पटियाला में चल रही 60वीं इंटर स्टेट नेशनल एथलेटिक चैंपियनशिप में 63.24 मीटर भाला फेंककर (javelin thrower) नेशनल रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण पदक जीता. इसके बावजूद अन्नू ओलंपिक कोटे में जाने से 1.17 मीटर पीछे रह गई थी.
अन्नू रानी पटियाला में खेली जा रही 60वीं राष्ट्रीय इंटर स्टेट एथलेटिक्स चैंपियनशिप-2021 प्रतियोगिता में ओलंपिक कोटा लेने से चूकी थीं, लेकिन वर्ल्ड रैंकिंग में 13वें पायदान पर रहने के चलते उन्हें ओलंपिक का टिकट मिल गया है. दरअसल, भाला फेंक यानी जैवलिन थ्रो (javelin throw) जैसे खेलों में 32वीं रैंक तक के खिलाड़ियों को ओलंपिक कोटा में शामिल किया जाता है. टोक्यो ओलंपिक में जगह मिलने के बाद अन्नू के परिवार में जहां जश्न का माहौल है. साथ ही जिले के खेल प्रेमियों में खुशी की लहर है. अन्नू की इस उपलब्धि से शहर के खिलाड़ियों में भी उत्साह देखा जा रहा है.
अन्नू की खास उपलब्धियां
- आठ बार की राष्ट्रीय रिकॉर्ड होल्डर महिला एथलीट
- विश्व एथलेटिक चैंपियनशिप में फाइनल में पहुंचने वाली देश की पहली महिला एथलीट
- 2014 एशियन गेम्स में कांस्य पदक जीता
- 2014 कॉमनवेल्थ गेम्स में प्रतिभाग
- 2015 एशियन चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता
- 2017 एशियन चैंपियनशिप में रजत पदक जीता
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अन्नू रानी के पिता अमरपाल सिंह ने बताया कि उनका भतीजा आर्मी में है और अच्छा धावक है. उसी से प्रेरणा लेकर आज अन्नू इस मुकाम तक पहुंची है. अन्नू खेत में बांस के डंडे को फेंक कर इस गेम की प्रैक्टिस किया करती थी. वो बचपन से ही काफी मेहनती रही है.
अन्नू के भाई उपेंद्र ने बताया कि उन्हें अपनी बहन पर फख्र है. अन्नू को पिछले 10 साल से एंकल की समस्या है, इसके बावजूद भी वह लगातार जैवलिन थ्रो गेम के लिए प्रैक्टिस करती रही और इस मुकाम तक पहुंची.