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पंजाब से आसपास के राज्यों में एक्सपोर्ट हो रहा किसान आंदोलन, यूपी के भी कई चेहरे शामिल : लक्ष्मीकांत

पूर्व बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने कहा कि किसान आंदोलन का बीज पंजाब में है. वहां से इस आंदोलन को यूपी और हरियाणा में ठेलने का काम किया जा रहा है. कहा कि पंजाब में कांग्रेस है और वहीं से इस आंदोलन को गति दी जा रही है जिसमें यूपी के भी कुछ चेहरे शामिल हैं.

पंजाब से आसपास के राज्यों में एक्सपोर्ट हो रहा किसान आंदोलन
पंजाब से आसपास के राज्यों में एक्सपोर्ट हो रहा किसान आंदोलन
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Published : Sep 16, 2021, 12:16 PM IST

मेरठ : भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व वरिष्ठ नेता लक्ष्मीकांत बाजपेयी का मानना है कि किसानों का आंदोलन दिशाहीन हो गया है. वो कहते हैं कि किसान आंदोलन का बीज पंजाब में है. वहां से इस आंदोलन को यूपी और हरियाणा में ठेलने का काम किया जा रहा है.

पंजाब में कांग्रेस है और वहीं से इस आंदोलन को गति दी जा रही है जिसमें यूपी के भी कुछ चेहरे शामिल हैं. वह कहते हैं कि विपक्षी दल डूबते को तिनके का सहारा के तौर पर इस आंदोलन का इस्तेमाल कर रहे हैं.

ओवैसी के यूपी में सक्रियता बढ़ने के सवाल पर वह कहते हैं कि भाजपा को उनसे कोई चिंता नहीं है, न ही विपक्ष को चिंता करनी चाहिए. ईटीवी भारत से विशेष बातचीत में पूर्व बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेयी खुलकर अपने विचार रखे.

उन्होंने कहा कि सरकार ने तीन कृषि कानून लाकर किसानों की हालत में सुधार लाने का प्रयास किया. कहा कि सरकार तैयार है, यदि कोई उपयोगी सुझाव होगा तो इस कानून में परिवर्तन पर विचार करेंगे.

पूर्व पार्टी अध्यक्ष ने कहा कि साढ़े चार साल के सीएम योगी के कार्यकाल में बाकी विपक्षी पार्टियां सिर्फ और सिर्फ तक ही सीमित रह गईं. विपक्ष पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि कोरोना जैसी महामारी में भी विपक्षी दल व उनके कार्यकर्ता जनता ले बीच नहीं गए केवल ट्विटर-ट्विटर खेलते रहे.

उन्होंने कहा कि एकमात्र राजनैतिक दल बीजेपी ही है जिसके कार्यकर्ता आम लोगों के बीच गए. या फिर सीएम योगी जनता के बीच गए और लगातार जाते रहे.

यह भी पढ़ें : मूसलाधार बारिश में डूबी राजधानी, निचले इलाकों में तो घरों और भवनों में भरा पानी

5 सितम्बर को मुजफ्फरनगर में हुई महापंचायत को लेकर उन्होंने कहा कि किसी भी आंदोलन को कमतर नहीं आंकना चाहिए. बीजेपी तदनुसार अपनी व्यवस्था करेगी. उन्होंने कहा कि इसे लेकर पार्टी सक्षम है.

पूर्व प्रदेश अध्यक्ष का दावा है कि पहले से अधिक सफलता इस बार 2022 में भाजपा को प्रदेश में मिलेगी. उन्होंने विपक्ष को लेकर कहा कि मिकजुलकर तो ये पहले भी चुनाव लड़े हैं. इस बार भी देखेंगे. पर सरकार भाजपा की ही बनेगी.

उन्होंने कहा कि ओवैसी के यूपी में आने से बीजेपी को तो कोई नुकसान नहीं होगा बल्कि मुस्लिम वोट का बंटवारा जरूर हो जाएगा. विपक्ष दलों को ये तय करना है कि किसको क्या नफा और क्या नुकसान होगा. आम आदमी पार्टी को लेकर उन्होंने कहा कि दिल्ली से उखड़ने की तैयारी हो रही है, यूपी में ये क्या करेंगे.

उन्होंने कहा कि पीएम मोदी और सीएम योगी के नेतृत्व वाली डबल इंजन की सरकार में विकास का नया कीर्तिमान स्थापित हुआ है, हम चुनाव में विकास के मुद्दे पर जाएंगे. उन्होंने राष्ट्रीय लोकदल को क्षेत्रीय दल बताते हुए कहा एक दो सीटों पर प्रभाव डालेंगे. ऐसा नहीं है कि वो पूरे वेस्टर्न यूपी में अपना प्रभाव डाल पाएंगे.

पंजाब से आसपास के राज्यों में एक्सपोर्ट हो रहा किसान आंदोलन, यूपी के भी कई चेहरे शामिल : लक्ष्मीकांत

खुद के चुनाव लड़ने को लेकर उन्होंने कहा कि उन्होंने कभी चुनाव लड़ने को नहीं कहा. पार्टी जो निर्णय लेगी, उसका वो सम्मान करेंगे. पिछले कुछ समय से पूर्व बीजेपी अध्यक्ष को लेकर तमाम तरह की चर्चाएं हो रहीं थीं.

इसमें उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल करने से लेकर गवर्नर तक बनाने के कयास लोगों के द्वारा लगाए जा रहे थे. इस सवाल पर उन्होंने कहा कि वो सिर्फ अफवाह थी. उनसे इस बारे में पार्टी हाईकमान ने अब तक कोई बात नहीं की.

मेरठ : भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व वरिष्ठ नेता लक्ष्मीकांत बाजपेयी का मानना है कि किसानों का आंदोलन दिशाहीन हो गया है. वो कहते हैं कि किसान आंदोलन का बीज पंजाब में है. वहां से इस आंदोलन को यूपी और हरियाणा में ठेलने का काम किया जा रहा है.

पंजाब में कांग्रेस है और वहीं से इस आंदोलन को गति दी जा रही है जिसमें यूपी के भी कुछ चेहरे शामिल हैं. वह कहते हैं कि विपक्षी दल डूबते को तिनके का सहारा के तौर पर इस आंदोलन का इस्तेमाल कर रहे हैं.

ओवैसी के यूपी में सक्रियता बढ़ने के सवाल पर वह कहते हैं कि भाजपा को उनसे कोई चिंता नहीं है, न ही विपक्ष को चिंता करनी चाहिए. ईटीवी भारत से विशेष बातचीत में पूर्व बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेयी खुलकर अपने विचार रखे.

उन्होंने कहा कि सरकार ने तीन कृषि कानून लाकर किसानों की हालत में सुधार लाने का प्रयास किया. कहा कि सरकार तैयार है, यदि कोई उपयोगी सुझाव होगा तो इस कानून में परिवर्तन पर विचार करेंगे.

पूर्व पार्टी अध्यक्ष ने कहा कि साढ़े चार साल के सीएम योगी के कार्यकाल में बाकी विपक्षी पार्टियां सिर्फ और सिर्फ तक ही सीमित रह गईं. विपक्ष पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि कोरोना जैसी महामारी में भी विपक्षी दल व उनके कार्यकर्ता जनता ले बीच नहीं गए केवल ट्विटर-ट्विटर खेलते रहे.

उन्होंने कहा कि एकमात्र राजनैतिक दल बीजेपी ही है जिसके कार्यकर्ता आम लोगों के बीच गए. या फिर सीएम योगी जनता के बीच गए और लगातार जाते रहे.

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5 सितम्बर को मुजफ्फरनगर में हुई महापंचायत को लेकर उन्होंने कहा कि किसी भी आंदोलन को कमतर नहीं आंकना चाहिए. बीजेपी तदनुसार अपनी व्यवस्था करेगी. उन्होंने कहा कि इसे लेकर पार्टी सक्षम है.

पूर्व प्रदेश अध्यक्ष का दावा है कि पहले से अधिक सफलता इस बार 2022 में भाजपा को प्रदेश में मिलेगी. उन्होंने विपक्ष को लेकर कहा कि मिकजुलकर तो ये पहले भी चुनाव लड़े हैं. इस बार भी देखेंगे. पर सरकार भाजपा की ही बनेगी.

उन्होंने कहा कि ओवैसी के यूपी में आने से बीजेपी को तो कोई नुकसान नहीं होगा बल्कि मुस्लिम वोट का बंटवारा जरूर हो जाएगा. विपक्ष दलों को ये तय करना है कि किसको क्या नफा और क्या नुकसान होगा. आम आदमी पार्टी को लेकर उन्होंने कहा कि दिल्ली से उखड़ने की तैयारी हो रही है, यूपी में ये क्या करेंगे.

उन्होंने कहा कि पीएम मोदी और सीएम योगी के नेतृत्व वाली डबल इंजन की सरकार में विकास का नया कीर्तिमान स्थापित हुआ है, हम चुनाव में विकास के मुद्दे पर जाएंगे. उन्होंने राष्ट्रीय लोकदल को क्षेत्रीय दल बताते हुए कहा एक दो सीटों पर प्रभाव डालेंगे. ऐसा नहीं है कि वो पूरे वेस्टर्न यूपी में अपना प्रभाव डाल पाएंगे.

पंजाब से आसपास के राज्यों में एक्सपोर्ट हो रहा किसान आंदोलन, यूपी के भी कई चेहरे शामिल : लक्ष्मीकांत

खुद के चुनाव लड़ने को लेकर उन्होंने कहा कि उन्होंने कभी चुनाव लड़ने को नहीं कहा. पार्टी जो निर्णय लेगी, उसका वो सम्मान करेंगे. पिछले कुछ समय से पूर्व बीजेपी अध्यक्ष को लेकर तमाम तरह की चर्चाएं हो रहीं थीं.

इसमें उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल करने से लेकर गवर्नर तक बनाने के कयास लोगों के द्वारा लगाए जा रहे थे. इस सवाल पर उन्होंने कहा कि वो सिर्फ अफवाह थी. उनसे इस बारे में पार्टी हाईकमान ने अब तक कोई बात नहीं की.

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