मेरठ: कोरोना वायरस के चलते देशव्यापी लॉकडाउन के कारण आमजन को दैनिक उपयोग की वस्तुओं में कोई कमी न हो इसके लिए प्रशासनिक स्तर पर सकारात्मक प्रयास किए जा रहे हैं. शुक्रवार को बचत भवन में फ्लोर मिल मालिकों के साथ डीएम ने बैठक कर उन्हें दिशा-निर्देश जारी किए हैं. डीएम ने कहा कि कच्चा माल प्राप्त करने के लिए फ्लोर मिल मालिकों को पास जारी किए जाएंगे.
कालाबाजारी करने वालों पर होगी कार्रवाई
बैठक की अध्यक्षता करते हुए डीएम अनिल ढींगरा ने कहा कि दैनिक उपयोग में आने वाली चीजों में आमजन को कोई कमी नहीं होगी. उन्होंने फ्लोर मिल स्वामियों से स्पष्ट कहा कि आटे की सप्लाई लगातार जारी रहेगी. वह अपनी फ्लोर मिल चालू रखें. कच्चा माल प्राप्त करने के लिए उनको पास जारी किए जाएंगे. डीएम ने छोटी फ्लोर मिल मालिकों से कहा कि आवश्यक वस्तुओं की कालाबाजारी और जमाखोरी करने वालों के विरुद्ध आवश्यक वस्तु अधिनियम की धारा 3/7 के तहत कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.
ग्राम प्रधानों को दी गई जिम्मेदारी
डीएम ने कहा कि कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी. ग्राम प्रधान देखें कोई भूखा न सोए. बैठक में डीएम ने कहा कि प्रशासनिक स्तर पर जरूरतमंद लोगों को कच्चा राशन उपलब्ध कराया जा रहा है. उन्होंने कहा कि ग्रामों में ग्राम प्रधान यह सुनिश्चित करें कि गावों में कोई भूखा न सोए. इसके लिए शासन की तरफ से प्रति ग्राम प्रधान को 5,000 रुपये की धनराशि भी खर्च करने का अधिकार दिया गया है, जिसका वह सदुपयोग करें.
लॉकडाउन के दौरान कोई न निकले बाहर
बैठक में अपर जिलाधिकारी वित्त सुभाष चंद्र प्रजापति ने कहा कि लॉकडाउन के समय कोई भी घर से बाहर न निकले. उन्होंने सोशल डिस्टेंसिंग को आज की आवश्यकता बताते हुए कहा कि एक-दूसरे से कम से कम एक मीटर की दूरी पर अवश्य रहें. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन आमजन की बेहतरी के लिए किया गया है.