मेरठ: पंजाब के मोगा में विमान हादसे में शहीद हुए अभिनव चौधरी का पार्थिव शरीर शनिवार की सुबह मेरठ के गंगानगर आवास पर पहुंच गया. लेफ्टिनेंट अभिनव शुक्रवार को मिग-21 क्रैश होने से हुए हादसे में शहीद हो गए थे. स्क्वाड्रन लीडर अभिनव चौधरी का तिरंगे में लिपटा पार्थिव शरीर सुबह साढ़े ग्यारह बजे पैतृक गांव पुसार ले जाया गया. जहां उनके अंतिम दर्शनों के लिए आसपास के गांवों से लोगों की भीड़ जुटी थी. उनकी माता सत्या चौधरी, पिता सतेंद्र चौधरी और पत्नी सोनिका का रो-रोकर बुरा हाल है. पैतृक गांव में राष्ट्रीय सम्मान के साथ शहीद के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार किया गया.
राष्ट्रीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार
शहीद अभिनव चौधरी मूल रूप से बागपत जिले के पुसार गांव के रहने वाले हैं. वर्तमान में उनका परिवार मेरठ के गंगानगर में रह रहा था. यही वजह है कि उनके पार्थिव शरीर को पहले गंगानगर आवास पर लाया गया, जहां रोते बिलखते परिजन पार्थिव शरीर का इंतजार के रहे थे. बता दें कि डेढ़ साल पहले ही अभिनव चौधरी का सोनिका से विवाह हुआ था. गंगानगर आवास पर पार्थिव शरीर पहुंचते ही शहीद के अंतिम दर्शन के लिए लोगों का सैलाब उमड़ पड़ा. दूरदराज के गांवों से भी लोग अभिनव चौधरी को श्रद्धांजलि देने पहुंच गए. गांव पुसार ले जाते वक्त भी रास्ते में ग्रामीण हाथों में तिरंगा लिए उनके इंतजार में खड़े रहे. इस दौरान पूरा क्षेत्र भारत माता की जय और अभिनव चौधरी अमर रहे के जयघोष से गूंज उठा. गांव के श्मशान में राष्ट्रीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया.
मिग 21 के क्रैश होने क लेकर भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि मिग-21 को पूर्ण रूप से बंद होना चाहिए. ये सारे विमान क्रैश हुए हैं. उन्होंने कहा कि इसपर कार्रवाई हो और रोक लगे. इसके क्रैश होने से बहुत से जवान शहीद हुए हैं.