ETV Bharat / state

मेरठ: स्मार्ट मीटर के विरोध में सड़क पर उतरी जन संघर्ष समिति, PVVNL को सौंपा ज्ञापन

उत्तर प्रदेश के मेरठ में जन संघर्ष समिति ने स्मार्ट मीटर हटाने के लिए विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि मीटर लगाने वाली कंपनी और विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत के माध्यम से जनता को चूना लगाया जा रहा है.

etv bharat
स्मार्ट मीटर लागने के विरोध में किया प्रदर्शन
author img

By

Published : Feb 6, 2020, 7:16 PM IST

मेरठ: शहर में स्मार्ट मीटर लगाने को लेकर विरोध बढ़ता जा रहा है. भ्रष्टाचार निवारण जन संघर्ष समिति ने स्मार्ट मीटर के विरोध में गुरुवार को प्रदर्शन कर पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (PVVNL) को ज्ञापन सौंपा. स्मार्ट मीटर के विरोध कर रहे लोगों का आरोप है कि कंपनी के अधिकारी और कुछ विभागीय लोगों की मिलीभगत से स्मार्ट मीटर के माध्यम से विभाग को और जनता को चूना लगाया जा रहा है.

शहर में स्मार्ट मीटर लगाने का किया विरोध
स्मार्ट मीटर लगाने के विरोध में गुरुवार को जन संघर्ष समिति के सदस्यों ने शहर में विरोध प्रदर्शन किया. जन संघर्ष समिति के सदस्य हाजी फुरकान अल्वी ने कहा कि स्मार्ट मीटर में काफी खामियां हैं. एक किलोवाट का मीटर जंप मारकर 50 से 60 किलोवाट तक पहुंच जाता है. शहर में बिजली कम्पनी की तरफ से लगाए गए स्मार्ट मीटर का नतीजा है कि लोगों की जेब पर इसका भारी असर हो रहा है.

स्मार्ट मीटर लागने के विरोध में किया प्रदर्शन.

स्मार्ट मीटर से लोगों को हो रही परेशानी
लोगों का कहना है कि जो भी स्मार्ट मीटर लग चुके हैं, उन्हें जल्द से जल्द हटाया जाए. स्मार्ट मीटर से शहर के हर लोग परेशान हैं. स्मार्ट मीटर का विरोध कर रहे लोगों ने कहा कि पुराने मीटर उतारे जा रहे हैं और नए स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं. इसके नाम पर उपभोक्ताओं पर भारी पैनल्टी लगाई जा रही है.

कंपनी और अधिकारियों की है मिलीभगत
स्मार्ट मीटर और पुराने मीटर की रीडिंग बिल्कुल एक जैसी आ रही है, लेकिन इसके बाद भी बिल अधिक आ रहा है. स्मार्ट मीटर घर के बाहर दीवार में लगाए जाते हैं, जबकि मीटर लगाने वाली कंपनी और विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत के चलते कुछ लोगों के घर के भीतर मीटर लगाए जा रहे हैं. स्मार्ट मीटर हटाने की शिकायत कई बार अधिकारियों से की जा चुकी है, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है.


इसे भी पढ़ें:- मेरठ: बच्चों के बीच विज्ञान को लोकप्रिय बनाने वाले शिक्षक दीपक शर्मा को मिलेगा राष्ट्रीय पुरस्कार

मेरठ: शहर में स्मार्ट मीटर लगाने को लेकर विरोध बढ़ता जा रहा है. भ्रष्टाचार निवारण जन संघर्ष समिति ने स्मार्ट मीटर के विरोध में गुरुवार को प्रदर्शन कर पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (PVVNL) को ज्ञापन सौंपा. स्मार्ट मीटर के विरोध कर रहे लोगों का आरोप है कि कंपनी के अधिकारी और कुछ विभागीय लोगों की मिलीभगत से स्मार्ट मीटर के माध्यम से विभाग को और जनता को चूना लगाया जा रहा है.

शहर में स्मार्ट मीटर लगाने का किया विरोध
स्मार्ट मीटर लगाने के विरोध में गुरुवार को जन संघर्ष समिति के सदस्यों ने शहर में विरोध प्रदर्शन किया. जन संघर्ष समिति के सदस्य हाजी फुरकान अल्वी ने कहा कि स्मार्ट मीटर में काफी खामियां हैं. एक किलोवाट का मीटर जंप मारकर 50 से 60 किलोवाट तक पहुंच जाता है. शहर में बिजली कम्पनी की तरफ से लगाए गए स्मार्ट मीटर का नतीजा है कि लोगों की जेब पर इसका भारी असर हो रहा है.

स्मार्ट मीटर लागने के विरोध में किया प्रदर्शन.

स्मार्ट मीटर से लोगों को हो रही परेशानी
लोगों का कहना है कि जो भी स्मार्ट मीटर लग चुके हैं, उन्हें जल्द से जल्द हटाया जाए. स्मार्ट मीटर से शहर के हर लोग परेशान हैं. स्मार्ट मीटर का विरोध कर रहे लोगों ने कहा कि पुराने मीटर उतारे जा रहे हैं और नए स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं. इसके नाम पर उपभोक्ताओं पर भारी पैनल्टी लगाई जा रही है.

कंपनी और अधिकारियों की है मिलीभगत
स्मार्ट मीटर और पुराने मीटर की रीडिंग बिल्कुल एक जैसी आ रही है, लेकिन इसके बाद भी बिल अधिक आ रहा है. स्मार्ट मीटर घर के बाहर दीवार में लगाए जाते हैं, जबकि मीटर लगाने वाली कंपनी और विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत के चलते कुछ लोगों के घर के भीतर मीटर लगाए जा रहे हैं. स्मार्ट मीटर हटाने की शिकायत कई बार अधिकारियों से की जा चुकी है, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है.


इसे भी पढ़ें:- मेरठ: बच्चों के बीच विज्ञान को लोकप्रिय बनाने वाले शिक्षक दीपक शर्मा को मिलेगा राष्ट्रीय पुरस्कार

Intro:शहर में स्मार्ट मीटर लगाने को लेकर विरोध बढ़ता जा रहा है। भ्रष्टाचार निवारण जन संघर्ष समिति ने स्मार्ट मीटर के विरोध में आज प्रदर्शन कर पीवीवीएनएल को ज्ञापन सौंपा।


Body:

मेरठ। शहर में स्मार्ट मीटर लगाने को लेकर विरोध बढ़ता जा रहा है। भ्रष्टाचार निवारण जन संघर्ष समिति ने स्मार्ट मीटर के विरोध में आज प्रदर्शन कर पीवीवीएनएल को ज्ञापन सौंपा। स्मार्ट मीटर के विरोध कर रहे लोगों का आरोप था कि कंपनी के अधिकारी और कुछ विभागीय लोगों की मिलीभगत से स्मार्ट मीटर के माध्यम से विभाग को और जनता को चूना लगाया जा रहा है। हाजी फुरकान अल्वी ने कहा कि स्मार्ट मीटर में काफी खामिया हैं। एक किलोवाट का मीटर जंप मारकर 50 से 60 किलोवाट तक पहुंच जाता है। 

शहर में बिजली कम्पनी की तरफ से लगाए गए स्मार्ट मीटर का नतीजा है कि लोगों की जेब पर इसका भारी असर हो रहा है। लोगों का विरोध है की स्मार्ट मीटर जो लग चुके है उन्हें हटाया जाए। स्मार्ट मीटर से शहर का हर शख्स हर तबका परेशान है। जिसे लेकर लम्बे समय से विरोध भी चल रहा है लेकिन फिर भी कोई हल नहीं निकला। स्मार्ट मीटर का विरोध कर रहे लोगों ने कहा कि पुराने मीटर उतारे जा रहे हैं और नए स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं। इसके नाम पर उपभोक्ताओं पर भारी पैनल्टी लगाई जा रही है। उन्होंने कहा कि स्मार्ट मीटर और पुराने मीटर की रीडिंग बिल्कुल एक जैसी आ रही है। लेकिन इसके बाद भी बिल अधिक आ रहा है। स्मार्ट मीटर घर के बाहर दीवार में लगाए जाते हैं। जबकि मीटर लगाने वाली कंपनी और विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत के चलते कुछ लोगों के घर के भीतर मीटर लगाए जा रहे हैं। जो कि सरासर गलत हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि स्मार्ट मीटर को हटाया जाए। इसकी शिकायत कई बार अधिकारियों से की जा चुकी है। लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

बाइट- हाजी फुरकान अल्वी
जन संघर्ष समिति



Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.