मेरठ: गंगा एक्सप्रेस-वे के एलाइनमेंट को लेकर जहां किसान विरोध कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर अधिकारी इस प्रोजेक्ट पर तेजी से काम कर रहे हैं. यदि सब कुछ ठीक रहा तो 12 चरणों की डीपीआर इस सप्ताह वेबसाइट पर अपलोड कर दी जाएगी.
पहले चरण में 48 किमी. का कार्य प्रस्तावित
डीपीआर अपलोड होने के बाद गंगा एक्सप्रेस-वे पर कितने फ्लाईओवर होंगे, कितने अंडरपास होंगे और कहां-कहां टोल प्लाजा बनेंगे इसकी तस्वीर साफ हो जाएगी. पहले चरण में हाजीपुर से लेकर चंदनीर तक करीब 48 किमी का कार्य प्रस्तावित है. यूपीडा ने गंगा एक्सप्रेस-वे की डीपीआर को समय से अपलोड करने के निर्देश दिए हैं. यह कार्य एलएन मालवीय कंसल्टेंट को दिया गया है. माना जा रहा है कि डीपीआर अपलोड होने के बाद इस प्रोजेक्ट पर तेजी से कार्य किया जाएगा.
किसान एलाइनमेंट बदलने का कर रहे विरोध
वहीं दूसरी ओर किसान एक्सप्रेस-वे का एलाइनमेंट बदलने का विरोध भी कर रहे हैं. किसानों का कहना है कि उनकी जमीन 14 महीने पहले ली गयी और अब एलाइनमेंट बदल दिया गया. वहीं सपा नेता पवन गुर्जर ने इस मामले में बड़ी साजिश का आरोप लगाया है. इस मामले को लेकर गांव सौलाना में भी किसानों की बैठक हुई. बैठक में किसानों ने सांसद राजेंद्र अग्रवाल का विरोध और आंदोलन की चेतावनी दी. गांव हाजीपुर में किसानों की बैठक में कहा गया कि यदि राजनैतिक दबाव में हाजीपुर को एलाइनमेंट से हटाया जाता है, तो वह हाईकोर्ट में याचिका दाखिल करेंगे.
594 किलोमीटर प्रस्तावित है एक्सप्रेस-वे
गंगा एक्सप्रेस-वे मेरठ के हाजीपुर गांव से शुरू होकर प्रयागराज के सौरांव में जाकर समाप्त होगा. यह एक्सप्रेसवे करीब 594 किलोमीटर लंबा होगा. इस पर करीब 37350 करोड़ रुपये खर्च होंगे. यह एक्सप्रेस-वे छह लेन चौड़ा होगा. एक्सप्रेस-वे के एक ओर 3.75 मीटर चौड़ी सर्विस रोड बनाई जाएगी. जिससे परियोजना के आसपास के गांव वालों को आवागमन की सुविधा मिलेगी.