मेरठ : प्रदेश के पूर्व मंत्री व भाजपा नेता लक्ष्मीकांत वाजपेयी एक बार फिर अपनी ही सरकार में पुलिस का विरोध करते नजर आए. दिल्ली हिंसा के मद्देनजर मेरठ में वाजपेयी ने पुलिस पर निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को शहर में रहने का नोटिस जारी करने का आरोप लगाया है.
भाजपा नेता ने कहा कि पुलिस प्रशासन ने गैर संवैधानिक ढंग से निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को शहर में रुकने का नोटिस जारी किया है. यह सीधे तौर पर विधानसभा का अपमान है. उन्होंने कहा कि लखनऊ में विधानसभा चल रही है, ऐसे में अगर निर्वाचित जनप्रतिनिधि शहर में रहेंगे तो विधानसभा की कार्यवाही में बाधा उत्पन्न होगी. इस दौरान उन्होंने पुलिस प्रशासन पर जमकर आरोप लगाए.
वहीं, एसएसपी मेरठ अजय साहनी ने कहा कि पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी के सभी आरोप गलत हैं. प्रशासन द्वारा न तो कई नोटिस जारी की गई है और ना ही जनप्रतिनिधियों को शहर में रुकने की हिदायत दी गई है. एसएसपी ने बताया कि फिलहाल जिले का माहौल सामान्य है, पुलिस अलर्ट मोड पर है. लोगों से भाईचारा और शांति कायम रखने की अपील की गई है.
निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को नोटिस दिया गया है. उनको ये निर्देशित किया गया है कि आज आप शहर में रहेंगे, शहर छोड़कर कहीं नहीं जाएंगे. मैं केवल इतना पूछना चाहता हूं कि क्या निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को बिना किसी कारण के प्रशासन नोटिस दे सकता है?लक्ष्मीकांत वाजपेयी, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष, भाजपा