मेरठ: शनिवार को पश्चिमी यूपी के 22 जिलों के वकील (Lawyers strike in 22 districts of UP) गाजियाबाद में इकट्ठा होकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हाईकोर्ट बेंच (High Court Bench in Western Uttar Pradesh) की मांग को लेकर आंदोलन की रणनीति बनाएंगे. इसके लिए सभी व्यवस्थाएं पहले से ही तैयार की जा चुकी हैं. यह बात गाजियाबाद बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश त्यागी कैली ने दी.
शुक्रवार को प्रेसवार्ता के दौरान बार अध्यक्ष राकेश त्यागी ने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हाईकोर्ट बेंच की मांग को लेकर पिछले 45 साल से अधिवक्ता संघर्ष करते आ रहे हैं. 22 जिलों के अधिवक्ता प्रत्येक शनिवार हड़ताल पर रहते हैं. इसके अलावा कई बार बड़े लेवल पर आंदोलन भी हो चुके हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी डीएम के माध्यम से कई बार ज्ञापन दिया गया है.
इसके बावजूद अभी तक हाईकोर्ट बेंच की मांग पर कोई सुनवाई नहीं हुई. गाजियाबाद बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश त्यागी कैली ने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश का हाईकोर्ट प्रयागराज में है. पश्चिमी यूपी के कई जिलों से प्रयागराज की दूरी 750 किलोमीटर है. इस की वजह आने-जाने में समय और धन की बर्बादी होती है. इस कारण से अधिकांश लोग कई मामलों में न्याय से वंचित रह जाते हैं. वहीं सुप्रीम कोर्ट का मानना है कि प्रत्येक व्यक्ति को सस्ता और सुलभ न्याय मिलना चाहिए. उन्होंने कहा कि गाजियाबाद में होने वाली बैठक में जो भी फैसला लिया जाएगा, उसके अनुसार बेंच की मांग को लेकर आंदोलन होगा.
ये भी पढ़ें- Forced Retirement : यूपी में 50 से अधिक उम्र वाले पुलिसकर्मी किए जाएंगे रिटायर