मेरठ: शहर में स्मार्ट मीटर लगाने को लेकर विरोध बढ़ता जा रहा है. भ्रष्टाचार निवारण जन संघर्ष समिति ने स्मार्ट मीटर के विरोध में गुरुवार को प्रदर्शन कर पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (PVVNL) को ज्ञापन सौंपा. स्मार्ट मीटर के विरोध कर रहे लोगों का आरोप है कि कंपनी के अधिकारी और कुछ विभागीय लोगों की मिलीभगत से स्मार्ट मीटर के माध्यम से विभाग को और जनता को चूना लगाया जा रहा है.
शहर में स्मार्ट मीटर लगाने का किया विरोध
स्मार्ट मीटर लगाने के विरोध में गुरुवार को जन संघर्ष समिति के सदस्यों ने शहर में विरोध प्रदर्शन किया. जन संघर्ष समिति के सदस्य हाजी फुरकान अल्वी ने कहा कि स्मार्ट मीटर में काफी खामियां हैं. एक किलोवाट का मीटर जंप मारकर 50 से 60 किलोवाट तक पहुंच जाता है. शहर में बिजली कम्पनी की तरफ से लगाए गए स्मार्ट मीटर का नतीजा है कि लोगों की जेब पर इसका भारी असर हो रहा है.
स्मार्ट मीटर से लोगों को हो रही परेशानी
लोगों का कहना है कि जो भी स्मार्ट मीटर लग चुके हैं, उन्हें जल्द से जल्द हटाया जाए. स्मार्ट मीटर से शहर के हर लोग परेशान हैं. स्मार्ट मीटर का विरोध कर रहे लोगों ने कहा कि पुराने मीटर उतारे जा रहे हैं और नए स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं. इसके नाम पर उपभोक्ताओं पर भारी पैनल्टी लगाई जा रही है.
कंपनी और अधिकारियों की है मिलीभगत
स्मार्ट मीटर और पुराने मीटर की रीडिंग बिल्कुल एक जैसी आ रही है, लेकिन इसके बाद भी बिल अधिक आ रहा है. स्मार्ट मीटर घर के बाहर दीवार में लगाए जाते हैं, जबकि मीटर लगाने वाली कंपनी और विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत के चलते कुछ लोगों के घर के भीतर मीटर लगाए जा रहे हैं. स्मार्ट मीटर हटाने की शिकायत कई बार अधिकारियों से की जा चुकी है, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
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