मेरठ: जिले में जाली नोट छाप कर बाजार में चलाने वाले गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश किया है. पुलिस ने पांच लाख 42 हजार रुपये के जाली नोट बरामद किए हैं. इसके अलावा 97 हजार पांच सौ रुपये के अर्ध निर्मित जाली नोट भी पुलिस ने बरामद किए हैं.गिरोह के चार सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. जाली नोट छापने के गिरोह में दो महिलाएं भी शामिल हैं.
जानिए पूरा मामला
पूरा मामला मेरठ के थाना गंगा नगर क्षेत्र का है. जिले के गंगानगर थाना इलाके के एक मकान में नकली नोट छाप रहे एक गैंग का पुलिस ने भंडाफोड़ कर आराेपी सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जिनमें मां बेटी सहित कुल चार आरोपी हैं. इस गैंग में और भी लोग शामिल हैं.
गंगानगर के बी-ब्लॉक स्थित एक दुकान पर युवती नकली नोट लेकर पहुंची थी. दुकानदार ने इसकी सूचना पुलिस को दी. दुकानदार के मुताबिक कुछ दिन पूर्व भी युवती उसकी दुकान पर नकली नोट देकर गई थी. युवती पर शक होने पर पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो दर्जनभर लोगों के नाम सामने आए. पुलिस ने सोमवार को चार युवती और अन्य लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो सच सामने आया.
कई दिनों से चल रहा था काम
पुलिस की पूछताछ में सामने आया है कि पिछले काफी समय से नकली नोटों के छापने का काम चल रहा था. आरोपी पांच सौ और दो हजार रुपये के नोट छापते थे और उन्हें मेरठ और आसपास के इलाकों में सप्लाई करते थे. पुलिस ने नोट छापने वाले प्रिंटर को भी बरामद कर लिया है. पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि अभी तक करीब सवा लाख से ज्यादा नकली नोट छाप चुके हैं, जिन्हें गंगानगर सहित अन्य क्षेत्रों में सप्लाई किया जा चुका है. एसपी देहात ने आज पुलिस लाइन्स में इस घटना का खुलासा किया.
नकली नोट छापने के गैंग में शामिल ज्यादातर लोग एक दूसरे के रिश्तेदार हैं. गैंग की मुखिया सिखेड़ा निवासी एक महिला गंगानगर में किराए पर रहती है. यहां सिवाया निवासी उसकी बहन का बेटा रॉबिन भी रहता है. गैंग में शामिल पिलखुवा निवासी सिकंदर पर पहले भी कई आपराधिक मामलों में जेल जा चुका है.