मेरठ: वाराणसी, हरिद्वार और उज्जैन के बाद वेस्टर्न यूपी के मेरठ में भारत माता की प्राण प्रतिष्ठा होने वाली है. मेरठ में भारत माता मंदिर बनकर तैयार है, जहां माता की मूर्ति अखंड भारत के साथ होगी. यहां भारत माता की भी देवी देवताओं की तरह पूजा अर्चना और आरती होगी. 19 से 23 जनवरी तक मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के भव्य आयोजन की तैयारी है.
मेरठ कैंट एरिया में करीब 100 वर्ष पुराना एक बाबा कालेश्वर महादेव मंदिर है. मंदिर की समिति की ओर से सर्वसम्मति से भारत माता मंदिर बनाने का फैसला लिया गया. अब इस मंदिर का कायाकल्प हो चुका है और भारत माता की शेर के साथ मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है. इसके लिए मंदिर में भव्य तैयारियां की जा रही हैं.पंडित राजू मिश्र ने बताया कि कालेश्वर महादेव मंदिर में प्रवेश द्वार से सबसे पहले मां भारती के ही दर्शन होंगे. इसके साथ ही अलग अलग देवी देवताओं की भी मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी.
उत्तर प्रदेश के वाराणसी में भारत माता मंदिर है, जहां भारत के नक्शे का पूजन होता है. ऐसा अब मेरठ में भी होगा. भारत माता मंदिर की दीवार पर भव्य अखंड भारत का नक्शा रहेगा उसके ठीक सामने भारत माता की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होगी. इस नक्शे में प्रांतों, सागरों और सीमावर्ती देशों को उकेरा गया है. नक्शे में आजादी से पूर्व के उस भारत को दिखाया गया है। जब पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बंग्लादेश भी भारत का अंग थे. सिंह पर सवार भारत के हाथ में तिरंगा होगा.
मंदिर के महंत राजू मिश्रा ने बताया कि भारत माता के अलावा मां दुर्गा, बजरंग बली, शनिदेवता, श्रीराम दरबार, शिवपार्वती, गजानन, देवाधिदेव महादेव उनके गणों की मूर्तियां स्थापित की जा रही हैं. भारत माता समेत सभी भगवानों की मूर्तियां बनाने के लिए राजस्थान से पत्थर मंगाए गए हैं. ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान मंदिर समिति के महामंत्री अमन गुप्ता ने बताया कि जिस तरह विधिविधान से देवी देवताओं की पूजा होती है, ठीक वैसे ही नियमित रूप से भारत माता की पूजा होगी. आमतौर पर मंदिरों से भक्ति गीत सुनाई देते हैं लेकिन यहां भजन के अलावा देशभक्ति गीत भी सुना जा सकेगा.
मंदिर प्रबंध समिति के मीडिया प्रभारी विपुल सिंघल ने बताया कि भारत माता मंदिर का उद्देश्य यही है कि युवा पीढ़ी में देशभक्ति की भावना का संचार हो सके. भारत माता मंदिर का शिखर बेहद ही खूबसूरत है, जो पूरी तरह लोहे और कांच से तैयार किया जा रहा है. मंगिप की जमीन से शिखर तक कि ऊंचाई 80 फिट है, जिसमें तीन फ्लोर तैयार किए गए हैं. फर्स्ट फ्लोर पर भारत माता समेत अन्य देवी देवताओं के साथ विराजमान होंगी.
ऊपर के तलों पर स्वागत कक्ष, बैठक, संत समागम भवन, अन्नपूर्णा गृह, ध्यान कक्ष व सभागार आदि बनाए जाएंगे. गौरतलब है कि 19 से 23 जनवरी तक मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह का भव्य आयोजन की तैयारी है. समारोह के लिए डिप्टी सीएम बृजेश पाठक, कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल नंदी, मंत्री भानु प्रताप को निमंत्रण दिया गया है. साथ ही, शारदा पीठ के शंकराचार्य भी आएंगे. संत समागम भी यहां प्राण-प्रतिष्ठा के दौरान होगा.